कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस ने 30 से अधिक देशों में बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजने के लिए शुरू की गई केंद्र की पहल में अपने नेताओं को शामिल नहीं करने का फैसला लिया है. पार्टी के बड़े नेता अभिषेक बनर्जी ने कहा कि केंद्र ने बगैर परामर्श के उनकी पार्टी नेताओं के नाम शामिल किए जिसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है.
अभिषेक बनर्जी ने आगे कहा कि यह हम तय करेंगे कि कौन नेता प्रतिनिधिमंडल में शामिल होगा. इससे पहले खबर आई थी कि बहरामपुर से टीएमसी सांसद यूसुफ पठान प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हो सकते हैं. लेकिन तृणमूल कांग्रेस ने उनका नाम वापस लेने का फैसला किया है.
VIDEO | Clarifying on the talks of TMC not sending representative in delegation for global outreach against Pakistan sponsored terrorism, TMC leader Abhishek Banerjee (@abhishekaitc) says, " i don't know who said this, i want to make it clear, whatever decision that union… pic.twitter.com/6GM1raRi1i
— Press Trust of India (@PTI_News) May 19, 2025
पार्टी नेताओं की ओर से कहा गया कि ममता बनर्जी को प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के रूप में पठान के चयन के बारे में पहले से सूचित नहीं किया गया था. इस मामले की जानकारी आधिकारिक तौर पर पार्टी नेतृत्व को भी नहीं दी गई. इसके बजाय, संबंधित लोकसभा सदस्य से सीधे संपर्क कर उनके पासपोर्ट का विवरण मांगा गया. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने आईएएनएस से कहा, 'न तो भाजपा और न ही केंद्र सरकार एकतरफा फैसला कर सकती है कि किसी बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल में तृणमूल कांग्रेस का प्रतिनिधित्व कौन करेगा.'
तृणमूल कांग्रेस के आधिकारिक बयान के अनुसार राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस के संसदीय दल के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि हालांकि पार्टी नेतृत्व राष्ट्रीय हित में केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए किसी भी कदम का पूरी तरह से समर्थन करता है, लेकिन वह चाहता है कि अंतरराष्ट्रीय कूटनीति को केंद्र अकेले ही संभाले.
संयोगवश मुख्यमंत्री समेत तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व ऑपरेशन सिंदूर पर प्रतिक्रिया देने में अत्यंत सतर्क रुख अपना रहा था, जिसके तहत भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में कई आतंकवादी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था. यहां तक कि मुख्यमंत्री स्वयं भी मीडियाकर्मियों से बातचीत करते समय इस मामले पर टिप्पणी करने से बचती रहीं.