नई दिल्ली: स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त)2024 के मद्देनजर लाल किले को सुरक्षा कारणों से बंद किया गया है. अब पर्यटक 17 अगस्त को लाल किले में घूम सकेंगे. आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया (एएसआई) के अधिकारियों के मुताबिक स्वतंत्रता दिवस समारोह के आयोजन के लिए सुरक्षा व्यवस्था के मध्य नजर लाल किले को बंद किया गया है.
रोजाना हजारों की तादाद में लोग लाल किला घूमने के लिए आते हैं. यहां होने वाले लाइट एंड म्यूजिक शॉप का भी लुत्फ उठाते हैं, लेकिन लाल किले को बंद कर दिया गया है. अब 17 अगस्त से लोग लाल किला घूम सकेंगे.
15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस का समारोह दिल्ली के लाल किले पर आयोजित होता है. लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री देश को संबोधित करते हैं. हर वर्ष किसी न किसी राष्ट्र के राष्ट्र अध्यक्ष को बतौर अतिथि स्वतंत्रता दिवस समारोह के कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाता है. विभिन्न फोर्स के जवान अपना कर्तव्य और हुनर के जरिए शक्ति और सामर्थ्य का प्रदर्शन करते हैं. हजारों की संख्या में दर्शक स्वतंत्रता दिवस समारोह देखने के लिए भी आते हैं. ऐसे में लाल किले पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाते हैं.
लाल किले पर हो चुका है आतंकी हमला, रहती है कड़ी सुरक्षा
साल 2000 दिसंबर में लाल किले पर आतंकी हमला हो चुका है, जिसमें दो जवानों समेत तीन लोगों की हत्या हुई थी. लाल किला विश्व विरासत में आता है. आतंकी हमले के बाद से यहां पर सुरक्षा व्यवस्था एक बड़ी चुनौती रहती है. लाल किले की सुरक्षा में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) लगाई गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पहले जो भी प्रधानमंत्री लाल किले से देश को संबोधित करते थे. उनके तीन तरफ बुलेट प्रूफ कांच लगा रहता था, जिससे बुलेट उन तक ना पहुंच सके. आम दिनों में लाल किले की सुरक्षा व्यवस्था सीआईएसएफ के हाथ में होती है, इसमें दिल्ली पुलिस व अन्य एजेंसियां भी सहयोग करती हैं. गणतंत्र दिवस समारोह पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए हजारों की संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाते हैं इसके साथ ही अत्याधुनिक उपकरणों और फेस रीड करने वाले कैमरों की मदद से भी सुरक्षा व्यवस्था की जाती है.
स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की सुरक्षा में किए जाते हैं ये इंतजाम
एसपीजी(SPG) सीआईएफ(CISF) दिल्ली पुलिस(DELHI POLICE) समेत अन्य एजेंसियां लाल किले की सुरक्षा संभालती है.
10,000 से अधिक दिल्ली पुलिस के जवान सुरक्षा व्यवस्था में तैनात किए जाते हैं.
1000 से अधिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कैमरों से सुरक्षा व्यवस्था के लिए निगरानी की जाती है.
लाल किले के आसपास एंटी ड्रोन और एंटी एयरक्राफ्ट सिस्टम लगाया जाता है.
केमिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल और न्यूक्लियर हमले को हवा से भांपने के लिए हैजमेट वाहन भी तैनात किया जाएगा.
जिस देश के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होते हैं वहां की भी सुरक्षा एजेंसियां तैनात रहती हैं.
पंडित जवाहरलाल नेहरू ने पहली बार लाल किले की प्राचीन पर फहराया था तिरंगा
15 अगस्त 1947 को भारत को ब्रिटिश शासन से आजादी मिली थी. हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पूरे देश में राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाता है. इस दिन लाल किले की प्राचीर पर देश के प्रधानमंत्री तिरंगा फहराते हैं. 15 अगस्त 1947 को भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने लाल किले की प्राचीन पर सबसे पहले तिरंगा फहराया था. वह 18 साल देश के प्रधानमंत्री रहे और उन्होंने 17 बार लाल किले की प्राचीन पर तिरंगा फहराया और देश को संबोधित किया था.
17 अगस्त से दर्शकों के लिए खुलेगा लाल किला
एएसआई अधिकारियों के मुताबिक सोमवार शाम से ही लाल किले की सुरक्षा व्यवस्था स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) को हैंडओवर कर दिया गया है, जिससे स्वतंत्रता दिवस समारोह की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता किया जा सके. लाल किले की सुरक्षा एसपीजी को हैंडोवर करने के साथ दर्शकों का प्रवेश भी बंद कर दिया गया है. एसपीजी अब अपने अनुसार लाल किले की सुरक्षा व्यवस्था संभालेगी और चप्पे चप्पे पर नजर रखेगी. अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक अब लाल किला 17 अगस्त को दर्शकों के लिए खोला जाएगा. इसके बाद ही दर्शक लाल किला घूम सकेंगे और शाम को होने वाले लाइट एंड म्यूजिक शो का लुत्फ उठा सकेंगे.
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