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श्रीलंकाई समुद्री डाकुओं का आतंक, तमिलनाडु के मछुआरों पर किया हमला, मामला दर्ज - SRI LANKA PIRATES ATTACK FISHERMEN

पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 309(6) के तहत छह अज्ञात समुद्री डाकुओं के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.

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नाव (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : April 18, 2025 at 10:31 PM IST

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नागपट्टिनम: तमिलनाडु के नागपट्टिनम जिले में स्थित वेदारण्यम मरीन पुलिस ने कोडियाकराई के पास मछली पकड़ रहे स्थानीय मछुआरों पर हमले की घटनाओं के बाद छह श्रीलंकाई समुद्री डाकुओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है. यह मामला मछुआरों द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया है.

मरीन पुलिस के अनुसार, यह घटनाक्रम इस सप्ताह दो अलग-अलग स्थानों पर हुआ, जहां कथित तौर पर समुद्री डाकुओं ने तमिलनाडु के मछुआरों को निशाना बनाया. पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 309(6) के तहत छह अज्ञात समुद्री डाकुओं के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है.

चाकुओं और डंडों से वार
पहली घटना 15 अप्रैल को हुई थी, जब मयिलादुथुराई जिले के पुडुपेट्टई इलाके के चार मछुआरे, सेंथिल, सैमुअल, रामकृष्णन और जगन, कोडियाकराई समुद्री इलाके में मछली पकड़ने के बाद वापस लौट रहे थे. तभी तीन समुद्री डाकुओं ने उनकी नाव को रोका और चाकुओं और डंडों से उन पर हमला कर दिया.

गंभीर रूप से घायल मछुआरे 17 अप्रैल को कोडियाकराई बोट बंदरगाह पहुंचे, जहां स्थानीय लोगों ने उन्हें बचाया और कोडियाकराई सरकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. फिर उन्हें आगे के इलाज के लिए वेदारण्यम सरकारी सामान्य अस्पताल में रेफर कर दिया गया.

लूटपाट
गुरुवार को एक और हमला हुआ, जब नागपट्टिनम जिले के चेरुधुर मछली पकड़ने वाले गांव के चार मछुआरे, गोविंदस्वामी, रमेश, वेत्री और रवि, सुरेश के स्वामित्व वाली एक फाइबर बोट में कोडियाकराई से 16 समुद्री मील उत्तर में समुद्र में मछली पकड़ रहे थे. अचानक, समुद्री डाकू उनकी नाव पर आ गए और चाकू की नोंक पर नाव से 3 लाख रुपये से अधिक का सामान लूट लिया. लूटे गए सामान में एक इंजन, 30 किलो मछली, दो सेलफोन बैटरी और एक जीपीएस डिवाइस शामिल थे.

घटना के बाद, मछुआरों की नाव में पेट्रोल खत्म हो गया, जिससे वे किनारे पर लौटने में असमर्थ थे. उन्हें बाद में समुद्र में मछली पकड़ रहे एक साथी मछुआरे से ईंधन खरीदना पड़ा, जिसके बाद वे किनारे पर वापस लौट सके.

समुद्री डाकुओं का बढ़ता खतरा
तमिलनाडु के मछुआरों पर श्रीलंकाई समुद्री डाकुओं के हमलों की यह घटना चिंता का विषय है. यह मछुआरों की सुरक्षा पर सवाल उठाता है, जो अपनी आजीविका के लिए समुद्र पर निर्भर हैं. इन घटनाओं से स्थानीय मछुआरा समुदाय में भय का माहौल है.

प्रशासन की कार्रवाई
मरीन पुलिस ने इन हमलों को गंभीरता से लिया है और मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. अधिकारियों का कहना है कि वे समुद्री डाकुओं को पकड़ने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं.

यह भी पढ़ें: 11 मछुआरों को श्रीलंकाई नौसेना ने किया गिरफ्तार, मोटरबोट भी की जब्त

नागपट्टिनम: तमिलनाडु के नागपट्टिनम जिले में स्थित वेदारण्यम मरीन पुलिस ने कोडियाकराई के पास मछली पकड़ रहे स्थानीय मछुआरों पर हमले की घटनाओं के बाद छह श्रीलंकाई समुद्री डाकुओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है. यह मामला मछुआरों द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया है.

मरीन पुलिस के अनुसार, यह घटनाक्रम इस सप्ताह दो अलग-अलग स्थानों पर हुआ, जहां कथित तौर पर समुद्री डाकुओं ने तमिलनाडु के मछुआरों को निशाना बनाया. पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 309(6) के तहत छह अज्ञात समुद्री डाकुओं के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है.

चाकुओं और डंडों से वार
पहली घटना 15 अप्रैल को हुई थी, जब मयिलादुथुराई जिले के पुडुपेट्टई इलाके के चार मछुआरे, सेंथिल, सैमुअल, रामकृष्णन और जगन, कोडियाकराई समुद्री इलाके में मछली पकड़ने के बाद वापस लौट रहे थे. तभी तीन समुद्री डाकुओं ने उनकी नाव को रोका और चाकुओं और डंडों से उन पर हमला कर दिया.

गंभीर रूप से घायल मछुआरे 17 अप्रैल को कोडियाकराई बोट बंदरगाह पहुंचे, जहां स्थानीय लोगों ने उन्हें बचाया और कोडियाकराई सरकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. फिर उन्हें आगे के इलाज के लिए वेदारण्यम सरकारी सामान्य अस्पताल में रेफर कर दिया गया.

लूटपाट
गुरुवार को एक और हमला हुआ, जब नागपट्टिनम जिले के चेरुधुर मछली पकड़ने वाले गांव के चार मछुआरे, गोविंदस्वामी, रमेश, वेत्री और रवि, सुरेश के स्वामित्व वाली एक फाइबर बोट में कोडियाकराई से 16 समुद्री मील उत्तर में समुद्र में मछली पकड़ रहे थे. अचानक, समुद्री डाकू उनकी नाव पर आ गए और चाकू की नोंक पर नाव से 3 लाख रुपये से अधिक का सामान लूट लिया. लूटे गए सामान में एक इंजन, 30 किलो मछली, दो सेलफोन बैटरी और एक जीपीएस डिवाइस शामिल थे.

घटना के बाद, मछुआरों की नाव में पेट्रोल खत्म हो गया, जिससे वे किनारे पर लौटने में असमर्थ थे. उन्हें बाद में समुद्र में मछली पकड़ रहे एक साथी मछुआरे से ईंधन खरीदना पड़ा, जिसके बाद वे किनारे पर वापस लौट सके.

समुद्री डाकुओं का बढ़ता खतरा
तमिलनाडु के मछुआरों पर श्रीलंकाई समुद्री डाकुओं के हमलों की यह घटना चिंता का विषय है. यह मछुआरों की सुरक्षा पर सवाल उठाता है, जो अपनी आजीविका के लिए समुद्र पर निर्भर हैं. इन घटनाओं से स्थानीय मछुआरा समुदाय में भय का माहौल है.

प्रशासन की कार्रवाई
मरीन पुलिस ने इन हमलों को गंभीरता से लिया है और मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. अधिकारियों का कहना है कि वे समुद्री डाकुओं को पकड़ने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं.

यह भी पढ़ें: 11 मछुआरों को श्रीलंकाई नौसेना ने किया गिरफ्तार, मोटरबोट भी की जब्त

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