मुर्शिदाबाद: वक्फ बोर्ड के दौरान हुई हिंसा के बाद पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने शनिवार को मुर्शिदाबाद में पीड़ितों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना. शुक्रवार को मालदा जिले के पार लालपुर में एक राहत शिविर का दौरा करने के बाद राज्यपाल ने शनिवार को मुर्शिदाबाद में पीड़ितों से मुलाकात की. गौर करें तो वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान 11 अप्रैल को हिंसा भड़क गई थी. दंगा पीड़ितों से मुलाकात करने के बाद गवर्नर ने कहा कि पीड़ित "सुरक्षा की भावना" चाहते हैं.
'पीड़ितों की चिंताओं का समाधान निकालेंगे'
#WATCH | West Bengal Governor CV Ananda Bose arrives in Dhuliyan to meet the victims of Murshidabad violence. pic.twitter.com/BHdfnKjYtg
— ANI (@ANI) April 19, 2025
संवाददाताओं से बोस ने कहा,
"पीड़ित सुरक्षा की भावना चाहते हैं और निश्चित रूप से कुछ अन्य मांगें या उनके द्वारा दिए गए सुझाव भी. इन सब पर विचार किया जाएगा. मैं उचित कार्रवाई के लिए इसे भारत सरकार और राज्य सरकार के समक्ष उठाऊंगा. मैं इसका अनुसरण करुंगा. मैंने एक बार उनसे कहा था कि वे मुझसे सीधे बात करने के लिए स्वतंत्र महसूस करें. उन्हें फोन नंबर भी दिया गया है. हम उनके संपर्क में रहेंगे. निश्चित रूप से, बहुत प्रभावी सक्रिय कदम उठाए जाएंगे..."
बोस ने एएनआई को बताया कि ये यह कल की यात्रा का विस्तार है. उन्होंने कहा कि वो ज्यादा से ज्यादा पीड़ितों से मिलेंगे और उनका हाल जानेंगे.
#WATCH | West Bengal Governor CV Ananda Bose arrives in Dhuliyan to meet the victims of Murshidabad violence. pic.twitter.com/EiF5p4CvdN
— ANI (@ANI) April 19, 2025
गौर करें तो राज्यपाल बोस ने शुक्रवार को मालदा जिले में स्थित पार लालपुर में एक राहत शिविर का दौरा किया और सक्रिय कार्रवाई का आश्वासन दिया. बोस ने एएनआई को बताया,
"मैंने इस शिविर में रह रहे परिवार के सदस्यों से मुलाकात की. मैंने उनसे विस्तृत चर्चा की. मैंने उनकी शिकायतें सुनीं और उनकी भावनाओं को समझा. उन्होंने मुझे अपनी आवश्यकताओं के बारे में भी बताया.
इस बीच, हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद क्षेत्र का दौरा राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया राहटकर के नेतृत्व में आयोग की टीम ने किया. ये टीम अब केंद्र की मोदी सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. राहटकर ने कहा कि आयोग लोगों की मांगों को सरकार के समक्ष रखेगा.
यहां राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रहाटकर ने मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कहा,
"इन लोगों को जो पीड़ा झेलनी पड़ रही है, वह अमानवीय है. हम उनकी मांगों को सरकार के सामने रखेंगे..."
जाफराबाद में हिंसा की भेंट चढ़े पिता-पुत्र की जोड़ी के परिवार वालों से मुलाकात करने के बाद राहतकर ने कहा कि उनके पास परिवार के दर्द को बयां करने के लिए शब्द नहीं हैं. एनसीडब्ल्यू अध्यक्ष ने कहा,
"ये लोग इतने दर्द में हैं कि मैं अभी बोल नहीं पा रही हूं. मेरे पास उनके दर्द को बयां करने के लिए शब्द नहीं हैं."
बता दें कि वक्फ को लेकर फैली हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. कई परिवार विस्थापित हो गए हैं. जिनमें से कई झारखंड के पाकुड़ जिले में चले गए हैं, जबकि अन्य ने मालदा में बनाए गए राहत शिविरों में शरण ली है.
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