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जम्मू में भूस्खलन के बाद आतंकी हमला, पर्यटन उद्योग से जुड़े कारोबारी चिंतित - TERRORIST ATTACK IN JAMMU

जम्मू-कश्मीर में बाढ़ से पर्यटन उद्योग को नुकसान पहुंचा था कि इस बीच आतंकी हमले ने पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों की चिंता बढ़ा दी.

Terrorist attack in Jammu
जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार, 22 अप्रैल को आतंकवादियों द्वारा पर्यटकों पर हमला किए जाने के रोते बिलखते परिजन. (PTI)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : April 22, 2025 at 8:46 PM IST

3 Min Read

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में अचानक आई बाढ़ से भारी तबाही हुई है. राष्ट्रीय राजमार्ग 44 बंद हो गया है. कई पर्यटक फंसे हुए हैं. इस बीच मंगलवार दोपहर को पहलगाम के बैसरन में पर्यटकों के एक समूह पर आतंकवादियों ने उस समय गोलीबारी की जब वे पर्यटन स्थल पर छुट्टियां मना रहे थे. इस हमले में एक पर्यटक की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. इस घटना के बाद जम्मू के पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोग चिंतित हैं.

कश्मीर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के महासचिव फियाज बख्शी ने कहा, "यह पर्यटन क्षेत्र पर सीधा प्रहार है. इसका उद्देश्य लोगों को डराना और कश्मीर की सुरक्षित और मेहमाननवाज जगह की छवि को खराब करना है."

ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ कश्मीर जैसे हितधारकों ने सरकार से हस्तक्षेप की मांग की. अलग-अलग पत्रों में उन्होंने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से घाटी में फंसे पर्यटकों के प्रबंधन के लिए अतिरिक्त उड़ानों या भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टरों की मांग की.

Terrorist attack in Jammu
पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा पर्यटकों के एक समूह पर हमला किए जाने के बाद घटनास्थल की ओर जाते सुरक्षाकर्मी. (PTI)

कश्मीर होटल और रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष गौहर मकबूल ने कहा, "पर्यटकों को घाटी से बाहर रहने वाले उनके परिवारों से लगातार फ़ोन आ रहे हैं.कुछ पर्यटक तुरंत चले जाना चाहते हैं, लेकिन सड़क बंद होने और हवाई किराए में बढ़ोतरी के कारण वे फंस गए हैं."

कश्मीर ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रऊफ ट्रंबू ने कहा कि उद्योग संकट का सामना कर रहा है. उन्होंने कहा, "हाईवे के ढहने से हम पहले ही प्रभावित हो चुके हैं. अब इस हमले ने हालात और खराब कर दिए हैं." इस समय कश्मीर में पर्यटकों की रिकॉर्ड संख्या में आमद हो रही है. पर्यटन विभाग के निदेशक राजा याकूब ने ईटीवी भारत को बताया कि क्षेत्र के पर्यटन स्थलों पर होटलों में बुकिंग चरम पर पहुंच गई है.

केसीसीआई के बख्शी ने कहा, कश्मीर में औसतन सड़क मार्ग से 10,000 से ज़्यादा पर्यटक आते हैं और हर दिन श्रीनगर में 50 से ज़्यादा उड़ानें उतरती हैं. लेकिन हमले की ख़बर स्क्रीन पर आने के तुरंत बाद ही रद्दीकरण की घटनाएं बढ़ रही हैं. उन्होंने कहा, "यह स्वीकार्य नहीं है. हमने इन सभी वर्षों में पर्यटन को पटरी पर लाने के लिए कड़ी मेहनत की है, लेकिन हम अब तक की प्रगति को कम नहीं कर सकते."

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के परियोजना निदेशक पुरुषोत्तम कुमार ने कहा कि राजमार्ग से टनों मलबा हटाने में अभी भी कई दिन लगेंगे. उन्होंने ईटीवी भारत से कहा, "सड़क साफ करने में 4-5 दिन लगेंगे.

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श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में अचानक आई बाढ़ से भारी तबाही हुई है. राष्ट्रीय राजमार्ग 44 बंद हो गया है. कई पर्यटक फंसे हुए हैं. इस बीच मंगलवार दोपहर को पहलगाम के बैसरन में पर्यटकों के एक समूह पर आतंकवादियों ने उस समय गोलीबारी की जब वे पर्यटन स्थल पर छुट्टियां मना रहे थे. इस हमले में एक पर्यटक की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. इस घटना के बाद जम्मू के पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोग चिंतित हैं.

कश्मीर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के महासचिव फियाज बख्शी ने कहा, "यह पर्यटन क्षेत्र पर सीधा प्रहार है. इसका उद्देश्य लोगों को डराना और कश्मीर की सुरक्षित और मेहमाननवाज जगह की छवि को खराब करना है."

ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ कश्मीर जैसे हितधारकों ने सरकार से हस्तक्षेप की मांग की. अलग-अलग पत्रों में उन्होंने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से घाटी में फंसे पर्यटकों के प्रबंधन के लिए अतिरिक्त उड़ानों या भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टरों की मांग की.

Terrorist attack in Jammu
पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा पर्यटकों के एक समूह पर हमला किए जाने के बाद घटनास्थल की ओर जाते सुरक्षाकर्मी. (PTI)

कश्मीर होटल और रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष गौहर मकबूल ने कहा, "पर्यटकों को घाटी से बाहर रहने वाले उनके परिवारों से लगातार फ़ोन आ रहे हैं.कुछ पर्यटक तुरंत चले जाना चाहते हैं, लेकिन सड़क बंद होने और हवाई किराए में बढ़ोतरी के कारण वे फंस गए हैं."

कश्मीर ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रऊफ ट्रंबू ने कहा कि उद्योग संकट का सामना कर रहा है. उन्होंने कहा, "हाईवे के ढहने से हम पहले ही प्रभावित हो चुके हैं. अब इस हमले ने हालात और खराब कर दिए हैं." इस समय कश्मीर में पर्यटकों की रिकॉर्ड संख्या में आमद हो रही है. पर्यटन विभाग के निदेशक राजा याकूब ने ईटीवी भारत को बताया कि क्षेत्र के पर्यटन स्थलों पर होटलों में बुकिंग चरम पर पहुंच गई है.

केसीसीआई के बख्शी ने कहा, कश्मीर में औसतन सड़क मार्ग से 10,000 से ज़्यादा पर्यटक आते हैं और हर दिन श्रीनगर में 50 से ज़्यादा उड़ानें उतरती हैं. लेकिन हमले की ख़बर स्क्रीन पर आने के तुरंत बाद ही रद्दीकरण की घटनाएं बढ़ रही हैं. उन्होंने कहा, "यह स्वीकार्य नहीं है. हमने इन सभी वर्षों में पर्यटन को पटरी पर लाने के लिए कड़ी मेहनत की है, लेकिन हम अब तक की प्रगति को कम नहीं कर सकते."

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के परियोजना निदेशक पुरुषोत्तम कुमार ने कहा कि राजमार्ग से टनों मलबा हटाने में अभी भी कई दिन लगेंगे. उन्होंने ईटीवी भारत से कहा, "सड़क साफ करने में 4-5 दिन लगेंगे.

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