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सिख इतिहास पर ध्रुव राठी के एआई वीडियो पर विवाद, SGPC ने कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी - SGPC

एसजीपीसी ने ध्रुव राठी के 'द सिख वॉरियर' शीर्षक वाले वीडियो पर आपत्ति जताते हुए यूट्यूबर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

SGPC condemns Dhruv Rathee AI video on sikh history Guru Gobind Singh demands legal action
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य गुरचरण सिंह ग्रेवाल (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : May 19, 2025 at 7:16 PM IST

5 Min Read

चंडीगढ़/लुधियाना: मशहूर यूट्यूबर ध्रुव राठी के सिख इतिहास पर एआई तकनीक का इस्तेमाल कर बनाए गए वीडियो पर विवाद हो गया है. शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने वीडियो पर आपत्ति जताई है और यूट्यूबर के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है.

दरअसल, ध्रुव राठी के यूट्यूब चैनल पर रविवार रात को 'द सिख वॉरियर' नाम से एक वीडियो अपलोड किया गया था, जिसमें 'बंदा सिंह बहादुर' की कहानी दिखाई गई थी. इस वीडियो में यूट्यूबर ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का इस्तेमाल कर सिख गुरुओं, शहीद योद्धाओं और उनके परिवार के सदस्यों को दर्शाया था.

वीडियो में बंदा सिंह बहादुर को रॉबिन हुड के नाम से भी संबोधित किया गया है. ऐसी टिप्पणियों के चलते एसजीपीसी ने आपत्ति जताई है और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने वीडियो बयान जारी किया है.

ग्रेवाल ने कहा, "सिखों को अपना इतिहास जानने के लिए ध्रुव राठी के एआई आधारित वीडियो की जरूरत नहीं है. ध्रुव राठी ने श्री गुरु तेग बहादुर जी और बाबा बंदा सिंह बहादुर की शहादत से जुड़े कई महत्वपूर्ण ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया है. गुरुओं के नामों का सम्मान के साथ उल्लेख नहीं किया गया है, जो बेहद आपत्तिजनक है. इसलिए इसे पूरी तरह से खारिज किया जाता है."

गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने सरकार से ध्रुव राठी के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की. उन्होंने कहा कि बाबा बंदा सिंह बहादुर को लेकर यूट्यूबर राठी ने हवाला दिया है कि इतिहास के अनुसार बाबा बंदा सिंह बहादुर कभी सिख नहीं थे, यह भी गलत है, राठी को अपने बनाए इतिहास के लिए माफी भी मांगनी चाहिए और सिख समुदाय को उनके खिलाफ आवाज उठाने की जरूरत है. इसका मुंहतोड़ जवाब देने की जरूरत है.

गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने कहा कि राजनीतिक इरादे से बनाए गए वीडियो में बहुत कुछ गलत तरीके से पेश किया गया है, जो बेहद निंदनीय है. इस संबंध में हम पूरी कानूनी कार्रवाई करेंगे और इसका मुंहतोड़ जवाब देंगे. ग्रेवाल ने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर जी के प्रकाश पर्व से पहले ऐसा करना बेहद गलत है. राठी ने बहुत सोची-समझी साजिश के तहत यह वीडियो बनाकर पेश किया है. सिख इतिहास को नकारात्मक तरीके से पेश किया गया है.

ध्रुव राठी के खिलाफ कार्रवाई की मांग
मशहूर यूट्यूबर ध्रुव राठी द्वारा सिख गुरुओं को लेकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) से बनाया गया वीडियो अपलोड करने के बाद जहां एसजीपीसी ने इसका विरोध किया है, वहीं दूसरी ओर राजनीतिक दल भी इस मुद्दे पर यूट्यूबर ध्रुव राठी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. वरिष्ठ भाजपा नेता और विधायक मनजिंदर सिरसा ने कहा कि ध्रुव राठी के वीडियो में तथ्य सही नहीं हैं. वीडियो में सिख समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई है. जिसमें कुछ ऐसे दृश्य दिखाए गए हैं जो बेहद गलत हैं. मनजिंदर सिरसा ने ​कहा कि दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को इस पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए और राठी के खिलाफ धारा 295 के तहत मामला दर्ज किया जाना चाहिए.

अकाली दल ने भी इस वीडियो पर सवाल उठाए हैं. पार्टी के युवा नेता सरबजीत सिंह ने अपने एक्स अकाउंट पर वीडियो पोस्ट करके इसकी निंदा की है.

दूसरी ओर, भाजपा प्रवक्ता प्रितपाल सिंह बलिएवाल ने भी इस संबंध में सवाल उठाते हुए ध्रुव राठी के कांग्रेस पार्टी से सीधे संबंध होने की बात कही है और कहा है कि 'ध्रुव राठी द्वारा किए गए इस अत्याचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. एसजीपीसी को इसमें हस्तक्षेप करना चाहिए और इस संबंध में कार्रवाई की जानी चाहिए. ध्रुव राठी के अकाउंट को भारत में प्रतिबंधित किया जाना चाहिए और इस वीडियो को हटाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि राठी को कई बार फोन करके वीडियो हटाने के लिए कहा गया है, लेकिन उन्होंने अभी तक इसे नहीं हटाया है.

वहीं, विवाद बढ़ने के बाद यूट्यूबर ध्रुव राठी ने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने कहा, "एनीमेशन वीडियो बनाने में काफी मेहनत की गई है. एआई की वजह से ही एनिमेशन के जरिए कहानी दिखाना संभव हो पाया. इस वीडियो को कई लोगों ने पसंद भी किया, लेकिन सिख समुदाय के कुछ लोगों का मानना ​​है कि सिख गुरुओं को एनिमेशन के जरिए दिखाना गलत है. गुरु गोविंद सिंह जी को इस तरह दिखाना सही नहीं है. अगर यह उनके सिद्धांतों के खिलाफ है, तो क्या मुझे यह वीडियो हटा देना चाहिए? अगर हां, तो आप मुझे कमेंट में बता सकते हैं. अगर नहीं, तो मैं वीडियो को ऐसे ही छोड़ सकता हूं, या कुछ हिस्सों को ब्लर कर सकता हूं. किसी भी सिख गुरु की कहानी पर बिना फोटो के वीडियो बनाना संभव नहीं है."

यह भी पढ़ें- पाकिस्तान के लिए जासूसी करते पहले भी कई भारतीय हो चुके हैं गिरफ्तार, जानिये इनकी काली करतूत

चंडीगढ़/लुधियाना: मशहूर यूट्यूबर ध्रुव राठी के सिख इतिहास पर एआई तकनीक का इस्तेमाल कर बनाए गए वीडियो पर विवाद हो गया है. शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने वीडियो पर आपत्ति जताई है और यूट्यूबर के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है.

दरअसल, ध्रुव राठी के यूट्यूब चैनल पर रविवार रात को 'द सिख वॉरियर' नाम से एक वीडियो अपलोड किया गया था, जिसमें 'बंदा सिंह बहादुर' की कहानी दिखाई गई थी. इस वीडियो में यूट्यूबर ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का इस्तेमाल कर सिख गुरुओं, शहीद योद्धाओं और उनके परिवार के सदस्यों को दर्शाया था.

वीडियो में बंदा सिंह बहादुर को रॉबिन हुड के नाम से भी संबोधित किया गया है. ऐसी टिप्पणियों के चलते एसजीपीसी ने आपत्ति जताई है और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने वीडियो बयान जारी किया है.

ग्रेवाल ने कहा, "सिखों को अपना इतिहास जानने के लिए ध्रुव राठी के एआई आधारित वीडियो की जरूरत नहीं है. ध्रुव राठी ने श्री गुरु तेग बहादुर जी और बाबा बंदा सिंह बहादुर की शहादत से जुड़े कई महत्वपूर्ण ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया है. गुरुओं के नामों का सम्मान के साथ उल्लेख नहीं किया गया है, जो बेहद आपत्तिजनक है. इसलिए इसे पूरी तरह से खारिज किया जाता है."

गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने सरकार से ध्रुव राठी के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की. उन्होंने कहा कि बाबा बंदा सिंह बहादुर को लेकर यूट्यूबर राठी ने हवाला दिया है कि इतिहास के अनुसार बाबा बंदा सिंह बहादुर कभी सिख नहीं थे, यह भी गलत है, राठी को अपने बनाए इतिहास के लिए माफी भी मांगनी चाहिए और सिख समुदाय को उनके खिलाफ आवाज उठाने की जरूरत है. इसका मुंहतोड़ जवाब देने की जरूरत है.

गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने कहा कि राजनीतिक इरादे से बनाए गए वीडियो में बहुत कुछ गलत तरीके से पेश किया गया है, जो बेहद निंदनीय है. इस संबंध में हम पूरी कानूनी कार्रवाई करेंगे और इसका मुंहतोड़ जवाब देंगे. ग्रेवाल ने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर जी के प्रकाश पर्व से पहले ऐसा करना बेहद गलत है. राठी ने बहुत सोची-समझी साजिश के तहत यह वीडियो बनाकर पेश किया है. सिख इतिहास को नकारात्मक तरीके से पेश किया गया है.

ध्रुव राठी के खिलाफ कार्रवाई की मांग
मशहूर यूट्यूबर ध्रुव राठी द्वारा सिख गुरुओं को लेकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) से बनाया गया वीडियो अपलोड करने के बाद जहां एसजीपीसी ने इसका विरोध किया है, वहीं दूसरी ओर राजनीतिक दल भी इस मुद्दे पर यूट्यूबर ध्रुव राठी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. वरिष्ठ भाजपा नेता और विधायक मनजिंदर सिरसा ने कहा कि ध्रुव राठी के वीडियो में तथ्य सही नहीं हैं. वीडियो में सिख समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई है. जिसमें कुछ ऐसे दृश्य दिखाए गए हैं जो बेहद गलत हैं. मनजिंदर सिरसा ने ​कहा कि दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को इस पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए और राठी के खिलाफ धारा 295 के तहत मामला दर्ज किया जाना चाहिए.

अकाली दल ने भी इस वीडियो पर सवाल उठाए हैं. पार्टी के युवा नेता सरबजीत सिंह ने अपने एक्स अकाउंट पर वीडियो पोस्ट करके इसकी निंदा की है.

दूसरी ओर, भाजपा प्रवक्ता प्रितपाल सिंह बलिएवाल ने भी इस संबंध में सवाल उठाते हुए ध्रुव राठी के कांग्रेस पार्टी से सीधे संबंध होने की बात कही है और कहा है कि 'ध्रुव राठी द्वारा किए गए इस अत्याचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. एसजीपीसी को इसमें हस्तक्षेप करना चाहिए और इस संबंध में कार्रवाई की जानी चाहिए. ध्रुव राठी के अकाउंट को भारत में प्रतिबंधित किया जाना चाहिए और इस वीडियो को हटाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि राठी को कई बार फोन करके वीडियो हटाने के लिए कहा गया है, लेकिन उन्होंने अभी तक इसे नहीं हटाया है.

वहीं, विवाद बढ़ने के बाद यूट्यूबर ध्रुव राठी ने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने कहा, "एनीमेशन वीडियो बनाने में काफी मेहनत की गई है. एआई की वजह से ही एनिमेशन के जरिए कहानी दिखाना संभव हो पाया. इस वीडियो को कई लोगों ने पसंद भी किया, लेकिन सिख समुदाय के कुछ लोगों का मानना ​​है कि सिख गुरुओं को एनिमेशन के जरिए दिखाना गलत है. गुरु गोविंद सिंह जी को इस तरह दिखाना सही नहीं है. अगर यह उनके सिद्धांतों के खिलाफ है, तो क्या मुझे यह वीडियो हटा देना चाहिए? अगर हां, तो आप मुझे कमेंट में बता सकते हैं. अगर नहीं, तो मैं वीडियो को ऐसे ही छोड़ सकता हूं, या कुछ हिस्सों को ब्लर कर सकता हूं. किसी भी सिख गुरु की कहानी पर बिना फोटो के वीडियो बनाना संभव नहीं है."

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