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फिलिस्तीन के समर्थन में उतरे इमाम शुहैब मौलवी, कहा निर्दोष लोगों को मार रहा इजरायल - IMAM ON PAHALGAM ATTACK

इमाम डॉ. वीपी शुहैब मौलवी ने बकरीद के मौके पर वक्फ कानून और इजरायल की क्रूरता पर बात की.

इमाम डॉ. वीपी शुहैब मौलवी
इमाम डॉ. वीपी शुहैब मौलवी (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : June 7, 2025 at 1:45 PM IST

3 Min Read

तिरुवनंतपुरम: ईद-उल-अजहा के मौके पर केरल के इमाम डॉ. वीपी शुहैब मौलवी फिलिस्तीन के समर्थन में उतर आए. उन्होंने कहा कि, इजरायल निर्दोष लोगों की जान ले रहा है. साथ ही उन्होंने वक्फ कानून को मुस्लिमों के लिए एक समस्या बताया.

बता दें कि, देशभर में मुस्लिम समुदाय के लोग शनिवार को धार्मिक उत्साह और भक्ति के साथ बकरीद मना रहे हैं. इस त्योहार को ईद-उल-अजहा के नाम से भी जाना जाता है. राज्य के विभिन्न हिस्सों में मस्जिदों और ईदगाहों में बकरीद के मौके पर मुस्लिम धर्मावलंबियों ने नमाज अदा की.

तिरुवनंतपुरम के चंद्रशेखरन नायर स्टेडियम में आयोजित ईदगाह का नेतृत्व पलायम इमाम डॉ. वीपी शुहैब मौलवी ने किया. उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करते हुए भारतीय सैनिकों द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई की सराहना की.

इमाम ने कहा कि कुर्बानी के त्योहार की खुशी में देश में हाल ही में हुए आतंकी हमले को भुलाया नहीं जा सकता. उन्होंने कहा कि, पहलगाम में 26 निर्दोष लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई. इसे केवल राक्षसी और अमानवीय ही कहा जा सकता है.

इमाम ने कहा कि, वह आतंकी हमले की निंदा करते हैं और इस ईद पर पीड़ितों के परिवारों के दुख में शामिल हैं. उन्होंने कहा कि, पवित्र कुरान में यह स्पष्ट रूप से कहा गया है कि, लोगों को अन्यायपूर्वक मारना बुराई है और इसमें कोई विवाद नहीं है.

उन्होंने कहा कि, कुरान कहता है कि किसी को अन्यायपूर्वक मारना उतना ही क्रूर है जितना कि धरती पर सभी लोगों को मारना. किसी भी धर्म, आध्यात्मिक विचार या किसी भी तरह की आतंकवादी कार्रवाई स्वीकार्य नहीं है.

उन्होंने कहा कि, सभी को सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है. आतंकवादी हमलों और संबंधित समाचारों का राजनीतिक लाभ के लिए दुरुपयोग न किया जाए और समाज में नफरत और दुश्मनी न फैलाई जाए. ये सैन्य कार्रवाई यह बताने के लिए है कि हमारा देश हमलों के खिलाफ एकजुट है.

उन्होंने, पाकिस्तान के खिलाफ भारत की सैन्य कार्रवाई के प्रति आभार प्रकट किया. उन्होंने कहा कि, विकट परिस्थितियां हमें बताती हैं कि हमें देश की एकता और अखंडता की रक्षा के लिए दोस्ती के साथ आगे बढ़ना चाहिए.

उन्होंने वक्फ अधिनियम संशोधन पर बोलते हुए कहा कि, यह विषय आज देश में मुस्लिम धर्मावलंबियों के सामने मुख्य समस्या है. इस कानून के कारण मस्जिदों, मदरसों और अनाथालयों को नहीं खोना चाहिए. इमाम ने कहा कि मामले से संबंधित सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए अंतरिम आदेश और टिप्पणियां सुकून देने वाली हैं.

उन्होंने आगे कहा कि, इजरायल मानवाधिकारों और अंतरराष्ट्रीय कानूनों को चुनौती देकर फिलिस्तीनियों को नक्शे से मिटाने की कोशिश कर रहा है. छोटे बच्चों को भूखा रखा जा रहा है जो क्रूरता की हद है.

उन्होंने कहा कि, संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि जल्द ही हजारों बच्चे मर जाएंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि, इजरायल निर्दोष लोगों को गोली मार रहा है. इमाम ने कहा कि, ऐसी स्थिति में फिलिस्तीनियों के लिए विशेष प्रार्थना की जानी चाहिए. बता दें कि, बकरीद के मौके पर कोझिकोड, कोच्चि, कन्नूर और मलप्पुरम में आयोजित ईदगाहों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए.

ये भी पढ़ें: देशभर में मनाई जा रही ईद-उल-अजहा, राष्ट्रपति मुर्मू और PM मोदी ने दी मुबारकबाद

तिरुवनंतपुरम: ईद-उल-अजहा के मौके पर केरल के इमाम डॉ. वीपी शुहैब मौलवी फिलिस्तीन के समर्थन में उतर आए. उन्होंने कहा कि, इजरायल निर्दोष लोगों की जान ले रहा है. साथ ही उन्होंने वक्फ कानून को मुस्लिमों के लिए एक समस्या बताया.

बता दें कि, देशभर में मुस्लिम समुदाय के लोग शनिवार को धार्मिक उत्साह और भक्ति के साथ बकरीद मना रहे हैं. इस त्योहार को ईद-उल-अजहा के नाम से भी जाना जाता है. राज्य के विभिन्न हिस्सों में मस्जिदों और ईदगाहों में बकरीद के मौके पर मुस्लिम धर्मावलंबियों ने नमाज अदा की.

तिरुवनंतपुरम के चंद्रशेखरन नायर स्टेडियम में आयोजित ईदगाह का नेतृत्व पलायम इमाम डॉ. वीपी शुहैब मौलवी ने किया. उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करते हुए भारतीय सैनिकों द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई की सराहना की.

इमाम ने कहा कि कुर्बानी के त्योहार की खुशी में देश में हाल ही में हुए आतंकी हमले को भुलाया नहीं जा सकता. उन्होंने कहा कि, पहलगाम में 26 निर्दोष लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई. इसे केवल राक्षसी और अमानवीय ही कहा जा सकता है.

इमाम ने कहा कि, वह आतंकी हमले की निंदा करते हैं और इस ईद पर पीड़ितों के परिवारों के दुख में शामिल हैं. उन्होंने कहा कि, पवित्र कुरान में यह स्पष्ट रूप से कहा गया है कि, लोगों को अन्यायपूर्वक मारना बुराई है और इसमें कोई विवाद नहीं है.

उन्होंने कहा कि, कुरान कहता है कि किसी को अन्यायपूर्वक मारना उतना ही क्रूर है जितना कि धरती पर सभी लोगों को मारना. किसी भी धर्म, आध्यात्मिक विचार या किसी भी तरह की आतंकवादी कार्रवाई स्वीकार्य नहीं है.

उन्होंने कहा कि, सभी को सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है. आतंकवादी हमलों और संबंधित समाचारों का राजनीतिक लाभ के लिए दुरुपयोग न किया जाए और समाज में नफरत और दुश्मनी न फैलाई जाए. ये सैन्य कार्रवाई यह बताने के लिए है कि हमारा देश हमलों के खिलाफ एकजुट है.

उन्होंने, पाकिस्तान के खिलाफ भारत की सैन्य कार्रवाई के प्रति आभार प्रकट किया. उन्होंने कहा कि, विकट परिस्थितियां हमें बताती हैं कि हमें देश की एकता और अखंडता की रक्षा के लिए दोस्ती के साथ आगे बढ़ना चाहिए.

उन्होंने वक्फ अधिनियम संशोधन पर बोलते हुए कहा कि, यह विषय आज देश में मुस्लिम धर्मावलंबियों के सामने मुख्य समस्या है. इस कानून के कारण मस्जिदों, मदरसों और अनाथालयों को नहीं खोना चाहिए. इमाम ने कहा कि मामले से संबंधित सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए अंतरिम आदेश और टिप्पणियां सुकून देने वाली हैं.

उन्होंने आगे कहा कि, इजरायल मानवाधिकारों और अंतरराष्ट्रीय कानूनों को चुनौती देकर फिलिस्तीनियों को नक्शे से मिटाने की कोशिश कर रहा है. छोटे बच्चों को भूखा रखा जा रहा है जो क्रूरता की हद है.

उन्होंने कहा कि, संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि जल्द ही हजारों बच्चे मर जाएंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि, इजरायल निर्दोष लोगों को गोली मार रहा है. इमाम ने कहा कि, ऐसी स्थिति में फिलिस्तीनियों के लिए विशेष प्रार्थना की जानी चाहिए. बता दें कि, बकरीद के मौके पर कोझिकोड, कोच्चि, कन्नूर और मलप्पुरम में आयोजित ईदगाहों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए.

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