चंडीगढ़: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपने आवास पर उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक की. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दौरान कई बिंदुओं पर चर्चा की गई और पंजाब पुलिस अलर्ट मोड पर है. सभी पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. सिविल और वर्दीधारी पुलिस कर्मियों को भी तैनात किया जाएगा.
सीएम ने कहा कि पंजाब के उन लोगों को वापस लाने का प्रयास किया जा रहा है जो वहां घूमने गए थे और फंस गए हैं. जम्मू-कश्मीर सरकार पुलिस और प्रशासन के संपर्क में है. पर्यटन विभाग वहां फंसे सभी लोगों को पठानकोट के रास्ते घर पहुंचाएगा.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि कुछ ड्रोन भी मिले हैं जो भारत में बने हैं. वे यहां गए थे और वहां से सामान लेकर आए थे. ऐसे में इन ड्रोन की पहचान की जानी चाहिए. ड्रोन को लेकर केंद्र सरकार से मांग की गई है कि जल्द ही ड्रोन पॉलिसी बनाई जाए, ताकि ड्रोन मालिकों की पहचान की जा सके.
उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक
इस संबंध में मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "आज चंडीगढ़ में पंजाब पुलिस के आला अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक हुई. राज्य में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की गई. हम राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं होने देंगे. हमने राज्य के सभी धार्मिक स्थलों और सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. शिक्षण संस्थानों में सुरक्षा बलों की संख्या बढ़ा दी गई है.
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में फंसे पंजाबियों की सुरक्षित वापसी हमारी जिम्मेदारी है और हम लगातार जम्मू-कश्मीर पुलिस के संपर्क में हैं. पंजाब के लोगों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है.
अलर्ट पर पंजाब पुलिस
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पंजाब पुलिस भी अलर्ट पर है, पठानकोट पुलिस ने पंजाब-जम्मू बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी है. बीती रात से ही भारत-पाकिस्तान सीमा पर बमियाल सेक्टर और जम्मू के कई अंदरूनी रास्तों पर गश्त बढ़ा दी गई है.
जम्मू-कश्मीर से आने वाले सभी वाहनों की चेकिंग की जा रही है ताकि कोई भी बदमाश इन रास्तों का इस्तेमाल करके पठानकोट के रास्ते पंजाब में प्रवेश न कर सके. पुलिस जगह-जगह पोस्ट बनाकर बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों की भी चेकिंग कर रही है ताकि कोई भी बदमाश वारदात को अंजाम न दे सके.
इस संबंध में एसएसपी दलजिंदर सिंह ढिल्लों ने कहा कि पहलगाम में जो आतंकी हमला हुआ है, वह बहुत ही निंदनीय और कायराना है, जिसकी मैं कड़े शब्दों में निंदा करता हूं. यह हमारे देश में दो समुदायों के बीच दरार पैदा करने की कोशिश है, लेकिन हम इतने कमजोर नहीं हैं. हमारे भारतीय वीर, चाहे वे किसी भी समुदाय से हों, इतने कमजोर नहीं हैं कि इस हमले के बाद वे अपना आपा खो दें और आपस में लड़ें."
संवेदनशील जगहों पर पुलिस की टीमें तैनात
उन्होंने बताया कि आज भी उन्होंने सभी संवेदनशील जगहों पर टीमें तैनात की हैं. वह किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं. जम्मू-कश्मीर से पंजाब में प्रवेश करने वाले सभी रास्तों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
वहीं, भाजपा जिला प्रवक्ता योगेश ठाकुर ने कहा कि जम्मू में अपने परिवार के साथ घूमने गए हमारे निहत्थे देशवासियों पर बेरहमी से हमला किया गया, चुन-चुन कर उनका धर्म पूछा गई, कहा गया कि क्या तुम हिंदू हो? और फिर उन्हें मार दिया गया. मैं भारत सरकार से अपील करना चाहता हूं कि जिन लोगों ने यह कायरतापूर्ण कृत्य किया है, उनको कड़ी सजा दी जाए.