पिथौरागढ़: पिथौरागढ़ के झूलाघाट में गुरुवार शाम उस समय अजीब स्थिति हो गई जब दो विदेशी टूरिस्ट भारत से नेपाल जाने की कोशिश करने लगे. एसएसबी ने दोनों इजराइली नागरिकों को रोका तो वो नेपाल जाने की जिद पर अड़ गए. ऐसे में एसएसबी ने स्थानीय पुलिस थाने के थानाध्यक्ष को मौके पर बुलाया. तब जाकर हाई वोल्टेज ड्रामा खत्म हुआ.
इजराइली पर्यटकों को नेपाल जाने से रोका: पिथौरागढ़ के झूलाघाट के अंतरराष्ट्रीय झूला पुल पर एसएसबी के जवान ड्यूटी दे रहे थे. इसी दौरान दो इजराइली नागरिक वहां पहुंचे. इनमें एक पुरुष और दूसरी महिला थी. इन लोगों ने नेपाल जाने की बात कही. इस पर सुरक्षा एजेंसियों ने दोनों इजरायली नागरिकों को नेपाल जाने से रोक दिया. दरअसल गुरुवार सायंकाल दो इजराइली नागरिक डेविड योव एवं उसकी महिला साथी 24 वर्षीय शाहर एस्टर दयान पिथौरागढ़ से झूलाघाट पहुंचे थे.
झूलाघाट के झूलापुल से नेपाल जाना चाहते थे: ये दोनों झूला पुल के रास्ते नेपाल जाना चाहते थे. भारत नेपाल को जोड़ने वाले झूला पुल पर तैनात सशस्त्र सीमा बल (SSB) के जवानों ने तीसरे देश के नागरिक होने पर पूछताछ की तो दोनों इजराइली नागरिक निकले. सुरक्षा एजेंसियों द्वारा पासपोर्ट देखने पर मालूम पड़ा कि दोनों इजराइली नागरिक डेविड योव एवं उसकी महिला साथी 24 वर्षीय शाहर एस्टर दयान टूरिष्ट वीजा पर भ्रमण कर रहे थे.
इजराइली पर्यटक टूरिस्ट वीजा पर भारत आए हैं: दोनों एसएसबी से नेपाल जाने देने की रिक्वेस्ट कर रहे थे. मामले को लेकर एसएसबी ने झूलाघाट थानाध्यक्ष दिनेश चंद्र बिष्ट को बुलाया. इसके बाद दोनों सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों ने विचार विमर्श किया. विचार विमर्श के बाद निष्कर्ष निकला कि दोनों चूंकि टूरिस्ट वीजा पर भारत भ्रमण पर आए हैं तो वो नेपाल नहीं जा सकते हैं. इसके बाद दोनों इजराइली नागरिकों को उनके द्वारा उपयोग में लायी जा रही मोटरसाइकिल के साथ पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय वापस भेज दिया गया.
एक अनुमान के मुताबिक हर साल करीब 40,000 इजराइली पर्यटक भारत भ्रमण पर आते हैं. भारत में सबसे ज्यादा पर्यटक बांग्लादेश से आते हैं. इसके बाद अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा से टूरिस्ट अधिक संख्या में भारत आते हैं. उत्तराखंड का पिथौरागढ़ जिला नेपाल से सीमा बांटता है. यहां से पैदल मार्ग से ही दोनों देशों में प्रवेश किया जा सकता है. नेपाल बॉर्डर पर यहां एसएसबी तैनात रहती है.
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