मालदाः पश्चिम बंगाल के मालदा में 11 अप्रैल को वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क उठी थी. हिंसा के बाद मुर्शिदाबाद के समसेरगंज-धुलियान को छोड़कर चले गए थे. क्षेत्र में हिंसा के कारण अनेक लोग बेघर हो गए हैं तथा उनकी आजीविका छिन गई. अब सुरक्षा बलों ने उन लोगों के लिए एक राहत शिविर स्थापित किया है.
शांति बहाल करने की मांगः राहत शिविर में रह रहे लालचंद मंडल ने सरकार से क्षेत्र में शांति वापस लाने की मांग की है. लालचंद ने कहा, "हम शनिवार को यहां आए थे. हमारे घर में सब कुछ आग के हवाले कर दिया गया. हम यहां शरण लेने आए थे. अगर यह हिंसा फिर से हुई तो हम अपने घर कैसे वापस जा पाएंगे? हम शांति चाहते हैं, हम सरकार से अनुरोध करते हैं कि वह वहां शांति वापस लाए."

स्थिति नियंत्रण मेंः अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के जंगीपुर उपखंड के धुलियान कस्बे में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ 11 अप्रैल को हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद स्थिति नियंत्रण में है. क्षेत्र में बीएसएफ और सीआरपीएफ सहित सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. अधिकारियों ने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है.
दुकान में लूटपाटः स्थानीय लोगों ने हिंसा के दौरान फैली अराजकता को याद किया, जिसमें कई दुकानें और संपत्तियां क्षतिग्रस्त हो गईं. एक पीड़ित दुकानदार ने बताया कि उसकी पूरी इमारत नष्ट हो गई. इमारत का पिछला हिस्सा कमज़ोर था. उसमें लकड़ी की खिड़कियां और दरवाज़े थे. वे उसे तोड़कर अंदर घुस आए. उन्होंने पूरी तरह से तोड़फोड़ की और हमारा कुछ सामान भी लूट लिया.

पीड़ित ने कहा- "हमारे पास करीब 13.5 लाख रुपए नकद थे. नकद बैंक में जमा कराना था, लेकिन सब चोरी हो गया. इसके अलावा, मेरी दुकान में 7-8 लाख रुपए के फर्नीचर और उपकरण थे, जिनमें कुर्सियाँ, टेबल, सीपीयू, कंप्यूटर और लैपटॉप शामिल थे. कुल मिलाकर, करीब 20-25 लाख रुपए का नुकसान हुआ."
क्या है मामलाः पश्चिम बंगाल पुलिस ने बताया कि मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ भीड़ द्वारा की गई हिंसा के बाद धुलियान में तीन लोगों की मौत हो गई थी. शुक्रवार रात को कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था. जिसके बाद इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. बंगाल पुलिस के अनुसार, स्थिति अब नियंत्रण में है.
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