कोलकाता: आज पश्चिम बंगाल के मालदा जिला अंतर्गत आने वाले मोथाबारी से करीब 3 किलोमीटर आगे इंग्लिश बाजार में केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार के नेतृत्व में भाजपा प्रतिनिधिमंडल को पुलिस ने रोका है. भाजपा दल को हिंसा प्रभावित क्षेत्र में जाने की अनुमति नहीं दी गई, इसलिए भाजपा नेताओं और समर्थकों ने सड़क पर जाम लगा दिया. दरअसल बुधवार को दो समुदायों के बीच झड़प के बाद हिंसा बढ़ गई थी. जिससे भाजपा प्रतिनिधिमंडल हिंसा प्रभावित क्षेत्र जा रहा था.
केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने बताया कि बंगाल के लोग देख रहे हैं कि यहां क्या हो रहा है. राज्य की पुलिस सत्तारूढ़ टीएमसी के कैडर के रूप में काम कर रही है. उन्होंने यह भी सवाल किया कि पुलिस ग्रामीणों को रामनवमी पूजा ना करने का निर्देश कैसे दे सकती है. पुलिस ऐसा नहीं कर सकती. मैंने लोगों से बिना किसी डर के रामनवमी मनाने को कहा है.
बता दें कि इससे पहले, केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार और उनकी पार्टी के सहयोगियों को मोथाबारी से कम से कम 10 किलोमीटर पहले ग्रामीणों ने रोका है. ग्रामीणों में ज्यादातर महिलाएं थीं. महिलाओं ने उन पर अत्याचार का आरोप लगाया है.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि झड़प प्रभावित क्षेत्र मोथाबारी में स्थिति शांतिपूर्ण है. भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात है. हालांकि, इलाके में इंटरनेट सेवाएं निलंबित रहीं. उन्होंने कहा कि रविवार सुबह से सामान्य कारोबार के साथ दुकानें और बाजार फिर से खुल गए हैं.
उत्तर बंगाल के महानिरीक्षक (आईजी) राजेश यादव ने बताया कि स्थिति शांतिपूर्ण है. पिछले 48 घंटों में इलाके में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है. दुकानें और बाजार खुले हैं और नियमित व्यावसायिक गतिविधियां चल रही हैं. उन्होंने कहा कि हमने अपने पुलिसकर्मियों को वहां तैनात किया है. इंटरनेट सेवाओं को फिर से शुरू करने या निलंबन के विस्तार पर बाद में फैसला करेंगे.
स्थानीय लोगों के अनुसार बीती बुधवार की शाम को मोथाबारी में एक धार्मिक जुलूस के एक पूजास्थल से गुजरने के बाद गुरुवार को परेशानी शुरू हुई. हिंसा के कारण आगजनी, तोड़फोड़ और लोगों पर शारीरिक हमले हुए. झड़पों में शामिल होने के सिलसिले में कुल 50 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. कलकत्ता उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को जिला मजिस्ट्रेट और मालदा के एसपी को 3 अप्रैल तक हिंसा पर कार्रवाई रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया था.
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