चेन्नई: तमिलनाडु सरकार की ओर से श्रम कल्याण और कौशल विकास मंत्री सीवी गणेशन की अगुआई में चेन्नई सचिवालय में सैमसंग और ट्रेड यूनियन के बीच त्रिपक्षीय बैठक हुई. बैठक में कर्मचारियों के वेतन वृद्धि समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई.
बैठक के बाद मंत्री सीवी गणेशन ने पत्रकारों से बातचीत की और कहा, "सैमसंग ट्रेड यूनियन और सैमसंग के बीच बातचीत हुई, जिसमें वेतन वृद्धि और नौकरी की सुरक्षा समेत कई मांगों पर जोर दिया गया. इस दौरान सोल्यूशन समाधान निकाला गया."
कितना होगा इजाफा?
उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों की सहमति के आधार पर वार्ता में सौहार्दपूर्ण समाधान हुआ है कि वर्ष 2025-26 के लिए प्रति कर्मचारी 9000 रुपये, वर्ष 2026-2027 में 4 500 रुपये और वर्ष 2027-28 में भी 4,500 रुपये सैलरी में इजाफा होगा. कंपनी ने जिन 25 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है. श्रम विभाग उन्हें बहाल करने का प्रयास कर रहा है.
मंत्री ने कहा, "जब हड़ताल चल रही थी, तब उद्योग और श्रम कल्याण अधिकारियों के नेतृत्व में दोनों पक्षों के बीच उनकी मांगों को लेकर वार्ता हुई थी और हड़ताल समाप्त हो गई थी. कर्मचारियों की बर्खास्तगी के संबंध में निश्चित रूप से कोई अच्छा समाधान निकलेगा."
वेतन वृद्धि का मुद्दा हल हो गया
वहीं, इस संबंध में CITU के प्रदेश अध्यक्ष सौंदरराजन ने कहा, "सैमसंग इस स्थिति में आ गया है कि उसे मंत्री के साथ त्रिपक्षीय वार्ता के माध्यम से हमारे संघ को स्वीकार करना होगा. उन्होंने एक और संगठन बनाकर हमें कमजोर करने की कोशिश की. यह संभव नहीं है. इस समझौते के माध्यम से वेतन वृद्धि का मुद्दा हल हो गया है."
सौंदरराजन ने बताया कि मंत्री ने कहा है कि छंटनी किए गए वर्कर्स को बहाल करने के लिए कदम उठाए जाएंगे. यदि नहीं, तो हम जानते हैं कि उन्हें बहाल करने के लिए क्या करना है. वर्कर्स को बहाल करना ट्रेड यूनियन की जिम्मेदारी है. हम यह करेंगे. हम तुरंत अदालत नहीं जा सकते. बेशक, बातचीत का अगला दौर छंटनी किए गए श्रमिकों को बहाल करने के बारे में होगा.
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