नालंदा: बिहार के राजगीर के घने जंगलों में उस समय हड़कंप मच गया, जब दो विदेशी पर्यटक रास्ता भटक कर जंगल में फंस गए. घबराए सैलानियों ने मदद के लिए चिल्लाना शुरू किया. 'हेल्प मी! हेलो!' और यहीं से शुरू हुई एक राहत और साहस की कहानी जिसमें बिहार सशस्त्र पुलिस और नालंदा पुलिस ने समय रहते जान बचाई.
जंगल में फंसे विदेशी सैलानी: घने जंगल में फंसे दो विदेशी पर्यटकों को पुलिस ने सुरक्षित बाहर निकला गया. इसके बाद उन्होंने कहा- थैंक्स नालंदा पुलिस. दरअसल,राजगीर के रत्नागिरी पर्वत के घने जंगलों में दो विदेशी पर्यटक रास्ता भटक कर फंस गए. ऐसे में 'हेलो… हेल्प मी प्लीज़!' और सीटी की आवाज जंगल की खामोशी को चीरती हुई बिहार सशस्त्र पुलिस के एक सतर्क जवान तक पहुची.
दो घंटे का चला रेस्क्यू: पुलिस जवान ने इसकी जानकारी थाने को दी. राजगीर डीएसपी सुनील कुमार सिंह ने बिना समय गंवाए रेस्क्यू टीम भेजी. बिहार सशस्त्र पुलिस (बीएसएपी) के जवानों ने करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद दोनों विदेशी पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया.
शांति स्तूप से लौटने के दौरान भटक गए रास्ता: बिहार के ऐतिहासिक अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल राजगीर घूमने के दौरान दोनों रोपवे से शांति स्तूप की यात्रा किए थे. वहां से लौटते समय वे सम्राट अशोक मार्ग की ओर निकल गए, लेकिन रास्ता भटक गए और घने जंगल में फंस गए.
आयरलैंड और वेनेजुएला के सैलानी: घने जंगल में लगातार खोज अभियान चलाने के बाद कड़ी मशक्कत के बाद दोनों विदेशी नागरिकों को पुलिस सुरक्षित बाहर निकाला गया. इसके बाद थाना लाया गया जहां पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे बौद्ध धर्म के अनुयायी हैं. दोनों की पहचान आयरलैंड के जेम्स पिगॉट और वेनेजुएला के राफेल रायोन के रूप में की गई है.
"8 बजे रात को स्थानीय थाना को सूचना मिली कि जंगल से कोई सिटी बजाकर हेल्प मी की गुहार लगा रहे हैं. थाना की मदद से आयरलैंड और वेनेजुएला के सैलानियों को दो घंटे की कड़ी मेहनत कर रेस्क्यू किया गया है." -सुनील कुमार सिंह, राजगीर डीएसपी
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