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रेलवे ने रोलिंग स्टॉक की वास्तविक समय निगरानी के लिए आईपी आधारित हाइटेक कैमरे लगाए

ये एडवांस कैमरे वीडियो कैप्चर करने के अलावा नाइट विजन और मौसम खराब होने पर भी अपना काम बखूबी निभाते हैं.

Railways installs IP based hi-tech cameras
रेलवे नेे आईपी आधारित हाइटेक कैमरे लगाए (@WesternRly)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : October 9, 2025 at 4:14 PM IST

3 Min Read
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नई दिल्ली: सुरक्षा बढ़ाने के लिए रोलिंग स्टॉक की वास्तविक समय निगरानी रखने के लिए रेलवे ने कुछ क्षेत्रों में आधुनिक आईपी आधारित हाइटेक कैमरे लगाए हैं.

एडवांस कैमरों के बारे में बताते हुए पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी विनीत अभिषेक ने ईटीवी भारत को बताया कि, "ये एडवांस कैमरे हाई-डेफिनिशन वीडियो कैप्चर, नाइट विजन और मौसम प्रतिरोध जैसी सुविधाओं से लैस हैं, जिससे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी ट्रेनों का विस्तृत निरीक्षण किया जा सकता है."

उन्होंने कहा, "इसमें रोलिंग स्टॉक का विशाल डेटा रखा जाएगा जिससे किसी भी कमी का पता लगाने के लिए विश्लेषण करने में मदद मिलेगी. इस आधार पर, रेलवे किसी भी समस्या का पता चलने पर उसे ठीक करता है." इससे समय की बचत होगी. ये कैमरे स्टेशन के प्रवेश द्वार पर लगाए जा रहे हैं जो हाई इंफ्रा कैमरों के ज़रिए ट्रेन की स्कैनिंग करेंगे, जो पहले मैन्युअली किया जाता था." उन्होंने कहा, "स्कैनिंग के दौरान यह पहिये के तापमान, किसी लटके हुए हिस्से या अन्य खराबी की भी जांच करेगा."

इस नई प्रणाली से रेलवे परिचालन में और अधिक सुरक्षा सुविधाएं जुड़ेंगी, जिससे यात्रियों के साथ-साथ ट्रेनें भी सुरक्षित रहेंगी. इससे अत्यधिक गर्मी के कारण ट्रेन के पटरी से उतरने और आग लगने की घटनाओं से बचने में मदद मिलेगी.

भारतीय रेलवे ने कुछ महीने पहले यात्रियों की सुरक्षा में सुधार के लिए कोचों और इंजनों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्णय लिया था.

रोलिंग स्टॉक निगरानी के अलावा, रेलवे आईपी-आधारित कैमरा निगरानी प्रणाली भी स्थापित करेगा जो सभी साइबर सुरक्षा प्रावधानों का अनुपालन करेगा और सीसीटीवी की निगरानी अधिकारियों द्वारा की जाएगी.

आईपी ​​आधारित सीसीटीवी पारंपरिक सीसीटीवी से भिन्न हैं, क्योंकि यह भीड़ प्रबंधन, लावारिस सामान की सूचना, घुसपैठ का पता लगाने, सुरक्षित नेटवर्क और मोबाइल उपकरणों के माध्यम से अधिकृत अधिकारियों के लिए दूरस्थ पहुंच के लिए एआई-संचालित विश्लेषण से सक्षम है.

उच्च गुणवत्ता वाली तस्वीरें खींचना
रेलवे अधिकारी ने कहा कि यह रोलिंग स्टॉक की स्पष्ट, उच्च गुणवत्ता वाली तस्वीरें खींचता है, जिससे निरीक्षकों को संभावित समस्याओं का सटीक पता लगाने में मदद मिलती है.

वास्तविक समय में निगरानी
इससे ट्रेनों की वास्तविक समय पर निगरानी की जा सकेगी, जिससे समस्याओं की शीघ्र पहचान और समाधान में सुविधा होगी.

उन्नत सुरक्षा
कैमरे निरीक्षकों को संभावित समस्याओं को बड़ी समस्या बनने से पहले ही पहचानने में सक्षम बनाकर सुरक्षा में सुधार करते हैं.

बढ़ी हुई दक्षता
यह रोलिंग इन/आउट परीक्षा के दौरान निरीक्षण प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करता है. पीएफ सीएंडडब्ल्यू इंजीनियर अपने कार्यालय से गुजरने वाली ट्रेनों की वास्तविक समय पर रोलिंग जांच कर सकता है. अधिकारी ने बताया कि इन आधुनिक कैमरों की स्थापना बेहतर सुरक्षा और दक्षता के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने के प्रति रेलवे विभाग की प्रतिबद्धता को दर्शाती है.

कोचों के अंदर कैमरों के लाभ
राज्यसभा के आंकड़ों के अनुसार, इस कदम से बदमाशी, तोड़फोड़, चोरी में कमी आने, अपराध के प्रति निवारक के रूप में कार्य करने तथा जांच में सहायता मिलने की उम्मीद है.

कोचों और इंजनों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. प्रत्येक कोच में चार सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे - इसमें प्रत्येक प्रवेश मार्ग पर दो.

प्रत्येक लोकोमोटिव में छह सीसीटीवी कैमरे होंगे, लोकोमोटिव के आगे, पीछे और दोनों तरफ एक-एक कैमरा तथा प्रत्येक कैब में एक कैमरा तथा डेस्क पर दो माइक्रोफोन लगे होंगे. सीसीटीवी कैमरों का मानकीकरण परीक्षण एवं गुणवत्ता प्रमाणन निदेशालय (STQC) द्वारा किया जाएगा.

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