'एक हद तक सच स्वीकार किया', ऑपरेशन ब्लू स्टार को लेकर चिदंबरम के बयान पर SGPC की प्रतिक्रिया
SGPC के सदस्य गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने पी चिदंबरम के बयान को लेकर कहा है कि उन्होंने एक हद तक सच को स्वीकार किया है.

Published : October 12, 2025 at 4:46 PM IST
चंडीगढ़: पूर्व मंत्री पी चिदंबरम पंजाब के कसौली में आयोजित 14वें खुशवंत सिंह लिटफेस्ट में ऑपरेशन ब्लू स्टार को लेकर दिए गए बयान के बाद सुर्खियों में हैं. दरअसल, उन्होंने कहा था कि ऑपरेशन ब्लू स्टार का फैसला अकेले इंदिरा गांधी ने नहीं लिया था. यह सेना, पुलिस और उस समय के पंजाब के नेताओं का निर्णय था. इसके बदले में इंदिरा गांधी ने अपनी जान गंवाई.
उनके बयान पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने अपना पक्ष रखा है. ग्रेवाल ने कहा, "सच को 100 झूठ बोलकर भी नहीं छिपाया जा सकता. कांग्रेस नेता और पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम के आज के बयान ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है. उनका यह बयान 1984 की घटनाओं और दरबार साहिब पर हुए हमले की असली सच्चाई को उजागर करता है."
'एक हद तक सच को स्वीकार किया'
गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने आगे कहा कि पी चिदंबरम का यह बयान चाहे उनकी अंतरात्मा से आया हो या किसी राजनीतिक उद्देश्य से दिया गया हो, उन्होंने एक हद तक सच को स्वीकार किया है, जो स्वागत योग्य है. हालांकि, उनके बयान का वह हिस्सा, जहां उन्होंने कहा था कि सचखंड श्री हरमंदिर साहिब पर हमला केवल इंदिरा गांधी का फैसला नहीं था, गलत है. यह अपने आप में बेमानी है क्योंकि उस समय देश की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हाथों में सत्ता थी। सभी एजेंसियां उनके नियंत्रण में थीं.
योजना के तहत हमला
प्रबंधक कमेटी के सदस्य ने कहा कि यह स्पष्ट है कि दरबार साहिब पर हमला इंदिरा गांधी की पूरी योजना के तहत किया गया था. उनकी मंशा केवल अपनी राजनीतिक जमीन बचाने की थी. उन्होंने देश की जनता को यह विश्वास दिलाने की कोशिश की कि सिख हिंदुओं पर हमला कर रहे हैं, जबकि वास्तव में ये घटनाएं एजेंसियों द्वारा ही रची गई थीं.
ग्रेवाल ने कहा, ठइंदिरा गांधी ने सिख समुदाय को निशाना बनाकर अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश की, लेकिन परिणामस्वरूप उन्हें खुद अपनी जान गंवानी पड़ी. उसके बाद, कांग्रेस ने देश के लोकतंत्र पर सबसे बड़ा हमला किया. उस नरसंहार में कई कांग्रेसी नेता शामिल थे. राजीव गांधी के इस कथन 'जब कोई बड़ा पेड़ गिरता है, तो धरती हिलती है' के साथ इस नरसंहार को सही ठहराने की कोशिश की गई."
'ऑपरेशन ब्लू स्टार कांग्रेस की भूल '
आज भले ही राहुल गांधी पंजाब आकर दरबार साहिब में माथा टेकते हों, लेकिन सिख विरोधी हिंसा के लिए जिम्मेदार नेताओं जैसे जगदीश टाइटलर और सज्जन कुमार आदि के बारे में एक शब्द भी नहीं कहते. उन्होंने आगे कहा, "पी चिदंबरम के इस बयान का उद्देश्य चाहे जो भी हो, उन्होंने स्वीकार किया है कि ऑपरेशन ब्लू स्टार कांग्रेस की एक भूल थी, जो सच्चाई की ओर पहला कदम है, लेकिन संगत को यह स्पष्ट करना जरूरी है कि यह पूरा एजेंडा इंदिरा गांधी का था, जिन्होंने देश के इतिहास में एक गहरा जख्म छोड़ा है, जिसका दर्द आज भी सिख समुदाय महसूस कर रहा है."
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