चामराजनगर, कर्नाटक: जिले के बेदागुली और रामायणपोडु इलाकों में बाघ के हमले ने दहशत का माहौल पैदा कर दिया है. बीते सोमवार रात और मंगलवार सुबह दो अलग-अलग हमलों में एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया.
पहली घटना सोमवार रात रामायणपोडु में हुई, जब 35 वर्षीय रवि शौच के लिए घर से बाहर निकले थे. तभी बाघ ने उन पर अचानक हमला कर दिया. रवि की चीख-पुकार सुनकर उनके परिजन दौड़े और शोर मचाया, जिससे बाघ वहां से भाग गया. घायल रवि को तत्काल सिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है. डॉक्टरों के अनुसार, फिलहाल वह खतरे से बाहर हैं.
दूसरी और ज्यादा भयावह घटना मंगलवार सुबह बेदागुली में घटी, जब 65 वर्षीय रंगम्मा नामक बुजुर्ग महिला पर बाघ ने हमला कर दिया. महिला की मौके पर ही मौत हो गई. कुछ ही घंटों के भीतर हुई इन दो घटनाओं ने ग्रामीणों में भय और आक्रोश दोनों पैदा कर दिया है.
बाघ को किया गया पकड़ने का दावा
इन घटनाओं के बाद वन विभाग हरकत में आया और बीआरटी वन क्षेत्र में हाथी "भीम" और "गजेंद्र" की मदद से सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया. वन अधिकारियों की तत्परता से बाघ को कुछ ही घंटों में पकड़ लिया गया, जिससे ग्रामीणों ने कुछ राहत की सांस ली है.
वन मंत्री ईश्वर खंड्रे ने जताया शोक
कर्नाटक के वन मंत्री ईश्वर बी. खंड्रे ने रंगम्मा की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया है. उन्होंने कहा, "मानव रक्त चखने वाला बाघ बेहद खतरनाक हो जाता है, इसलिए मैंने तुरंत अभियान शुरू करने के निर्देश दिए थे." मंत्री ने यह भी बताया कि अधिकारियों को घायल रवि के इलाज का पूरा खर्च वहन करने और मृतक महिला के परिजनों को मुआवजा देने के निर्देश दिए गए हैं.
सावधानी की अपील
मंत्री खंड्रे ने जंगल के किनारे रहने वाले सभी लोगों से अपील की है कि वे सुबह और रात के समय जंगल क्षेत्र में न जाएं और पूरी सावधानी बरतें. वन विभाग द्वारा क्षेत्र में निगरानी बढ़ा दी गई है और स्थानीय लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है.
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