बेगूसराय : 'पलायन रोको नौकरी दो यात्रा' के तहत कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी आज बिहार के बेगूसराय में पदयात्रा कर रहे हैं. इस यात्रा में वह कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार के साथ सड़क पर उतरे हैं. राहुल गांधी की इस पदयात्रा में बेगूसराय में जन सैलाब देखा जा रहा हैं.
कन्हैया और राहुल गांधी की पदयात्रा: इससे पहले राहुल गांधी के आगमन को लेकर बेगूसराय शहर कांग्रेस के बैनर और पोस्टर से पटा पड़ा था. हर चौराहे और मुख्य मार्ग पर राहुल गांधी और कन्हैया कुमार की तस्वीरें लगी हुई हैं. कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश साफ दिखाई दे रहा हैं.

प्रेस कॉन्फ्रेंस में हुई पुष्टि: रविवार को बेगूसराय में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी की यात्रा की पुष्टि की गई. कांग्रेस जिला अध्यक्ष सार्जन सिंह ने बताया कि राहुल गांधी दोपहर करीब 1:30 बजे बेगूसराय पहुंचेंगे और 2 किलोमीटर की पदयात्रा में भाग लेंगे. यात्रा की शुरुआत सुबह 9:00 बजे आईटीआई मैदान से की जाएगी. इसमें छात्र, किसान, महिलाएं और आम नागरिक भारी संख्या में शामिल होंगे.
युवाओं के मुद्दे पर फोकस: बिहार प्रदेश यूथ कांग्रेस अध्यक्ष गरीब दास ने कहा कि ''यह पदयात्रा बिहार के युवाओं के बीच जनजागरूकता लाने के लिए आयोजित की जा रही है." यात्रा का उद्देश्य रोजगार, शिक्षा और पलायन जैसे मुद्दों को लेकर लोगों को जागरूक करना है.
" बेगूसराय बनेगा इतिहास, जब राहुल गांधी कदम से कदम मिलाएंगे — युवाओं की नौकरी और अधिकार की लड़ाई अब और तेज़ होगी!"
— Bihar Congress (@INCBihar) April 6, 2025
🗓️ 7 अप्रैल 📍बेगूसराय
इतिहास बदलने का वक़्त आ गया है!
🇮🇳 #पलायन_रोको_नौकरी_दो_यात्रा pic.twitter.com/XrFPTaQP95
भाजपा पर हमला: NSUI के राष्ट्रीय अध्यक्ष बरुन चौधरी ने प्रेस से बात करते हुए कहा कि ''भाजपा झूठ और फरेब की राजनीति करती है. यह यात्रा मुद्दों पर आधारित है, कांग्रेस पार्टी हमेशा मुद्दे की राजनीति करती है." उन्होंने बताया कि 11 अप्रैल को नीतीश कुमार से मिलने का कार्यक्रम है. अगर मुलाकात नहीं हुई, तो वे घेराव भी कर सकते हैं.
'युवाओं की आवाज बनेगी यह यात्रा' : राष्ट्रीय सचिव सह बिहार प्रभारी देवेंद्र यादव ने भी प्रेस को संबोधित किया और कहा कि ''यह यात्रा युवाओं की आवाज बनकर उभरेगी. कांग्रेस का फोकस सच्चे मुद्दों पर है, न कि दिखावे की राजनीति पर."

रूट चार्ट नहीं घोषित: हालांकि यात्रा का रूट चार्ट अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन प्रशासन और कांग्रेस संगठन दोनों ही स्तर पर तैयारियां चरम पर हैं. सुरक्षा और लॉजिस्टिक व्यवस्था को लेकर भी प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड में है.
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