ETV Bharat / bharat

ऑक्सफोर्ड में कश्मीर की 'गूंज' : सोपोर के युवा को मिला 'स्टूडेंट एंटरप्रेन्योर ऑफ द ईयर' अवॉर्ड - WORLD LEADERS SUMMIT

सोपोर के युवा ने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में आयोजित विश्व लीडर्स शिखर सम्मेलन में 'स्टूडेंट एंटरप्रेन्योर ऑफ द ईयर' पुरस्कार जीता.

Salik Riaz
सालिक रियाज. (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : May 17, 2025 at 2:00 PM IST

2 Min Read

सोपोरः जम्मू-कश्मीर के सोपोर के युवा छात्र सालिक रियाज ने अपनी अभूतपूर्व पहल 'ज़ूनीगिया' के लिए ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में आयोजित विश्व लीडर्स शिखर सम्मेलन में 'स्टूडेंट एंटरप्रेन्योर ऑफ द ईयर' पुरस्कार जीतकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त की है. परिवार के सदस्यों और दोस्तों सहित उनके प्रियजनों में खुशी है.

विचारों की अथक खोज ने 'ज़ूनीगिया' के निर्माण को जन्म दिया. एक पहल जिसका उद्देश्य छात्रों को अग्रणी विज्ञान, प्रौद्योगिकी और रचनात्मकता के साथ जुड़ने के तरीके में क्रांतिकारी बदलाव लाना है, खासकर वंचित क्षेत्रों में. एक छोटे से विचार के रूप में शुरू हुआ यह काम अब एक जीवंत परियोजना में बदल गया है.

ज़ूनीगिया छात्रों को पाठ्यपुस्तकों की सीमाओं से परे सपने देखने के लिए सशक्त बनाता है. खगोल विज्ञान से लेकर कृत्रिम बुद्धिमत्ता तक, सालिक की पहल प्राचीन ज्ञान को अत्याधुनिक विज्ञान से जोड़ती है, जिससे सैकड़ों लोगों को अज्ञात संभावनाओं का पता लगाने की प्रेरणा मिलती है.

मीडिया से बात करते हुए सलिक ने कहा कि मेरी यात्रा आसान नहीं थी. मुझे उन लोगों से संदेह और उपहास का सामना करना पड़ा जिन्होंने मेरी महत्वाकांक्षाओं को 'अव्यावहारिक' कहकर खारिज कर दिया या मुझे 'सुरक्षित करियर' अपनाने के लिए कहा.

सालिक रियाज ने कहा, "मेरे आस-पास के लगभग सभी लोगों ने मुझे रोकने की कोशिश की, लेकिन मैंने और अधिक संघर्ष करने और आगे बढ़ने का फैसला किया. अवसर कम थे, संसाधन सीमित थे और कई बार, अपने विचारों को साझा करने के लिए एक मंच ढूंढना भी मुश्किल साबित हुआ. फिर भी, मैं दृढ़ रहा, अपने विश्वास से प्रेरित होकर कि इस क्षेत्र में अप्रयुक्त क्षमता, प्रतिभा और कहानियां हैं जिन्हें दुनिया को सुनने की ज़रूरत है."

रिजाज ने बताया, "मेरी लगन ने मुझे दर्शनशास्त्र और खगोल विज्ञान से लेकर कृत्रिम बुद्धिमत्ता और जमीनी स्तर के नवाचार तक विविध क्षेत्रों का अन्वेषण करने के लिए प्रेरित किया. मैंने वैश्विक अंतरिक्ष अनुसंधान कार्यक्रमों के साथ सहयोग किया है, जिसमें नासा के साथ साझेदारी में IASC पैन-स्टार्स पहल शामिल है, और सैकड़ों छात्रों को पारंपरिक शिक्षा से परे सोचने के लिए सशक्त बनाया है."

इसे भी पढ़ेंः DU लाइब्रेरियन डॉ राजेश सिंह को मिला बेस्ट लाइब्रेरियन अवार्ड, जानिए क्या हैं इनकी उपलब्धियां

सोपोरः जम्मू-कश्मीर के सोपोर के युवा छात्र सालिक रियाज ने अपनी अभूतपूर्व पहल 'ज़ूनीगिया' के लिए ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में आयोजित विश्व लीडर्स शिखर सम्मेलन में 'स्टूडेंट एंटरप्रेन्योर ऑफ द ईयर' पुरस्कार जीतकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त की है. परिवार के सदस्यों और दोस्तों सहित उनके प्रियजनों में खुशी है.

विचारों की अथक खोज ने 'ज़ूनीगिया' के निर्माण को जन्म दिया. एक पहल जिसका उद्देश्य छात्रों को अग्रणी विज्ञान, प्रौद्योगिकी और रचनात्मकता के साथ जुड़ने के तरीके में क्रांतिकारी बदलाव लाना है, खासकर वंचित क्षेत्रों में. एक छोटे से विचार के रूप में शुरू हुआ यह काम अब एक जीवंत परियोजना में बदल गया है.

ज़ूनीगिया छात्रों को पाठ्यपुस्तकों की सीमाओं से परे सपने देखने के लिए सशक्त बनाता है. खगोल विज्ञान से लेकर कृत्रिम बुद्धिमत्ता तक, सालिक की पहल प्राचीन ज्ञान को अत्याधुनिक विज्ञान से जोड़ती है, जिससे सैकड़ों लोगों को अज्ञात संभावनाओं का पता लगाने की प्रेरणा मिलती है.

मीडिया से बात करते हुए सलिक ने कहा कि मेरी यात्रा आसान नहीं थी. मुझे उन लोगों से संदेह और उपहास का सामना करना पड़ा जिन्होंने मेरी महत्वाकांक्षाओं को 'अव्यावहारिक' कहकर खारिज कर दिया या मुझे 'सुरक्षित करियर' अपनाने के लिए कहा.

सालिक रियाज ने कहा, "मेरे आस-पास के लगभग सभी लोगों ने मुझे रोकने की कोशिश की, लेकिन मैंने और अधिक संघर्ष करने और आगे बढ़ने का फैसला किया. अवसर कम थे, संसाधन सीमित थे और कई बार, अपने विचारों को साझा करने के लिए एक मंच ढूंढना भी मुश्किल साबित हुआ. फिर भी, मैं दृढ़ रहा, अपने विश्वास से प्रेरित होकर कि इस क्षेत्र में अप्रयुक्त क्षमता, प्रतिभा और कहानियां हैं जिन्हें दुनिया को सुनने की ज़रूरत है."

रिजाज ने बताया, "मेरी लगन ने मुझे दर्शनशास्त्र और खगोल विज्ञान से लेकर कृत्रिम बुद्धिमत्ता और जमीनी स्तर के नवाचार तक विविध क्षेत्रों का अन्वेषण करने के लिए प्रेरित किया. मैंने वैश्विक अंतरिक्ष अनुसंधान कार्यक्रमों के साथ सहयोग किया है, जिसमें नासा के साथ साझेदारी में IASC पैन-स्टार्स पहल शामिल है, और सैकड़ों छात्रों को पारंपरिक शिक्षा से परे सोचने के लिए सशक्त बनाया है."

इसे भी पढ़ेंः DU लाइब्रेरियन डॉ राजेश सिंह को मिला बेस्ट लाइब्रेरियन अवार्ड, जानिए क्या हैं इनकी उपलब्धियां

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.