नई दिल्ली: सशस्त्र सीमा बल (SSB) ने भारत-भूटान और भारत-नेपाल सीमा पर मानव तस्करी के 2,156 पीड़ितों को बचाने के अलावा अवैध सीमा पार करने के मामले में 184 विदेशी नागरिकों को पकड़ा है.
एसएसबी के महानिदेशक अमृत मोहन प्रसाद ने मंगलवार को इस बात की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि बल ने भारत-भूटान और भारत-नेपाल सीमा पर मानव तस्करी के 2,156 पीड़ितों को बचाने के अलावा अवैध सीमा पार करने के लिए 184 विदेशी नागरिकों को पकड़ा है.

गृह सचिव गोविंद मोहन द्वारा नई दिल्ली में बल की परिचालन तैयारियों और भविष्य की रणनीतियों पर समीक्षा बैठक के दौरान मोहन ने कहा कि, 2020 से 2025 के बीच बल ने अवैध सीमा पार करने के मामलों में 184 विदेशी नागरिकों को पकड़ा है.
इसी अवधि के दौरान 1,250 मानव तस्करी के मामलों में 2,156 पीड़ितों को बचाया गया और 1,094 तस्करों को पकड़ा गया. मोहन ने कहा कि नक्सल विरोधी अभियानों के तहत एसएसबी ने मुठभेड़ों में 11 नक्सलियों को मार गिराया. वहीं, 426 नक्सलियों ने सरेंडर किया या फिर उन्हें गिरफ्तार किया गया.

एसएसबी महानिदेशक ने कहा कि, जम्मू-कश्मीर में संयुक्त अभियान के दौरान 16 आतंकवादियों को मार गिराया गया. बैठक में गृह मंत्रालय और एसएसबी के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया. इस बैठक में सचिव (सीमा प्रबंधन) डॉ. राजेंद्र कुमार समेत अन्य अधिकारी शामिल हुए.
बैठक को संबोधित करते हुए गृह सचिव मोहन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में एसएसबी ने सीमावर्ती गांवों के निवासियों में देशभक्ति और भारत के प्रति लगाव की भावना पैदा की है.

उन्होंने कहा कि 61 वर्षों से अधिक के अपने गौरवशाली इतिहास में एसएसबी ने राष्ट्र सेवा, देशभक्ति और 'राष्ट्र प्रथम' की भावना को मजबूत करते हुए अपने आदर्श वाक्य सेवा, सुरक्षा और भाईचारे को मूर्त रूप दिया है.
बैठक के दौरान महानिदेशक मोहन प्रसाद ने संगठन की वर्तमान संरचना, सीमा पर तैनाती, परिचालन उपलब्धियों, तकनीकी प्रगति और भविष्य की चुनौतियों को रेखांकित करते हुए एक विस्तृत प्रस्तुति दी.
इस प्रस्तुति में विशेष रूप से भारत-नेपाल और भारत-भूटान सीमाओं पर एसएसबी की प्रभावी उपस्थिति के साथ-साथ नक्सल प्रभावित क्षेत्रों और जम्मू-कश्मीर में बल की सक्रिय भूमिका पर प्रकाश डाला गया.
प्रसाद ने आगे बताया कि सीमावर्ती क्षेत्रों में नागरिक भागीदारी बढ़ाने के लिए एसएसबी द्वारा विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाएं लागू की जा रही हैं. एसएसबी महानिदेशक ने कहा कि, इनमें चिकित्सा शिविर, पशु चिकित्सा सेवाएं, कौशल विकास कार्यक्रम, शिकायत प्रबंधन प्रणाली (जीएमएस), महिला सशक्तिकरण पहल और रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण कार्यक्रम शामिल हैं.

बैठक में एसएसबी कर्मियों के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए पहलों पर भी चर्चा की गई, जिसमें मोटापा विरोधी अभियान और उनके आहार में श्री अन्ना (बाजरा) को बढ़ावा देना शामिल है.
बैठक के दौरान यह भी बताया गया कि आवास सुविधाओं में सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है. बैठक में उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, आवास संतुष्टि दर 2020-21 में 20.40 प्रतिशत से बढ़कर 2024-25 में 31.95 प्रतिशत हो गई है.
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