बेंगलुरु: मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में सरकार के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में अधिकारियों की एक टीम बनाने का फैसला किया गया है. यह निर्णय भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार के दौरान कोविड घोटाले पर जस्टिस जॉन माइकल डी'कुन्हा की रिपोर्ट पर का अध्ययन करने और जल्द से जल्द कैबिनेट को रिपोर्ट सौंपने के लिए किया गया है.
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की अध्यक्षता में गुरुवार को हुई कैबिनेट की बैठक के बाद कानून मंत्री एचके पाटिल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस उन्होंने बताया कि कोविड घोटाले पर जस्टिस जॉन माइकल डी'कुन्हा की रिपोर्ट पर व्यापक चर्चा हुई. कुन्हा की रिपोर्ट में कोविड के समय में सैकड़ों करोड़ की अवैधता के बारे में कुछ गंभीर आपत्तियों का उल्लेख किया गया है.
एक महीने के भीतर रिपोर्ट देगी टीम
पाटिल ने बताया कि रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि फाइलें गायब हैं. मुख्य सचिव, अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त एलके अतीक सहित वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम को इस पर गौर करने और एक महीने के भीतर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है.
कथित कोविड घोटाले की जांच
बता दें कि अगस्त 2023 में राज्य की कांग्रेस सरकार ने बीजेपी सरकार के दौरान स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग में कथित कोविड घोटाले की जांच के लिए जॉन माइकल कुन्हा की अध्यक्षता में जांच आयोग का गठन किया था.
आयोग का गठन बीजेपी सरकार के कार्यकाल के दौरान कोविड मैनेजमेंट, दवाओं, मास्क, उपकरण की खरीद, ऑक्सीजन मैनेजमेंट और ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों की जांच के लिए किया गया था.
रिटायर जस्टिस जॉन माइकल कुन्हा के नेतृत्व में जांच आयोग ने कोविड घोटाले पर एक रिपोर्ट तैयार की थी और पिछले सप्ताह इसे सीएम सिद्धारमैया को सौंप दिया गया था.