सिरोही: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह गुरुवार को ब्रह्माकुमारीज के अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय शांतिवन पहुंचे, जहां उन्होंने डायमंड हॉल में आयोजित कार्यक्रम में संस्थान के सुरक्षा सेवा प्रभाग के राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ और प्रभाग की सिल्वर जुबली की लॉचिंग की. संस्थान की इस वर्ष की वार्षिक थीम- विश्व एकता एवं विश्वास हेतु ध्यान का राष्ट्रीय उद्घाटन किया. कार्यक्रम में अमित शाह ने कहा कि सशस्त्र बलों के सुरक्षाकर्मियों के त्याग-तप और बलिदान के कारण आज हम सुरक्षित हैं. 46 डिग्री टेंपरेचर में राजस्थान के रेगिस्तान के अंदर हमारी सीमाओं की वह सुरक्षा अपने जीवन का स्वर्ण काल देकर करते हैं, तभी जाकर हम सुरक्षित रहते हैं.
आंतरिक सुरक्षा की बात करें तो सेना और सीआरपीएफ छोड़कर सभी राज्यों की पुलिस भी कानून और व्यवस्था की स्थिति संभालकर हर निर्बल को संरक्षण देने का काम करती है, लेकिन यह काम एक प्रकार से ढेर सारा तनाव पैदा करने वाला है. नींद की कमी, पानी की कमी, शांत मन की कमी और हिंसा से जूझने के समय उनका मन तनाव में होता है. ऐसे में ब्रह्माकुमारीज द्वारा हमारे सुरक्षाकर्मियों को बाहर लाकर उनका मन, आत्मा और शरीर को शांति का मार्ग प्रशस्त करने का प्रयास करना, अपने आप में एक बहुत बड़ा काम है. मैं ब्रह्मकुमारी को इसके लिए बहुत-बहुत साधुवाद देना चाहता हूं.
भारत ने सबसे पहले वसुधैव कुटुंबकम की भावना विश्व को दी : गृहमंत्री शाह ने कहा कि 25 साल से हर एक सुरक्षा बल के अंदर जाकर इतने तनाव को कम करके अपने आत्मा को शांति की ओर कैसे ले जाना और उसके साथ शांत मन और स्वस्थ शरीर से देश की सुरक्षा को और अच्छे तरीके से करने की दिशा में ब्रह्माकुमारीज ने जो प्रयास किया है, इसकी मैं बहुत मन से प्रशंसा भी करता हूं और देश के गृहमंत्री के नाते धन्यवाद प्रेसित करना चाहता हूं. योग और अध्यात्म से मन-बुद्धि, शरीर और आत्मा को एकरूप करके ज्ञान से प्रगति के रास्ते पर जाने के लिए और चिंतन से समस्याओं के निवारण के लिए नीतियों का सृजन करना, ये भारत की बहुत पुरानी परंपरा है. हम इस परंपरा को आज भी समग्र विश्व के अंदर पहुंचाने के लिए प्रयासरत हैं. वसुधैव कुटुंबकम की भावना, भारत ने सबसे पहले विश्व को दी. जब पूरे विश्व के अंदर लोग गुफाओं में रहते थे, तब पूरा विश्व मेरा परिवार है. ये हमारे उपनिषद की ऋचा ने समग्र विश्व को हमारा परिवार बनाया.
आजादी की शताब्दी तक हम विश्व में सर्वोच्च अर्थ तंत्र होंगे : गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि आजादी के 75 साल के बाद जब पीछे मुड़कर देखते हैं तो हमारा देश बहुत बड़ी मंजिल पार कर आज विश्व में पांचवें नंबर का अर्थ तंत्र बना है. मुझे पूरा विश्वास है कि हम कुछ ही सालों में विश्व में तीसरे नंबर का अर्थ तंत्र बनेंगे. जब आजादी की शताब्दी मनाई जाएगी तो हम मोदीजी के नेतृत्व में विश्व में सर्वोच्च स्थान पर पहुंचने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं, लेकिन विश्व में तीसरे नंबर का अर्थ तंत्र बनने के साथ ही हमारी जो परंपराएं हैं, जिन्होंने पूरे विश्व को विश्व बंधुत्व की भावना की ओर ले जाने की क्षमता बढ़ी है. हर मानव के अंदर की आत्मा को परमात्मा के साथ जोड़ने की शक्ति हमारी परंपराओं में है.
आज आबू रोड में देश के यशस्वी गृह एवं सहकारिता मंत्री माननीय श्री @AmitShah जी की गरिमामय उपस्थिति में " सुरक्षा बलों के कर्मियों के लिए आंतरिक जागृति के माध्यम से आत्म-सशक्तीकरण" विषय पर आयोजित राष्ट्रीय संवाद कार्यक्रम में सहभागिता कर उपस्थितजनों को संबोधित किया। साथ ही माननीय… pic.twitter.com/ikNLd0KidK
— Bhajanlal Sharma (@BhajanlalBjp) April 17, 2025
ब्रह्माकुमारीज पर बोले शाह : इस दौरान अमित शाह ने कहा- मैं पहली बार ब्रह्माकुमारीज के कार्यक्रम में आया हूं. मैंने बहुत सुना था कि ब्रह्माकुमारीज योग और ध्यान के माध्यम से पूरे विश्व में मानव के अंदर शांति और साधना का एक दीप प्रज्वलित करने का कार्य कर रही है. जब मैं इस संस्थान में आया तो न मैंने कुछ सुना था, न कुछ किया था, लेकिन मन को अगाध शांति का अनुभव यहां आकर हुआ है. संस्था द्वारा अनेक वर्षों से हर व्यक्ति के अंदर सद्बुद्धि को जागरूक करने का जो प्रयास हो रहा है, इसी के तपोबल से एक अद्भुत शांति का वातावरण इस परिसर में महसूस किया है.
सीएम भजनलाल बोले- जो भय-हिंसा के पर्याय थे, आज शांति-विकास के पथ पर अग्रसर हैं : मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री ने देश की आंतरिक सुरक्षा, संवैधानिक सुधारों और राष्ट्रीय अखंडता को सशक्त करने वाले कई ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं, जिनकी प्रतीक्षा देश दशकों से कर रहा था. अनुच्छेद 370 का स्थायी समाधान, कश्मीर घाटी में शांति और नवाचार और प्रगति की नींव रखने वाला ऐतिहासिक कदम उठाया है. इससे कश्मीर में अलगाववाद और आंतकवाद के मंसूबे परास्त हुए हैं.

नक्सलवाद के विरुद्ध आपकी जीरो टॉलरेंस की नीति के चलते वे क्षेत्र जो कभी भय और हिंसा के पर्याय थे, आज शांति और विकास के पथ पर अग्रसर हैं. मैं पूज्य राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी को भी श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए नमन करता हूं, जो अब हमारे बीच नहीं हैं. उनका जीवन त्याग, प्रेम, सेवा, साधना और आध्यात्मिक अनुशासन की अनूठी मिसाल रहा है. उनके विचार करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणा और मार्गदर्शन के रहे हैं. इस मौके पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ भी मौजूद रहे.
डबोक एयरपोर्ट से लौटे दिल्ली : आबूरोड में ब्रह्माकुमारीज संस्थान के कार्यक्रम के बाद अमित शाह शाम को उदयपुर के डबोक एयरपोर्ट पहुंचे और दिल्ली के लिए रवाना हो गए. यहां जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों ने उनका स्वागत किया. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सीमा सुरक्षा बल के विशेष विमान से दिल्ली के लिए रवाना हुए.