मुंबई: 12 जून को अहमदाबाद में हुए भीषण एयर इंडिया विमान हादसे में पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है. लंदन के लिए रवाना हुआ यह विमान उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद बीजे मेडिकल कॉलेज की इमारत से टकरा गया, जिसमें 241 लोगों की जान चली गई. हादसे में सोलापुर जिले के सांगोला तालुका और नवी मुंबई के पनवेल तालुका के परिवार भी प्रभावित हुए हैं.
सोलापुर के वरिष्ठ दंपत्ति की मौत
इस हादसे में सांगोला तालुका के हटिड गांव के महादेव तुकाराम पवार (68) और उनकी पत्नी आशा महादेव पवार (60) की मौत हो गई. यह दंपत्ति गुजरात के नाडियाड में कपड़ा मिल में काम करता था और अब सेवानिवृत्त जीवन बिता रहा था. उनका बेटा लंदन में रहता है और वे उससे मिलने जा रहे थे. लेकिन अहमदाबाद से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों में उनका सपना अधूरा रह गया.
पनवेल की मैथिली पाटिल का सपना टूटा
नवी मुंबई के पनवेल तालुका के न्हावा गांव की मैथिली मोरेश्वर पाटिल (22) एयर इंडिया की फ्लाइट में बतौर एयर होस्टेस ड्यूटी पर थीं. बचपन से ही एयर होस्टेस बनने का सपना देखने वाली मैथिली ने कठिनाइयों के बावजूद एविएशन की पढ़ाई की और एयर इंडिया में काम कर रही थीं. बुधवार को ही वह ड्यूटी के लिए न्हावा से निकली थीं, लेकिन गुरुवार का दिन उनकी ज़िंदगी का आखिरी दिन साबित हुआ. उनकी मौत ने पनवेल, उरण और न्हावा गांव में शोक की लहर फैला दी है.

एकमात्र जीवित बचे यात्री विश्वाश कुमार रमेश
इस हादसे में ब्रिटिश नागरिक विश्वाश कुमार रमेश चमत्कारिक रूप से जीवित बचे हैं. वह फ्लाइट की सीट 11A पर बैठे थे और आपातकालीन द्वार से कूदकर बाहर निकल गए. उन्हें सीने, आंखों और पैरों में चोटें आईं हैं लेकिन वे होश में हैं और अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में भर्ती हैं. उनका भाई अजय कुमार भी उसी फ्लाइट में था, लेकिन उसका अभी तक कोई पता नहीं चला है.
देशभर में शोक की लहर
इस दुर्घटना में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की भी मौत हो गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, और तमाम राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने इस हादसे पर शोक जताया है. वहीं अमेरिका और ब्रिटेन सहित कई देशों ने भारत के साथ संवेदना प्रकट की है.
जांच शुरू, अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां भी शामिल
दुर्घटना की जांच के लिए भारत की एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने जांच शुरू कर दी है. अमेरिका की NTSB और FAA, और ब्रिटेन की AAIB भी जांच में शामिल हो रही हैं. हादसे के कारणों की जांच के साथ-साथ मृतकों की पहचान के लिए DNA सैंपल लिए जा रहे हैं.
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