साबरकांठा: गुजरात में एक परिवार ने जिंदगी से हार मान ली. मां-बाप और दो बेटों ने कथित रूप से आत्महत्या कर ली, जबकि एक बच्ची ज़िंदगी और मौत के बीच जूझ रही है. ग्रामीणों का आरोप है कि साहूकार की सूदखोरी के कारण यह घटना घटी. गुजरात के साबरकांठा से आई ये खबर सिर्फ उस बेबसी की दास्तान है, जहां कर्ज के जाल में फंसकर जान देने को मजबूर हो जाते हैं.
किनकी हुई मौत: साबरकांठा के वडाली में रविवार 13 अप्रैल को सागर परिवार के पांच सदस्यों ने आत्महत्या का प्रयास किया. पति-पत्नी की घर पर ही मौत हो गई. जबकि दो बेटों और एक बेटी को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया. इलाज के दौरान दो बच्चों की मौत हो गई. दोनों जुड़वा थे. मृतकों के नाम विनुभाई मोहनभाई जुंदाल (उम्र 44), कोकिलाबेन विनुभाई जुंडाल (उम्र 33 वर्ष), नीरव विनुभाई जुंदाल (उम्र 17) और शंकर विनुभाई जुंडाल (उम्र 17) हैं.
ग्रामीणों ने लगाए गंभीर आरोप: एक परिवार के पांच सदस्यों द्वारा आत्महत्या के प्रयास से इलाके में हड़कंप मच गया. अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि इस परिवार ने यह आत्मघाती प्रयास क्यों किया. ग्रामीणों का आरोप है कि परिवार साहूकार के कर्ज के जाल में फंसा था. कर्ज चुकता नहीं कर पाने के कारण प्रताड़ित हो रहा था. समुदाय के नेताओं ने परिवार के लिए न्याय की मांग की है.
पुलिस कर रही जांचः पुलिस ने सामूहिक आत्महत्या और आत्महत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने मोबाइल फोन समेत अन्य सामान जब्त कर लिये हैं. पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि किन वजहों से मौत हुई है. आत्महत्या के कारणों का पता लगाने के लिए पुलिस जांच कर रही है.
शव के साथ थाने का घेरावः एक ही परिवार के चार लोगों की मौत के बाद स्थानीय लोगों ने सोमवार को वडाली पुलिस थाने का घेराव किया. शव के साथ थाने के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. उनकी मांग थी कि जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर लिया जाता तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा. करीब तीन घंटे विरोध प्रदर्शन चला. बाद में पुलिस के आश्वासन पर परिवार के लोग शवों के अंतिम संस्कार कराने पर सहमत हो गए.
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