कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद अभिषेक बनर्जी ने केंद्र सरकार पर पहलगाम आतंकी हमले को लेकर जवाबदेही की कमी का आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पांच तीखे सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि इस घटना के 55 दिन बीत जाने के बाद भी न तो सरकार ने स्पष्ट जवाब दिया, न ही मुख्यधारा मीडिया या विपक्ष ने इस पर गंभीर सवाल उठाए.
बनर्जी ने पूछा कि चार भारी हथियारों से लैस आतंकवादी भारतीय सीमा में कैसे दाखिल हुए और हमला करने में सफल रहे, जिसमें 26 निर्दोष नागरिक मारे गए. उन्होंने इसे "राष्ट्रीय सुरक्षा में भारी सेंध" बताते हुए पूछा कि इस विफलता की जिम्मेदारी कौन लेगा.
टीएमसी नेता ने खुफिया एजेंसियों की भूमिका पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि जब खुफिया तंत्र विफल रहा, तो हमले के एक महीने बाद IB प्रमुख को सेवा विस्तार क्यों दिया गया? उन्होंने यह भी पूछा कि जब सरकार विपक्षी नेताओं और पत्रकारों के खिलाफ पेगासस जैसे निगरानी उपकरण का उपयोग कर सकती है, तो आतंकियों पर क्यों नहीं?
It has been over 55 DAYS since the PAHALGAM terror attack. It is deeply concerning that in a democracy neither the mainstream media, members of the opposition, nor the judiciary has stepped forward to raise these five critical questions before the Government of India. However, as…
— Abhishek Banerjee (@abhishekaitc) June 16, 2025
उन्होंने इस हमले के जिम्मेदार आतंकियों के भाग्य पर भी संदेह जताते हुए सरकार से स्पष्टीकरण मांगा — क्या वे मारे गए या अब भी जीवित हैं?
बनर्जी ने विदेश नीति को भी आड़े हाथों लेते हुए पूछा कि POJK पर भारत का क्या रुख है, और अमेरिका के उस कथित दावे पर भारत सरकार की चुप्पी क्यों है, जिसमें उसने भारत को युद्ध विराम के लिए मनाने की बात कही थी.अपने अंतिम सवाल में उन्होंने पूछा कि भारत को अंतरराष्ट्रीय समर्थन कितना मिला, जबकि पाकिस्तान को IMF और विश्व बैंक से भारी वित्तीय सहायता और UNSC की आतंकरोधी समिति का उपाध्यक्ष पद मिल गया.
उन्होंने कहा कि जब विदेश नीति पर ₹2 लाख करोड़ खर्च हुए, तो जनता पारदर्शिता और जवाबदेही की हकदार है — सिर्फ मौन और प्रचार की नहीं.
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