पटना : एक तरफ तेजस्वी यादव खुद को मुख्यमंत्री उम्मीदवार बता रहे हैं. लालू यादव कह रहे हैं कि कोई माई का लाल तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनने से नहीं रोक सकता है. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने पेंच फंसा दिया है. बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरु के बाद सचिन पायलट ने बड़ा बयान दिया है.
''अभी चुनाव की घोषणा नहीं हुई है. जब चुनाव की तिथि घोषित होगी, गठबंधन भी होगा. चुनाव परिणाम में महागठबंधन की जीत होगी उसके बाद मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा उस पर विचार होगा.''- सचिन पायलट, राष्ट्रीय महासचिव, कांग्रेस
पटना में सचिन पायलट : बता दें कि युवा कांग्रेस एवं छात्र कांग्रेस का 'पलायन रोको नौकरी दो' पदयात्रा का आज पटना में समापन है. कन्हैया कुमार के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जाकर अपना मांग पत्र सौंपेंगे. पदयात्रा के समापन में शामिल होने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट पटना पहुंचे. यहां पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए इस पदयात्रा के उद्देश्य को लेकर जानकारी दी.
युवाओं के मुद्दे पर संघर्ष : कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि एक मुद्दे को लेकर कांग्रेस के कार्यकर्ता 26 दिनों तक पदयात्रा किये. बिहार के युवाओं एवं नौजवानों को पलायन के लिए मजबूर किया जा रहा है, उस पर रोक लगे इसी को लेकर यह पदयात्रा की गई. दूसरे राज्यों में भी पलायन होता है लेकिन वह अपने बेहतर भविष्य के लिए करते हैं. यहां लोग मजबूरी में अपने जीवन यापन करने के लिए पलायन को मजबूर हैं.
''बिहार के लोगों को नौकरी के नाम पर छलावा और रोजगार के नाम पर लाठी मिलती है. आज स्थिति यह है कि बिहार के लोग देश के सभी भागों में जाकर मजदूरी करने को मजबूर हैं. यही कारण है कि बिहार के नौजवान अपना भविष्य अंधकार में देख रहे हैं. बिहार के युवाओं में प्रतिभा है लेकिन उनकी प्रतिभा को कुचला जा रहा है.''- सचिन पायलट, राष्ट्रीय महासचिव, कांग्रेस

नीतीश सरकार पर निशाना : सचिन पायलट ने कहा कि नीतीश कुमार को यदि नरेंद्र मोदी को समर्थन देना था तो उनको बिहार के युवाओं के लिए 10-20 लाख नौकरी मांगनी चाहिए थी. बिहार के नौजवान नौकरी मांग रहे हैं लेकिन सरकार को कोई चिंता नहीं. 20 वर्षों से बिहार में नीतीश कुमार की सरकार है, कितने युवाओं की भविष्य की चिंता सरकार ने की है. आज लाखों नौजवान बिहार में संभावनाओं को समाप्त होते देख अलग-अलग राज्य में पलायन करने को मजबूत हो रहे हैं.
''आज केंद्र की सरकार नीतीश कुमार के सहयोग से चल रही है. आज बिहार के नौजवान परेशान हैं. हम युवा कांग्रेस और छात्र कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देना चाहेंगे कि उन्होंने बिहार के युवाओं को जगाने का काम किया है. बिहार के लोग बहुत समझदार हैं. बहुत लंबे समय से वह जाति और धर्म के आधार पर वोट करते रहे हैं. अब बिहार के लोग समझ गए हैं कि वोट लेने के बाद उनके साथ वादा खिलाफी की जाती है.''- सचिन पायलट, राष्ट्रीय महासचिव, कांग्रेस
नीतीश कुमार जी घर से बाहर निकलिए हम आ रहे हैं ✊ #पलायन_रोको_नौकरी_दो_यात्रा pic.twitter.com/bMGeN7jpjU
— Bihar Congress (@INCBihar) April 11, 2025
'हक मांगने पर लाठी मिलती है' : कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि बिहार समर्पण की भूमि है, क्रांति की भूमि है. लेकिन बिहार में आज जो कुछ हो रहा है वह सभी देख रहे हैं. बेरोजगारी देख रहा है, पलायन देख रहा है, पेपर लीक देख रहा है. बिहार के युवा शौक पलायन नहीं कर रहे हैं बल्कि यहां उनके लिए रोजगार और नौकरी नहीं है, इसीलिए वह पलायन कर रहे हैं.
''बिहार के युवा नौकरी की बात करते हैं तो उनको पकौड़ा तलने की सलाह दी जाती है. हक मांगने पर उनको लाठी से पीटा जाता है. बिहार का युवा नौकरी चाहता है, रोजगार चाहता है. बिहार के युवा अपने डीएनए पर सवाल नहीं चाहता. कांग्रेस की यही कोशिश है कि बिहार में ऐसी सरकार बने जो युवाओं और बेरोजगारों के हक के बारे में उनके रोजगार के बारे में सोचे.''- सुप्रिया श्रीनेत, कांग्रेस प्रवक्ता
बेरोजगार एवं नौजवानों की लड़ाई : इस मौके पर कन्हैया कुमार ने कहा कि पलायन रोको नौकरी दो पदयात्रा शोषित, वंचित और पीड़ित लोग जो किसी भी जाति के हों उसी के हक की बात कर रही है. जो बिहार के विभिन्न जिलों से गुजर कर आज पटना पहुंची है. जिलों में जिन लोगों से बात हुई है, उनकी बात लेकर वह मुख्यमंत्री को अपना मेमोरेंडम देने का प्रयास करेंगे.
ये भी पढ़ें :-
क्या कन्हैया कुमार ने हाईजैक किया तेजस्वी यादव का एजेंडा?
तेजस्वी ने खुद को बताया CM उम्मीदवार, वादों की कर दी बौछार
'तेजस्वी की सरकार बनने से कोई माई का लाल नहीं रोक सकता', मोतिहारी में लालू यादव का दावा