नई दिल्ली: रेलवे पर संसद की स्थायी समिति के एक प्रतिनिधिमंडल ने क्षेत्र में रेलवे विकास और पर्यटन को बढ़ावा देने पर चर्चा करने के लिए दार्जिलिंग का दौरा किया. रेलवे अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
बैठक के बारे में जानकारी देते हुए पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कपिलंजल किशोर शर्मा ने कहा, 'प्रतिनिधिमंडल अपने आधिकारिक दौरे के तहत यहां आया था. यात्रा के दौरान समिति ने क्षेत्र में रेलवे विकास और पर्यटन को बढ़ावा देने से संबंधित मुद्दों पर पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे और इसके संबद्ध संगठनों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अनौपचारिक चर्चा की.
क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने और रेलवे के बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के महाप्रबंधक चेतन कुमार श्रीवास्तव और इरकॉन इंटरनेशनल लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के साथ पूर्वोत्तर और केंद्र शासित प्रदेशों में रेल नेटवर्क विस्तार विषय पर चर्चा की गई. इसमें सिवोक-रंगपो नई रेलवे लाइन परियोजना पर विशेष जोर दिया गया.
रेलवे अधिकारी ने बताया कि इस महत्वपूर्ण रेल संपर्क का उद्देश्य सिक्किम से संपर्क बढ़ाना है. इसे क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक और रणनीतिक विकास के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है. इसके अलावा, समिति ने रेलवे-आधारित पर्यटन को बढ़ावा देने के संबंध में पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के महाप्रबंधक और आईआरसीटीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक के साथ एक अलग अनौपचारिक बातचीत भी की.
चर्चा में नवीन रेल-आधारित अनुभवों और टिकाऊ विरासत पर्यटन के माध्यम से क्षेत्र की पर्यटन क्षमता का दोहन करने की पहल पर ध्यान केंद्रित किया गया. यात्रा के दौरान समिति के सदस्यों ने हेरिटेज रेलवे पर्यटन के संरक्षण, आधुनिकीकरण और संवर्धन के लिए चल रहे प्रयासों का आकलन करने के लिए यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे (डीएचआर) का भी दौरा किया.
अधिकारियों ने बताया कि चर्चा में एनएफ रेलवे ने पूर्वोत्तर क्षेत्र और केंद्र शासित प्रदेशों में रेलवे के बुनियादी ढांचे और पर्यटन को आगे बढ़ाने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई तथा समावेशी विकास और राष्ट्रीय एकीकरण को बढ़ावा देने में इनके महत्व को स्वीकार किया.