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करारा जवाब दिया जाएगा! पीएम मोदी ने तीनों सेना को दी खुली छूट, कहा- तरीका, टारगेट और टाइम तय करने की दी आजादी - PM NARENDRA MODI

पीएम मोदी ने पहलगाम आतंकी हमले का जवाब देने के लिए तीनों सेनाओं को खुली छूट दी है.

PM Narendra Modi
पीएम मोदी ने तीनों सेना को दी खुली छूट (फाइल फोटो PTI)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : April 29, 2025 at 7:50 PM IST

3 Min Read

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को NSA, CDS और सभी सशस्त्र बलों के प्रमुख के साथ एक हाई लेवल मीटिंग की. इस दौरान उन्होंने सेनाओं को खुली छूट दी. प्रधानमंत्री ने कहा कि सशस्त्र बलों को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के जवाब में भारत की प्रतिक्रिया के मोड, टारगेट और टारगेट का समय को तय करनी करने की पूरी आजादी है.

न्यूज एजेंसी पीटीआई ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक के दौरान पीएम मोदी ने दोहराया, "आतंकवाद को करारा झटका देना हमारा राष्ट्रीय संकल्प है." मंगलवार को मोदी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और तीनों सशस्त्र सेवाओं के प्रमुखों सहित भारत के शीर्ष रक्षा अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की.

न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार पीएम मोदी ने सशस्त्र बलों की प्रोफेशनलिज्म पर पूरा भरोसा और विश्वास जताया. प्रधानमंत्री ने कहा, "उन्हें हमारी प्रतिक्रिया के तरीके, लक्ष्य और समय पर निर्णय लेने की पूरी परिचालन स्वतंत्रता है."

चीफ ऑफ डिफेंस हुए बैठक में शामिल
इस बैठक में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने भी हिस्सा लिया. यह बैठक पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा अपने जवाबी विकल्पों का आकलन करने के लिए आयोजित की गई थी.

आतंकवादियों को पकड़ने की खाई थी कसम
इससे पहले, हमले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पीएम मोदी ने जिम्मेदार आतंकवादियों और उनके समर्थकों को पकड़ने की कसम खाई थी, विशेष रूप से पाकिस्तान का जिक्र करते हुए, जिसका भारत के खिलाफ आतंकवाद को प्रायोजित करने का इतिहास रहा है. उन्होंने उन्हें न्याय के कटघरे में लाने का वादा किया, उन्होंने कहा कि सजा उनकी कल्पना से परे होगी.

पहलगाम में आतंकी हमला
बता दें कि हाल ही पहलगाम के बैसरन में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें से अधिकतर पर्यटक थे. पहलगाम हमला जम्मू-कश्मीर में नागरिकों पर पिछले कई वर्षों में हुआ सबसे घातक हमला है, जिसे लेकर पूरे देश में आक्रोश की लहर है. इसको लेकर देशभर में हमलावरों और उनके आकाओं के खिलाफ कठोर जवाबी कार्रवाई की मांग उठ रही है.

प्रधानमंत्री की कठोर टिप्पणी
प्रधानमंत्री की कठोर टिप्पणियों और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर उनकी सरकार के कड़े रुख के कारण भारत की ओर से करारी जवाबी कार्रवाई की उम्मीदें बढ़ गई है.गौरतलब है कि मोदी सरकार ने 2016 में उरी में सेना के जवानों पर आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान के अंदर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ की थी. उसने पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के काफिले को निशाना बनाए जाने के बाद पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकवादी ठिकानों पर हवाई हमला किया था.

यह भी पढे़ं- भाजपा अध्यक्ष का चुनाव टला, पार्टी नेतृत्व ने क्यों लिया फैसला, क्या हैं इसके पीछे के कारण, जानें

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को NSA, CDS और सभी सशस्त्र बलों के प्रमुख के साथ एक हाई लेवल मीटिंग की. इस दौरान उन्होंने सेनाओं को खुली छूट दी. प्रधानमंत्री ने कहा कि सशस्त्र बलों को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के जवाब में भारत की प्रतिक्रिया के मोड, टारगेट और टारगेट का समय को तय करनी करने की पूरी आजादी है.

न्यूज एजेंसी पीटीआई ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक के दौरान पीएम मोदी ने दोहराया, "आतंकवाद को करारा झटका देना हमारा राष्ट्रीय संकल्प है." मंगलवार को मोदी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और तीनों सशस्त्र सेवाओं के प्रमुखों सहित भारत के शीर्ष रक्षा अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की.

न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार पीएम मोदी ने सशस्त्र बलों की प्रोफेशनलिज्म पर पूरा भरोसा और विश्वास जताया. प्रधानमंत्री ने कहा, "उन्हें हमारी प्रतिक्रिया के तरीके, लक्ष्य और समय पर निर्णय लेने की पूरी परिचालन स्वतंत्रता है."

चीफ ऑफ डिफेंस हुए बैठक में शामिल
इस बैठक में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने भी हिस्सा लिया. यह बैठक पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा अपने जवाबी विकल्पों का आकलन करने के लिए आयोजित की गई थी.

आतंकवादियों को पकड़ने की खाई थी कसम
इससे पहले, हमले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पीएम मोदी ने जिम्मेदार आतंकवादियों और उनके समर्थकों को पकड़ने की कसम खाई थी, विशेष रूप से पाकिस्तान का जिक्र करते हुए, जिसका भारत के खिलाफ आतंकवाद को प्रायोजित करने का इतिहास रहा है. उन्होंने उन्हें न्याय के कटघरे में लाने का वादा किया, उन्होंने कहा कि सजा उनकी कल्पना से परे होगी.

पहलगाम में आतंकी हमला
बता दें कि हाल ही पहलगाम के बैसरन में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें से अधिकतर पर्यटक थे. पहलगाम हमला जम्मू-कश्मीर में नागरिकों पर पिछले कई वर्षों में हुआ सबसे घातक हमला है, जिसे लेकर पूरे देश में आक्रोश की लहर है. इसको लेकर देशभर में हमलावरों और उनके आकाओं के खिलाफ कठोर जवाबी कार्रवाई की मांग उठ रही है.

प्रधानमंत्री की कठोर टिप्पणी
प्रधानमंत्री की कठोर टिप्पणियों और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर उनकी सरकार के कड़े रुख के कारण भारत की ओर से करारी जवाबी कार्रवाई की उम्मीदें बढ़ गई है.गौरतलब है कि मोदी सरकार ने 2016 में उरी में सेना के जवानों पर आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान के अंदर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ की थी. उसने पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के काफिले को निशाना बनाए जाने के बाद पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकवादी ठिकानों पर हवाई हमला किया था.

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