नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को एक बार फिर सुरक्षा पर कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बड़ी बैठक हुई. इसके बाद राजनीतिक मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीपीए) और आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीईए) की पूर्ण कैबिनेट बैठक होगी.
इन बैठकों के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण व अन्य बड़े नेता मौजूद हैं. इसके साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, सीडीएस अनिल चौहान, तीनों सेनाओं के प्रमुख और बड़े रक्षा अधिकारी भी शामिल हैं.
#WATCH | Delhi: Union Home Minister Amit Shah reaches 7 LKM, Prime Minister Narendra Modi's residence. pic.twitter.com/gvtHRtVa8S
— ANI (@ANI) April 30, 2025
पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को खत्म करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को नई दिल्ली में चार प्रमुख बैठकों की अध्यक्षता करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को भारत की सशस्त्र सेनाओं पर पूरा भरोसा जताते हुए सीमा पार बैठे आतंकवादियों और उनके आकाओं के खिलाफ बड़ा हमला करने की खुली छूट दे दी. मंगलवार को प्रधानमंत्री आवास पर एक घंटे से अधिक समय तक चली बैठक की अध्यक्षता करते हुए पीएम मोदी ने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ संभावित सैन्य कार्रवाई की समग्र तैयारी का जायजा लिया.
बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) अनिल चौहान और सभी सशस्त्र बलों के प्रमुख मौजूद थे. कुछ अधिकारियों के अनुसार बैठक में पहलगाम में हुए नृशंस आतंकवादी हमले के बाद सरकार द्वारा उठाए जाने वाले कुछ कड़े कदमों पर चर्चा की गई.
बढ़ते तनाव के बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने मंगलवार शाम को विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात की और पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की जिसमें 26 लोग मारे गए थे. जयशंकर के साथ बातचीत में गुटेरेस ने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा दोहराई, इन हमलों के लिए कानूनी तरीकों से न्याय और जवाबदेही की आवश्यकता पर जोर दिया. साथ ही भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर गहरी चिंता व्यक्त की.
गौरतलब है कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद से सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की यह दूसरी बैठक है. पिछले सप्ताह अपनी पिछली बैठक में सीसीएस ने देश की समग्र सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की थी और सुरक्षा बलों को अलर्ट पर रखा था. साथ ही वादा किया था कि साजिशकर्ताओं को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा.