शहडोल(अखिलेश शुक्ला) : मध्य प्रदेश का शहडोल जिला इन दिनों देश दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बना रहा है. यहां के टैलेंट की अब तूती बोल रही है. शहडोल जिले की पहचान 'मिनी ब्राजील' के नाम से होने लगी है. जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस मिनी ब्राजील का जिक्र किया है, उसके बाद से तो शहडोल जिले में एक अलग ही माहौल देखने को मिल रहा है. अब इस मिनी ब्राजील में चल रहे खेलो इंडिया स्माल सेंटर से फुटबॉल की 'सचिन तेंदुलकर' निकलकर सामने आई हैं, जो अब मणिपुर में अपने खेल का जौहर दिखाते नजर आएंगी.
मणिपुर में एमपी की टीम से दिखाएंगी कमाल
सुहानी कोल जिसकी उम्र अभी महज 15 साल ही है और ये शहडोल के रेलवे स्कूल में पढ़ती है. सुहानी फुटबॉल की चैंपियन खिलाड़ी हैं और अपने इसी खेल के दम पर सुहानी कोल का चयन नेशनल स्कूल फुटबॉल टूर्नामेंट के लिए हुआ है. जहां सुहानी कोल मणिपुर के इंफाल में 15 अप्रैल से 21 अप्रैल तक होने वाले इस आयोजन में मध्य प्रदेश की सीनियर टीम से खेलेंगी. जिस पर सबकी नजर रहेगी.
ये है फुटबॉल की 'सचिन तेंदुलकर'
सुहानी कोल बहुत कम उम्र में और बहुत कम समय में ये बड़ी उपलब्धि हासिल कर चुकी हैं. कुछ साल पहले ही सुहानी कोल ने फुटबॉल खेलने की शुरुआत की थी. सुहानी कोल एक बेस्ट गोलकीपर हैं और बतौर गोलकीपर ही उनका नेशनल टीम के लिए चयन हुआ है. सुहानी कोल की उम्र अभी 15 साल है और वो अंडर-19 की सीनियर टीम से खेलती नजर आएंगी. जिस तरह से सचिन तेंदुलकर ने बहुत कम उम्र में भारतीय टीम में अपनी जगह बना ली थी, ठीक उसी तरह से सुहानी कोल फुटबॉल में अपना जौहर दिखाते नजर आ रही हैं. ऐसे में अब लोग उन्हें फुटबॉल का 'सचिन तेंदुलकर' कहने लगे हैं.

ऐसे हुई फुटबॉल की शुरूआत
फुटबॉल की स्टार खिलाड़ी सुहानी कोल बताती हैं कि "उन्होंने 13 साल की उम्र से फुटबॉल खेलना शुरू किया था, जब वो 7वीं कक्षा में थी, तब से वो फुटबॉल खेल रही हैं. पहले रेलवे ग्राउंड में खेला करती थीं और फिर उसके बाद शहडोल के विचारपुर के खेलो इंडिया स्मॉल सेंटर से ट्रेनिंग ले रही हैं. जिसे आजकल मिनी ब्राजील के नाम से जाना जाता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभी हाल ही में एक अमेरिकन पॉडकास्टर के साथ बातचीत में इसका जिक्र भी किया था. शहडोल के विचारपुर गांव में साल 2023 में खेलो इंडिया का स्मॉल सेंटर खुला था, जिसमें ट्रायल के दौरान सुहानी कोल भी सेलेक्ट हो गई और वहां से ट्रेनिंग लेने लगी. अब वहीं से खेलते हुए उन्होंने नेशनल स्कूल फुटबाल टूर्नामेंट की अंडर-19 टीम में बतौर गोलकीपर अपनी जगह बना ली.

चैंपियन खिलाड़ी हैं सुहानी
सुहानी कोल ऐसे ही यहां तक नहीं पहुंची हैं, बहुत ही कम उम्र में उन्होंने कई उपलब्धियां हासिल कर ली हैं. सुहानी कोल बताती हैं कि "अभी नेशनल में सिलेक्शन से पहले वो विदिशा में स्टेट खेलने गई थीं, जहां उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया, जिसकी बदौलत उन्हें मणिपुर में होने वाले नेशनल गेम्स के लिए सिलेक्ट किया गया. इसके अलावा सुहानी कोल ने इससे पहले अमलाई में 2024 में हुए अंडर-19 टीम की स्टेट में खेलते हुए गोल्ड जीता था. इसके अलावा अंडर-15 का नेशनल चेन्नई में हुआ था. फाइनल मुकाबले में जुलाई 2024 में केरल को हराकर ट्रॉफी जीती. इसके अलावा खेलो एमपी में भी 2023 में जीत हासिल की."
नानी और मां ने की परवरिश
सुहानी कोल बताती हैं कि "वो शहडोल के दक्षिण पूर्व मध्य मिश्रित हाई स्कूल रेलवे में कक्षा 9 का एग्जाम अभी दी हैं और दसवीं क्लास में जाएंगी. अपनी नानी और मम्मी के साथ शहडोल में ही रहकर वो पढ़ाई कर रही थीं और फुटबॉल भी खेल रही थीं. अभी कुछ महीनों से अनूपपुर में रह रही हैं. खेलो इंडिया के स्मॉल सेंटर में तो वह ट्रेनिंग ले ही रही हैं. साथ ही इन दिनों अब जब उनका परिवार अनूपपुर में शिफ्ट हो गया है तो वहीं पर लड़कों के साथ फुटबॉल खेलती हैं और उन्हीं के साथ प्रैक्टिस कर रही हैं. अपनी तैयारी में कोई कमी नहीं आने दे रही हैं."
गजब का टैलेंट है सुहानी के पास
शहडोल जिले के विचारपुर में स्थित खेलो इंडिया स्मॉल सेंटर की कोच लक्ष्मी सहीस बताती हैं कि "2023 में ये सेंटर खुला था, और जब उसके ट्रायल हुए थे तो उसमें सुहानी कोल का चयन हुआ था, तभी से वो इस केंद्र में खेल रही हैं. सुहानी हार्ड वर्किंग है, हर एक बात को बहुत जल्दी से इंप्लीमेंट करती हैं, कितनी भी कड़ी मेहनत करा लो या कोई भी हार्ड वर्क करा लो वो उससे पीछे नहीं हटती हैं. आने वाले वक्त में सुहानी अगर इसी तरह से कड़ी मेहनत करती रहीं और उन्हें सपोर्ट मिलता रहा, तो वो भारतीय टीम में भी अपनी जगह बना सकती हैं."
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अभी दो लड़कियां नेशनल खेलकर लौटीं
खेलो इंडिया स्मॉल सेंटर की कोच लक्ष्मी सहीस बताती हैं कि "अभी उनके सेंटर से विचारपुर गांव की ही रहने वाली दो और लड़कियां नेशनल खेल कर आई हैं. सानिया कुंडे और सपना गुप्ता जूनियर वर्ग में जम्मू कश्मीर नेशनल खेलने गई थीं. जहां से वो अभी हाल ही में खेलकर लौट कर आई हैं."