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शादी-ब्याह में दिक्कत, देहरादून के इस इलाके के लोगों का जीना हुआ दूभर, रिश्तेदारों ने भी फेरा मुंह! जानिए बड़ी वजह - DEHRADUN GARBAGE PROBLEM

देहरादून शहर से रोजाना निकलता है करीब 400 मीट्रिक टन कचरा, कारगी चौक के पास जमा किया जाता है कूड़ा, बदबू से लोग हुए परेशान

DEHRADUN GARBAGE PROBLEM
कचरा बना मुसीबत (फोटो- ETV Bharat GFX)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : April 3, 2025 at 5:07 PM IST

7 Min Read

रोहित कुमार सोनी, देहरादून: पूरे देशभर में स्वच्छ भारत अभियान के तहत तमाम काम किए जा रहे हैं, लेकिन उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में एक जगह ऐसी भी है, जहां गंदगी हमेशा फैली रहती है. जिसके चलते न सिर्फ आसपास रहने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, बल्कि अन्य राज्यों से देहरादून आने वाले लोगों का स्वागत भी कूड़े की बदबू से ही होता है. इन जगहों पर बेतरकीब तरीके से कूड़ा फेंकना स्थानीय लोगों के लिए जी का जंजाल बन गया है. क्योंकि, इस कूड़े की वजह से आसपास रह रहे लोगों के रिश्तेदारों ने भी मुंह फेर लिया है.

कारगी चौक के पास कूड़ा डंपिंग जोन पर जमा किया जाता है कूड़ा: दरअसल, देहरादून के रिस्पना पुल और आईएसबीटी के बीच कारगी चौक के पास कूड़ा या कचरा डंपिंग जोन ने आसपास रह रहे लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. इस डंपिंग जोन में देहरादून शहर का सारा कूड़ा फेंक दिया जाता है. इसके बाद सभी कूड़े को एकत्रित कर ट्रैक्टरों के माध्यम से शीशमबाड़ा स्थित कूड़ा प्लांट भेज दिया जाता है.

कूड़ा डंपिंग जोन से हो रही परेशानियों को लेकर ग्राउंड रिपोर्ट (वीडियो- ETV Bharat)

बरसात में बदबू से खाना तक नहीं खा पाते लोग: शीशमबाड़ा कूड़ा प्लांट ले जाने से पहले कारगी चौक स्थित डंपिंग जोन में अत्यधिक कूड़ा होने की वजह से चारों तरफ काफी ज्यादा बदबू आती है. इतना ही नहीं बरसात के समय स्थितियां और भी गंभीर हो जाती है. जिसके चलते आसपास रह रहे लोग खाना तक नहीं खा पाते हैं. हर समय उनके नाक में बदबू जाता है. जिसके चलते उनका जीना मुहाल हो जाता है.

Dehradun Garbage
कचरा ले जाता ट्रैक्टर टॉली (फोटो- ETV Bharat)

देहरादून शहर से रोजाना निकलता है करीब 400 मीट्रिक टन कूड़ा: बता दें कि देहरादून शहर से रोजाना करीब 400 मीट्रिक टन कूड़ा निकलता है, जिसे इसी डंपिंग क्षेत्र में एकत्र किया जाता है. नगर निगम के लिए एक बड़ी चुनौती ये भी है कि आईएसबीटी से आने जाने वाले यात्रियों को इसी बदबूदार जगह से होकर ही गुजरना पड़ता है. ऐसे में देहरादून की छाप देश के कोने-कोने से आने वाले पर्यटकों में क्या जा रहा होगा? इस बात से इसी का अंदाजा लगाया जा सकता है.

DEHRADUN GARBAGE PROBLEM
कूड़े से परेशानी! (फोटो- ETV Bharat GFX)

कूड़ा डालने वाली गाड़ियों से सड़कों पर गिरता है कचरा: ये स्थिति अभी कुछ दिनों से नहीं हुई है, बल्कि लंबे समय से यह स्थिति वहां पर बनी हुई है. आलम ये है कि जब रोजाना सुबह कूड़े की गाड़ी इस डंपिंग जोन में कूड़ा डालने आती है तो उस दौरान सड़कों पर जाम जैसे स्थिति उत्पन्न हो जाती है. साथ ही सड़कें भी कूड़े में तब्दील हो जाती हैं. क्योंकि, चारों तरफ कूड़ा फैला हुआ दिखाई देता है.

Dehradun Garbage LandFill
कूड़े से समस्या (फोटो- ETV Bharat)

ईटीवी भारत से बातचीत में स्थानीय लोगों ने कहा कि 'यहां कूड़ा डंपिंग जोन होने की वजह से उन्हें काफी ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. क्योंकि, 24 घंटे यहां गंदी बदबू आती है और बच्चों के बीमार होने का खतरा भी बना रहता है. बरसात के समय तो स्थिति और बद से बदतर हो जाती है. जिसके चलते उनके रिश्तेदारों ने ही उन लोगों से मुंह फेर लिया है. ऐसे में उनसे मुलाकात करने के लिए रिश्तेदार भी नहीं पहुंचते हैं.'

कूड़े की बदबू से दूसरी जगह किराए पर रहने को मजबूर हुए लोग: वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि 'वहां पर काफी ज्यादा बदबू आने की वजह से वो अपना घर छोड़कर किराए का मकान लेकर रह रहे हैं.' स्थानीय लोगों का ये भी कहना है कि 'इतनी ज्यादा बदबू आती है कि ढंग से खाना भी नहीं खा पा रहे हैं.'

पेट्रोल-डीजल की सेल में हुई गिरावट: इस कूड़ा डंपिंग जोन के बगल में मौजूद पेट्रोल पंप की स्थिति भी इस कूड़े की वजह से काफी ज्यादा खराब हो गई है. क्योंकि, चारों तरफ कूड़ा गाड़ी खड़ी हो जाती हैं. साथ ही बदबू आने की वजह से ग्राहक भी तेल भरवाने नहीं आ रहे हैं. जिसका नतीजा ये है कि उनकी सेल 75 फीसदी तक कम हो गई है. कर्मचारियों ने बताया कि पेट्रोल पंप पर खड़ा होना काफी मुश्किल भरा रहता है, लेकिन जो कुछ ग्राहक आते हैं, उन ग्राहकों को तेल देने के लिए मजबूरी में खड़ा होना पड़ रहा है.

Dehradun Garbage
कारगी चौक के पास कूड़ा डंपिंग जोन (फोटो- ETV Bharat)

देहरादून में कूड़े की समस्या पर मेयर सौरभ थपलियाल ने ईटीवी भारत से बातचीत में ये बातें कही-

कूड़ा डंपिंग जोन के सामने ही एक प्लांट बनाया गया है, जिसे जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा. जिससे स्थानीय लोगों को हो रही समस्याओं से निदान मिल जाएगा. मुख्य रूप से डंपिंग जोन होने की वजह से वहां ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है और अत्यधिक कूड़ा जमा होने की वजह से भी काफी बदबू रहती है, लेकिन कूड़ा प्लांट शुरू होने के बाद इन समस्याओं से स्थानीय लोगों को काफी हद तक निजात मिल जाएगा. - सौरभ थपलियाल, मेयर, देहरादून नगर निगम

वहीं, इस पूरे मामले पर ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए देहरादून नगर आयुक्त नमामि बंसल ने कहा कि-

कारगी चौक के पास मौजूद कूड़ा डंपिंग जोन के सामने मैकेनाइज्ड ट्रांसफर स्टेशन लगाया जा रहा है. इस प्रोजेक्ट पर काम स्मार्ट सिटी की ओर से किया जा रहा है. ऐसे में नगर निगम के अधिकारियों की ओर से लगातार स्मार्ट सिटी के अधिकारियों से बातचीत कर जल्द से जल्द इस काम को पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है. - नमामि बंसल, नगर आयुक्त, देहरादून

इसके अलावा कारगी चौक पर जो स्थिति बनी हुई है, इस पर भी उन्होंने ये जानकारी दी.

वर्तमान समय में इस स्टेशन में सभी मशीनों को लगाया किया जा चुका है. ऐसे में जल्द ही इसका ट्रायल रन करने के बाद स्टेशन का संचालन शुरू कर दिया जाएगा. कारगी चौक में जो स्थिति बनी हुई है, उसको देखते हुए अतिरिक्त डंपर और जेसीबी मशीनें तैनात की गई हैं. - नमामि बंसल, नगर आयुक्त, देहरादून

क्या है मैकेनाइज्ड ट्रांसफर स्टेशन? मैकेनाइज्ड ट्रांसफर स्टेशन का कॉन्सेप्ट है कि देहरादून शहर से जितना भी कूड़ा निकलता है, उस कूड़े को कंपैक्ट कर संभाला प्लांट में डिस्पोजल के लिए भेजा जाए. क्योंकि, अभी शहर भर से जो कूड़ा निकलता है, उसको कारगी चौक स्थित कूड़ा डंपिंग जोन में डाल दिया जाता है. फिर जेसीबी और डंपर के जरिए इन कूड़े को डिस्पोजल के लिए शीशमबाड़ा प्लांट भेजा जाता है.

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ट्रैक्टर ट्रॉलियों पर भरकर भेजा जा रहा कूड़ा (फोटो- ETV Bharat)

जिसके चलते सड़कों पर कूड़ा फैलना और जगह-जगह पर गाड़ियों से कूड़ा गिरने की समस्या बनी रहती है. इसके साथ ही एक साथ अधिक मात्रा में कूड़ा शीशमबाड़ा प्लांट तक नहीं पहुंचा जा सकता है, लेकिन मैकेनाइज्ड ट्रांसफर स्टेशन शुरू होने के बाद कूड़े को कंपैक्ट कर एक साथ बड़ी मात्रा में प्लांट में कूड़ा भेजा जा सकेगा.

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रोहित कुमार सोनी, देहरादून: पूरे देशभर में स्वच्छ भारत अभियान के तहत तमाम काम किए जा रहे हैं, लेकिन उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में एक जगह ऐसी भी है, जहां गंदगी हमेशा फैली रहती है. जिसके चलते न सिर्फ आसपास रहने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, बल्कि अन्य राज्यों से देहरादून आने वाले लोगों का स्वागत भी कूड़े की बदबू से ही होता है. इन जगहों पर बेतरकीब तरीके से कूड़ा फेंकना स्थानीय लोगों के लिए जी का जंजाल बन गया है. क्योंकि, इस कूड़े की वजह से आसपास रह रहे लोगों के रिश्तेदारों ने भी मुंह फेर लिया है.

कारगी चौक के पास कूड़ा डंपिंग जोन पर जमा किया जाता है कूड़ा: दरअसल, देहरादून के रिस्पना पुल और आईएसबीटी के बीच कारगी चौक के पास कूड़ा या कचरा डंपिंग जोन ने आसपास रह रहे लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. इस डंपिंग जोन में देहरादून शहर का सारा कूड़ा फेंक दिया जाता है. इसके बाद सभी कूड़े को एकत्रित कर ट्रैक्टरों के माध्यम से शीशमबाड़ा स्थित कूड़ा प्लांट भेज दिया जाता है.

कूड़ा डंपिंग जोन से हो रही परेशानियों को लेकर ग्राउंड रिपोर्ट (वीडियो- ETV Bharat)

बरसात में बदबू से खाना तक नहीं खा पाते लोग: शीशमबाड़ा कूड़ा प्लांट ले जाने से पहले कारगी चौक स्थित डंपिंग जोन में अत्यधिक कूड़ा होने की वजह से चारों तरफ काफी ज्यादा बदबू आती है. इतना ही नहीं बरसात के समय स्थितियां और भी गंभीर हो जाती है. जिसके चलते आसपास रह रहे लोग खाना तक नहीं खा पाते हैं. हर समय उनके नाक में बदबू जाता है. जिसके चलते उनका जीना मुहाल हो जाता है.

Dehradun Garbage
कचरा ले जाता ट्रैक्टर टॉली (फोटो- ETV Bharat)

देहरादून शहर से रोजाना निकलता है करीब 400 मीट्रिक टन कूड़ा: बता दें कि देहरादून शहर से रोजाना करीब 400 मीट्रिक टन कूड़ा निकलता है, जिसे इसी डंपिंग क्षेत्र में एकत्र किया जाता है. नगर निगम के लिए एक बड़ी चुनौती ये भी है कि आईएसबीटी से आने जाने वाले यात्रियों को इसी बदबूदार जगह से होकर ही गुजरना पड़ता है. ऐसे में देहरादून की छाप देश के कोने-कोने से आने वाले पर्यटकों में क्या जा रहा होगा? इस बात से इसी का अंदाजा लगाया जा सकता है.

DEHRADUN GARBAGE PROBLEM
कूड़े से परेशानी! (फोटो- ETV Bharat GFX)

कूड़ा डालने वाली गाड़ियों से सड़कों पर गिरता है कचरा: ये स्थिति अभी कुछ दिनों से नहीं हुई है, बल्कि लंबे समय से यह स्थिति वहां पर बनी हुई है. आलम ये है कि जब रोजाना सुबह कूड़े की गाड़ी इस डंपिंग जोन में कूड़ा डालने आती है तो उस दौरान सड़कों पर जाम जैसे स्थिति उत्पन्न हो जाती है. साथ ही सड़कें भी कूड़े में तब्दील हो जाती हैं. क्योंकि, चारों तरफ कूड़ा फैला हुआ दिखाई देता है.

Dehradun Garbage LandFill
कूड़े से समस्या (फोटो- ETV Bharat)

ईटीवी भारत से बातचीत में स्थानीय लोगों ने कहा कि 'यहां कूड़ा डंपिंग जोन होने की वजह से उन्हें काफी ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. क्योंकि, 24 घंटे यहां गंदी बदबू आती है और बच्चों के बीमार होने का खतरा भी बना रहता है. बरसात के समय तो स्थिति और बद से बदतर हो जाती है. जिसके चलते उनके रिश्तेदारों ने ही उन लोगों से मुंह फेर लिया है. ऐसे में उनसे मुलाकात करने के लिए रिश्तेदार भी नहीं पहुंचते हैं.'

कूड़े की बदबू से दूसरी जगह किराए पर रहने को मजबूर हुए लोग: वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि 'वहां पर काफी ज्यादा बदबू आने की वजह से वो अपना घर छोड़कर किराए का मकान लेकर रह रहे हैं.' स्थानीय लोगों का ये भी कहना है कि 'इतनी ज्यादा बदबू आती है कि ढंग से खाना भी नहीं खा पा रहे हैं.'

पेट्रोल-डीजल की सेल में हुई गिरावट: इस कूड़ा डंपिंग जोन के बगल में मौजूद पेट्रोल पंप की स्थिति भी इस कूड़े की वजह से काफी ज्यादा खराब हो गई है. क्योंकि, चारों तरफ कूड़ा गाड़ी खड़ी हो जाती हैं. साथ ही बदबू आने की वजह से ग्राहक भी तेल भरवाने नहीं आ रहे हैं. जिसका नतीजा ये है कि उनकी सेल 75 फीसदी तक कम हो गई है. कर्मचारियों ने बताया कि पेट्रोल पंप पर खड़ा होना काफी मुश्किल भरा रहता है, लेकिन जो कुछ ग्राहक आते हैं, उन ग्राहकों को तेल देने के लिए मजबूरी में खड़ा होना पड़ रहा है.

Dehradun Garbage
कारगी चौक के पास कूड़ा डंपिंग जोन (फोटो- ETV Bharat)

देहरादून में कूड़े की समस्या पर मेयर सौरभ थपलियाल ने ईटीवी भारत से बातचीत में ये बातें कही-

कूड़ा डंपिंग जोन के सामने ही एक प्लांट बनाया गया है, जिसे जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा. जिससे स्थानीय लोगों को हो रही समस्याओं से निदान मिल जाएगा. मुख्य रूप से डंपिंग जोन होने की वजह से वहां ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है और अत्यधिक कूड़ा जमा होने की वजह से भी काफी बदबू रहती है, लेकिन कूड़ा प्लांट शुरू होने के बाद इन समस्याओं से स्थानीय लोगों को काफी हद तक निजात मिल जाएगा. - सौरभ थपलियाल, मेयर, देहरादून नगर निगम

वहीं, इस पूरे मामले पर ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए देहरादून नगर आयुक्त नमामि बंसल ने कहा कि-

कारगी चौक के पास मौजूद कूड़ा डंपिंग जोन के सामने मैकेनाइज्ड ट्रांसफर स्टेशन लगाया जा रहा है. इस प्रोजेक्ट पर काम स्मार्ट सिटी की ओर से किया जा रहा है. ऐसे में नगर निगम के अधिकारियों की ओर से लगातार स्मार्ट सिटी के अधिकारियों से बातचीत कर जल्द से जल्द इस काम को पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है. - नमामि बंसल, नगर आयुक्त, देहरादून

इसके अलावा कारगी चौक पर जो स्थिति बनी हुई है, इस पर भी उन्होंने ये जानकारी दी.

वर्तमान समय में इस स्टेशन में सभी मशीनों को लगाया किया जा चुका है. ऐसे में जल्द ही इसका ट्रायल रन करने के बाद स्टेशन का संचालन शुरू कर दिया जाएगा. कारगी चौक में जो स्थिति बनी हुई है, उसको देखते हुए अतिरिक्त डंपर और जेसीबी मशीनें तैनात की गई हैं. - नमामि बंसल, नगर आयुक्त, देहरादून

क्या है मैकेनाइज्ड ट्रांसफर स्टेशन? मैकेनाइज्ड ट्रांसफर स्टेशन का कॉन्सेप्ट है कि देहरादून शहर से जितना भी कूड़ा निकलता है, उस कूड़े को कंपैक्ट कर संभाला प्लांट में डिस्पोजल के लिए भेजा जाए. क्योंकि, अभी शहर भर से जो कूड़ा निकलता है, उसको कारगी चौक स्थित कूड़ा डंपिंग जोन में डाल दिया जाता है. फिर जेसीबी और डंपर के जरिए इन कूड़े को डिस्पोजल के लिए शीशमबाड़ा प्लांट भेजा जाता है.

Dehradun Garbage LandFill
ट्रैक्टर ट्रॉलियों पर भरकर भेजा जा रहा कूड़ा (फोटो- ETV Bharat)

जिसके चलते सड़कों पर कूड़ा फैलना और जगह-जगह पर गाड़ियों से कूड़ा गिरने की समस्या बनी रहती है. इसके साथ ही एक साथ अधिक मात्रा में कूड़ा शीशमबाड़ा प्लांट तक नहीं पहुंचा जा सकता है, लेकिन मैकेनाइज्ड ट्रांसफर स्टेशन शुरू होने के बाद कूड़े को कंपैक्ट कर एक साथ बड़ी मात्रा में प्लांट में कूड़ा भेजा जा सकेगा.

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