नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार जिन नीतियों पर काम कर रही है, वे अगले एक हजार वर्षों का भविष्य तय करेंगी. सोमवार को नई दिल्ली में 17वें सिविल सेवा दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत के समग्र विकास का मतलब है कि कोई भी गांव, कोई भी परिवार और कोई भी नागरिक पीछे न छूटे.
उन्होंने कहा, "आज हम जिन नीतियों पर काम कर रहे हैं और जो निर्णय ले रहे हैं, वे अगले 1,000 वर्षों के भविष्य को आकार देंगे." मोदी ने कहा कि भारत का आकांक्षी समाज- युवा, किसान और महिलाएं हैं. और इसके सपने अभूतपूर्व ऊंचाइयों पर पहुंच रहे हैं. उन्होंने कहा, "इन असाधारण आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए असाधारण गति आवश्यक है."
The policies we are working on today, the decisions we are making, are going to shape the future of the next thousand years: PM pic.twitter.com/TitQW8U8cE
— PMO India (@PMOIndia) April 21, 2025
प्रधानमंत्री ने कहा कि शासन की गुणवत्ता इस बात से निर्धारित होती है कि योजनाएं लोगों तक कितनी गहराई से पहुंचती हैं. उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में भारत वृद्धिशील परिवर्तन से आगे बढ़कर प्रभावशाली परिवर्तन देखने को मिला है. उन्होंने कहा, "भारत शासन, पारदर्शिता और नवाचार में नए मानक स्थापित कर रहा है."
Making Civil Services future-ready. pic.twitter.com/FqSJetVPta
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मोदी ने कहा कि प्रौद्योगिकी के युग में शासन का मतलब प्रणालियों का प्रबंधन करना नहीं है, बल्कि संभावनाओं को बढ़ाना है. भारत द्वारा 2023 में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि 'जनभागीदारी' के दृष्टिकोण ने इस आयोजन को जन आंदोलन में बदल दिया और दुनिया ने इसे स्वीकार किया.
VIDEO | Addressing the 17th Civil Services Day programme in New Delhi, PM Modi (@narendramodi) says, " this year's civil service day is special for many reasons. this year, we are celebrating 75 years of our constitution and the 150th birth anniversary of sardar vallabhbhai patel.… pic.twitter.com/PZO13P05xo
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उन्होंने कहा, "भारत सिर्फ भाग नहीं ले रहा है, बल्कि नेतृत्व कर रहा है." मोदी ने सिविल सेवकों से गरीबों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील होने, उनकी आवाज सुनने, उनकी संवेदनशीलता का सम्मान करने और उनकी समस्याओं को हल करने को प्राथमिकता देने को भी कहा.
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