हाफलोंग: असम के दीमा हसाओ जिले में मंगलवार को सुरक्षा बलों और उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ में प्रतिबंधित एनएससीएन-आईएम के तीन संदिग्ध कार्यकर्ता मारे गए. रिपोर्ट के मुताबिक, गोलीबारी की घटना हाफलोंग पुलिस थाने के अंतर्गत दिहामलाई (Dihamlai) में हुई. यह इलाका एन कुबिंग और हराकिलो के बीच में आता है.
हालांकि शुरुआती रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि मारे गए तीन लोग प्रतिबंधित उग्रवादी समूह एनएससीएन (आईएम) के सदस्य हैं, लेकिन अधिकारियों ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है.

दीमा हसाओ के एसपी मयंक कुमार ने जिला मुख्यालय हाफलोंग से लगभग 40 किलोमीटर दूर दिहामलाई में सुरक्षाकर्मियों और उग्रवादी समूह के बीच मुठभेड़ की खबरों को स्वीकार किया, लेकिन उन्होंने हताहतों की संख्या पर टिप्पणी करने से परहेज किया. उन्होंने कहा कि पुलिस अभी भी इलाके में अभियान चला रही है. विस्तृत जानकारी मिलने में कुछ समय लगेगा क्योंकि यह इलाका सुदूर है और घने जंगलों से घिरा हुआ है.

60 घंटे की तलाशी के बाद हुई मुठभेड़
असम पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि सूचना मिली थी कि कुछ सशस्त्र कैडर हाफलोंग थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक सामान्य क्षेत्र में छिपे हुए हैं. इसके आधार पर बीते शनिवार की शाम को असम पुलिस की विशेष इकाइयों और असम राइफल्स द्वारा तलाशी अभियान शुरू किया गया. मंगलवार सुबह सुरक्षा बलों को लगभग 60 घंटे की तलाशी के बाद एन कुबिन और हेरा किलो के बीच के क्षेत्र में एक सशस्त्र समूह मिला. उग्रवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी की, जिसका जवाब दिया गया और भारी गोलीबारी हुई. बाद में इलाके की तलाशी में दो एके सीरीज राइफलों और 1 पिस्तौल के साथ तीन शव बरामद हुए.
पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि मारे गए उग्रवादियों के एनएससीएन के किसी गुट से जुड़े होने का संदेह है. क्षेत्र में तलाशी अभियान अभी भी जारी है. उन्होंने कहा कि उग्रवादियों ने दीमा हसाओ जिले में एनएचएआई को जबरन वसूली का पत्र दिया था.
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