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चारधाम यात्रा से पहले GMVN की बल्ले-बल्ले, अब तक 2 करोड़ की प्री हुई बुकिंग, उम्मीदों को लगे पंख - UTTARAKHAND CHARDHAM YATRA 2025

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2025 को लेकर विभागों की तैयारियां तेज, तीर्थयात्री बढ़ चढ़कर करा रहे जीएमवीएन होटल की बुकिंग, पढ़िए खास रिपोर्ट

Uttarakhand Chardham Yatra 2025
उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2025 (फोटो- ETV Bharat GFX)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : March 24, 2025 at 6:04 PM IST

6 Min Read

रोहित कुमार सोनी, देहरादून: आगामी 30 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2025 शुरू हो जाएगी. यात्रा को लेकर पर्यटन, पुलिस, स्वास्थ्य, परिवहन समेत अन्य तमाम विभाग भी तैयारी में जुटे हुए हैं. ताकि, चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सके.

चारधाम यात्रा के मद्देनजर गढ़वाल मंडल विकास निगम के गेस्ट हाउस की भी श्रद्धालु बढ़ चढ़कर बुकिंग करवा रहे हैं. खास बात ये है कि अभी तक दो करोड़ रुपए से ज्यादा की बुकिंग हो चुकी है. इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग और परिवहन विभाग भी तैयारियों में जुटा हुआ है.

चारधाम यात्रा से पहले GMVN की बल्ले-बल्ले (वीडियो- ETV Bharat)

इस दिन खुलेंगे कपाट: उत्तराखंड में चारधाम के कपाट खुलने की तिथि पहले ही तय हो चुकी है. जिसके तहत 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खोले जाएंगे. इसके साथ ही चारधाम यात्रा 2025 का आगाज हो जाएगा. इसके बाद 2 मई को केदारनाथ और 4 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे.

Uttarakhand Chardham Yatra 2025
कपाट खुलने की तिथियां (फोटो- ETV Bharat GFX)

चारधाम यात्रा के कपाट खुलने की तिथियां तय होने के बाद 20 मार्च से श्रद्धालुओं की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. चारधाम की यात्रा पर आने के लिए श्रद्धालुओं में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. दरअसल, 20 मार्च को सुबह 7 बजे से श्रद्धालुओं की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो गई थी. जिसके तहत 24 मार्च की शाम 5 बजे तक 6,79,489 श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं.

  • यमुनोत्री धाम के लिए 12,2349 श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं.
  • गंगोत्री धाम के लिए 12,5901 श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं.
  • केदारनाथ धाम के लिए 27,9714 श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं.
  • बदरीनाथ धाम के लिए 20,3961 श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं.
  • हेमकुंड साहिब के लिए 7,564 श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं.

इस साइट में जाकर कराएं पंजीकरण: अगर आप भी चार धामों के दर्शन करना चाहते हैं तो पहले आपको ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा. इसके लिए उत्तराखंड टूरिज्म की आधिकारिक वेबसाइट https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/signin.php पर जाना होगा. जिसमें तमाम जानकारियां भरनी होगी.

इस बार पंजीकरण का प्रमाणीकरण आधार कार्ड से होगा. जिसके तहत पंजीकरण के दौरान श्रद्धालुओं को अपना आधार का कार्ड विवरण देना होगा. वहीं, कुल पंजीकरणों में से 60 फीसदी पंजीकरण ऑनलाइन होंगे. जबकि, 40 फीसदी ऑफलाइन होंगे. ताकि, यात्रियों को कोई परेशानी न हो.

Yamunotri Dham
यमुनोत्री धाम (फाइल फोटो- X@DIPR_UK)

गढ़वाल मंडल विकास निगम (GMVN) के महाप्रबंधक विशाल मिश्रा ने कहा कि चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर जीएमवीएन के कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है कि यात्रा रूट पर जितने भी गेस्ट हाउस हैं, उसको ठीक करने का काम यात्रा शुरू होने से पहले कर लिए जाए. इसके लिए एक टीम भी गठित की गई है, जो गेस्ट हाउस का इंस्पेक्शन करके रिपोर्ट दे रही है.

रिपोर्ट के आधार पर गेस्ट हाउस को अपग्रेड करने का काम चल रहा है. अभी तक 2 करोड़ रुपए से ज्यादा धनराशि की बुकिंग हो चुकी है. जो कि आगे और ज्यादा बढ़ने की संभावना है. उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने बुकिंग कराई है, उनको ये जानकारी भी देने का प्रयास किया जाएगा कि उनको यात्रा के दौरान क्या करना है क्या नहीं करना है.

Gangotri Dham
गंगोत्री धाम (फाइल फोटो- X@DIPR_UK)

चारधाम यात्री चखेंगे उत्तराखंडी फूड का स्वाद: विशाल मिश्रा ने बताया कि जीएमवीएन के जितने भी गेस्ट हाउस हैं, उनमें मॉर्डन फूड के साथ ही पारंपरिक फूड बनाने वाले कूक को रखा गया है. क्योंकि, जो लोग बाहर से आते हैं, वो लोग चाहते है कि उनको उत्तराखंड का पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद भी मिले. इसलिए उत्तराखंड के पारंपरिक भोजन को भी शामिल किया जा रहा है.

इसके लिए निर्देश दिए गए हैं कि 'हाउस ऑफ हिमालयाज' के जो पारंपरिक फूड के प्रोडक्ट्स हैं, उसको ही खरीदें. जिसके बाद जीएमवीएन के सभी कैंटीन ने पारंपरिक फूड प्रोडक्ट्स खरीदने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. इस पहल से न सिर्फ लोगों को पारंपरिक व्यंजनों का लाभ मिलेगा. बल्कि, हाउस ऑफ हिमालयाज को भी बिजनेस मिलेगा.

Badrinath Dham
बदरीनाथ धाम (फाइल फोटो- X@DIPR_UK)

परिवहन विभाग की ये है तैयारी: वहीं, चारधाम यात्रा के लिए परिवहन विभाग भी अपनी तैयारियों में जुटा हुआ है. चारधाम यात्रा के परिवहन नोडल अधिकारी सुनील शर्मा ने बताया कि चारधाम यात्रा को लेकर परिवहन विभाग ने अपनी तैयारियां जोरों शोरों पर चल रही है और ज्यादातर काम पूरे कर लिए गए हैं. इसके अलावा ट्रांसपोर्ट से संबंधित व्यवसायियों (बस, टैंपो ट्रैवलर, मैक्सी, टैक्सी और टूर एंड ट्रैवल ऑपरेटरों) के साथ हाल ही में एक बैठक की गई थी.

इस बैठक का मुख्य उद्देश्य था कि चारधाम यात्रा में यात्रियों को अच्छी, सुरक्षित और उचित दरों पर वाहन की सुविधा उपलब्ध कराई जाए. इसके साथ ही इन लोगों का यात्रियों के साथ अच्छा व्यवहार किया जाए. साथ ही सभी टूर एंड ट्रैवल संचालक अपने यात्रियों का पंजीकरण कराएं. ताकि उनको आसानी से ट्रिप कार्ड बनाकर अपने गंतव्य स्थान तक भेजा जाए.

Kedarnath Dham
केदारनाथ धाम (फाइल फोटो- X@DIPR_UK)

केदारनाथ और बदरीनाथ में हॉस्पिटल बनकर तैयार: चारधाम यात्रा को लेकर स्वास्थ्य विभाग भी तैयारियों में जुटा हुए है. वहीं, स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों के सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि पिछले दो सालों से चारधाम यात्रा रूटों पर होने वाले श्रद्धालुओं की मौतों के आंकड़ों में काफी रोकथाम लगी है. चारधाम यात्रा के दौरान लाखों लोगों का इलाज कराया जाता है. हजारों लोगों को हॉस्पिटल में ठीक करते हैं.

उन्होंने कहा कि इसके साथ ही क्रिटिकल कंडीशन वाले मरीजों को एयर एंबुलेंस की सुविधा भी देते हैं. हालांकि, अभी तक बदरीनाथ और केदारनाथ में हॉस्पिटल की कमी थी, लेकिन अब इन धामों में हॉस्पिटल बनकर तैयार हो गया है. जिसका आगामी चारधाम यात्रा से संचालन शुरू हो जाएगा.

सीएम धामी बोले- चारधाम यात्रा प्राधिकरण का होगा गठन: वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा के तैयारियों की वो खुद समीक्षा कर रहे हैं. चारधाम यात्रा को और व्यवस्थित करने के लिए 'चारधाम यात्रा प्राधिकरण' का गठन करने जा रहे हैं. जो यात्रा को विधिवत संचालित करेगी.

इसके साथ ही चारधाम देवालयों के आसपास के जो स्थान हैं, उसको भी डेवलप करने पर विचार कर रहे हैं. सीएम धामी ने कहा कि रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया बेहतर हो और यात्रा बेहतर ढंग से संचालित हो, इस पर जोर दे रहे हैं. इसके लिए यात्रा शुरू होने से पहले चारधाम यात्रा से संबंधित विभागों की विभागवार समीक्षा की जाएगी.

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रोहित कुमार सोनी, देहरादून: आगामी 30 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2025 शुरू हो जाएगी. यात्रा को लेकर पर्यटन, पुलिस, स्वास्थ्य, परिवहन समेत अन्य तमाम विभाग भी तैयारी में जुटे हुए हैं. ताकि, चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सके.

चारधाम यात्रा के मद्देनजर गढ़वाल मंडल विकास निगम के गेस्ट हाउस की भी श्रद्धालु बढ़ चढ़कर बुकिंग करवा रहे हैं. खास बात ये है कि अभी तक दो करोड़ रुपए से ज्यादा की बुकिंग हो चुकी है. इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग और परिवहन विभाग भी तैयारियों में जुटा हुआ है.

चारधाम यात्रा से पहले GMVN की बल्ले-बल्ले (वीडियो- ETV Bharat)

इस दिन खुलेंगे कपाट: उत्तराखंड में चारधाम के कपाट खुलने की तिथि पहले ही तय हो चुकी है. जिसके तहत 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खोले जाएंगे. इसके साथ ही चारधाम यात्रा 2025 का आगाज हो जाएगा. इसके बाद 2 मई को केदारनाथ और 4 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे.

Uttarakhand Chardham Yatra 2025
कपाट खुलने की तिथियां (फोटो- ETV Bharat GFX)

चारधाम यात्रा के कपाट खुलने की तिथियां तय होने के बाद 20 मार्च से श्रद्धालुओं की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. चारधाम की यात्रा पर आने के लिए श्रद्धालुओं में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. दरअसल, 20 मार्च को सुबह 7 बजे से श्रद्धालुओं की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो गई थी. जिसके तहत 24 मार्च की शाम 5 बजे तक 6,79,489 श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं.

  • यमुनोत्री धाम के लिए 12,2349 श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं.
  • गंगोत्री धाम के लिए 12,5901 श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं.
  • केदारनाथ धाम के लिए 27,9714 श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं.
  • बदरीनाथ धाम के लिए 20,3961 श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं.
  • हेमकुंड साहिब के लिए 7,564 श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं.

इस साइट में जाकर कराएं पंजीकरण: अगर आप भी चार धामों के दर्शन करना चाहते हैं तो पहले आपको ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा. इसके लिए उत्तराखंड टूरिज्म की आधिकारिक वेबसाइट https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/signin.php पर जाना होगा. जिसमें तमाम जानकारियां भरनी होगी.

इस बार पंजीकरण का प्रमाणीकरण आधार कार्ड से होगा. जिसके तहत पंजीकरण के दौरान श्रद्धालुओं को अपना आधार का कार्ड विवरण देना होगा. वहीं, कुल पंजीकरणों में से 60 फीसदी पंजीकरण ऑनलाइन होंगे. जबकि, 40 फीसदी ऑफलाइन होंगे. ताकि, यात्रियों को कोई परेशानी न हो.

Yamunotri Dham
यमुनोत्री धाम (फाइल फोटो- X@DIPR_UK)

गढ़वाल मंडल विकास निगम (GMVN) के महाप्रबंधक विशाल मिश्रा ने कहा कि चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर जीएमवीएन के कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है कि यात्रा रूट पर जितने भी गेस्ट हाउस हैं, उसको ठीक करने का काम यात्रा शुरू होने से पहले कर लिए जाए. इसके लिए एक टीम भी गठित की गई है, जो गेस्ट हाउस का इंस्पेक्शन करके रिपोर्ट दे रही है.

रिपोर्ट के आधार पर गेस्ट हाउस को अपग्रेड करने का काम चल रहा है. अभी तक 2 करोड़ रुपए से ज्यादा धनराशि की बुकिंग हो चुकी है. जो कि आगे और ज्यादा बढ़ने की संभावना है. उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने बुकिंग कराई है, उनको ये जानकारी भी देने का प्रयास किया जाएगा कि उनको यात्रा के दौरान क्या करना है क्या नहीं करना है.

Gangotri Dham
गंगोत्री धाम (फाइल फोटो- X@DIPR_UK)

चारधाम यात्री चखेंगे उत्तराखंडी फूड का स्वाद: विशाल मिश्रा ने बताया कि जीएमवीएन के जितने भी गेस्ट हाउस हैं, उनमें मॉर्डन फूड के साथ ही पारंपरिक फूड बनाने वाले कूक को रखा गया है. क्योंकि, जो लोग बाहर से आते हैं, वो लोग चाहते है कि उनको उत्तराखंड का पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद भी मिले. इसलिए उत्तराखंड के पारंपरिक भोजन को भी शामिल किया जा रहा है.

इसके लिए निर्देश दिए गए हैं कि 'हाउस ऑफ हिमालयाज' के जो पारंपरिक फूड के प्रोडक्ट्स हैं, उसको ही खरीदें. जिसके बाद जीएमवीएन के सभी कैंटीन ने पारंपरिक फूड प्रोडक्ट्स खरीदने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. इस पहल से न सिर्फ लोगों को पारंपरिक व्यंजनों का लाभ मिलेगा. बल्कि, हाउस ऑफ हिमालयाज को भी बिजनेस मिलेगा.

Badrinath Dham
बदरीनाथ धाम (फाइल फोटो- X@DIPR_UK)

परिवहन विभाग की ये है तैयारी: वहीं, चारधाम यात्रा के लिए परिवहन विभाग भी अपनी तैयारियों में जुटा हुआ है. चारधाम यात्रा के परिवहन नोडल अधिकारी सुनील शर्मा ने बताया कि चारधाम यात्रा को लेकर परिवहन विभाग ने अपनी तैयारियां जोरों शोरों पर चल रही है और ज्यादातर काम पूरे कर लिए गए हैं. इसके अलावा ट्रांसपोर्ट से संबंधित व्यवसायियों (बस, टैंपो ट्रैवलर, मैक्सी, टैक्सी और टूर एंड ट्रैवल ऑपरेटरों) के साथ हाल ही में एक बैठक की गई थी.

इस बैठक का मुख्य उद्देश्य था कि चारधाम यात्रा में यात्रियों को अच्छी, सुरक्षित और उचित दरों पर वाहन की सुविधा उपलब्ध कराई जाए. इसके साथ ही इन लोगों का यात्रियों के साथ अच्छा व्यवहार किया जाए. साथ ही सभी टूर एंड ट्रैवल संचालक अपने यात्रियों का पंजीकरण कराएं. ताकि उनको आसानी से ट्रिप कार्ड बनाकर अपने गंतव्य स्थान तक भेजा जाए.

Kedarnath Dham
केदारनाथ धाम (फाइल फोटो- X@DIPR_UK)

केदारनाथ और बदरीनाथ में हॉस्पिटल बनकर तैयार: चारधाम यात्रा को लेकर स्वास्थ्य विभाग भी तैयारियों में जुटा हुए है. वहीं, स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों के सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि पिछले दो सालों से चारधाम यात्रा रूटों पर होने वाले श्रद्धालुओं की मौतों के आंकड़ों में काफी रोकथाम लगी है. चारधाम यात्रा के दौरान लाखों लोगों का इलाज कराया जाता है. हजारों लोगों को हॉस्पिटल में ठीक करते हैं.

उन्होंने कहा कि इसके साथ ही क्रिटिकल कंडीशन वाले मरीजों को एयर एंबुलेंस की सुविधा भी देते हैं. हालांकि, अभी तक बदरीनाथ और केदारनाथ में हॉस्पिटल की कमी थी, लेकिन अब इन धामों में हॉस्पिटल बनकर तैयार हो गया है. जिसका आगामी चारधाम यात्रा से संचालन शुरू हो जाएगा.

सीएम धामी बोले- चारधाम यात्रा प्राधिकरण का होगा गठन: वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा के तैयारियों की वो खुद समीक्षा कर रहे हैं. चारधाम यात्रा को और व्यवस्थित करने के लिए 'चारधाम यात्रा प्राधिकरण' का गठन करने जा रहे हैं. जो यात्रा को विधिवत संचालित करेगी.

इसके साथ ही चारधाम देवालयों के आसपास के जो स्थान हैं, उसको भी डेवलप करने पर विचार कर रहे हैं. सीएम धामी ने कहा कि रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया बेहतर हो और यात्रा बेहतर ढंग से संचालित हो, इस पर जोर दे रहे हैं. इसके लिए यात्रा शुरू होने से पहले चारधाम यात्रा से संबंधित विभागों की विभागवार समीक्षा की जाएगी.

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