भुवनेश्वर: ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को शनिवार को फिर से बीजू जनता दल (BJD) का अध्यक्ष चुना गया. वह लगातार नौवीं बार बीजेडी अध्यक्ष बने हैं. नवीन ने 17 अप्रैल को अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया था और शनिवार को राज्य परिषद की बैठक में इसकी घोषणा की गई. इस बीच यह भी बात सामने आई है कि हाल ही में विभिन्न मुद्दों पर बोलने वाले कई बीजेडी नेताओं को कार्यक्रम में नहीं बुलाया गया है.
दोबारा बीजेडी अध्यक्ष चुने जाने के बाद नवीन पटनायक ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को धन्यवाद दिया. उन्होंने अपने संबोधन में कहा, "अध्यक्ष के रूप में पार्टी की सेवा करने का मुझे एक और मौका देने के लिए आपका धन्यवाद. पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के प्यार के लिए मैं आपका आभारी हूं. बीजू बाबू के आदर्शों ने हमारा मार्गदर्शन किया है. ओडिशा की जनता के आशीर्वाद से बीजेडी को 24 साल तक राज्य की सेवा करने का मौका मिला. यह समय ओडिशा के विकास का स्वर्णिम काल था. विभिन्न क्षेत्रों में अपने नेतृत्व के लिए ओडिशा अन्य राज्यों के लिए एक उदाहरण बन गया."

पूर्व सीएम पटनायक ने कहा कि बीजेडी की संगठनात्मक ताकत को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए. हर कार्यकर्ता का आत्मविश्वास बहुत ऊंचा है. कार्यकर्ता ही पार्टी की पूंजी हैं. नीतियां और आदर्श ही हमारी ताकत हैं."
ओडिशा के अधिकारों के लिए लड़ाई जारी रहेगी...
उन्होंने यह भी कहा, "सरकार में रहे या न रहे, बीजू जनता दल ने हमेशा ओडिशा के लोगों की सेवा की है. यह आगे भी ऐसा करता रहेगा. ओडिशा के लोगों का सशक्तीकरण हमारा फोकस है. महिलाओं, किसानों, युवाओं, श्रमिकों और आदिवासियों की ताकत हमारा फोकस है. क्षेत्रीय विकास हमारा फोकस है. बीजेडी हमेशा ओडिशा के हितों और गौरव के साथ जुड़ा रहा है और हमेशा रहेगा. ओडिशा के अधिकारों के लिए हमारी लड़ाई जारी रहेगी. ओडिया गौरव और ओडिशा के हित हमारे लिए सर्वोपरि हैं. बीजू जनता दल हमेशा अपनी विचारधारा में मजबूत रहा है और रहेगा."

बीजेडी के खिलाफ नकारात्मक संदेश फैलाए जा रहे...
उन्होंने यह भी कहा, "पिछला चुनाव पार्टी मामूली अंतर से हारी थी. लेकिन उसे सत्ताधारी पार्टी से अधिक वोट मिले थे. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि बीजेडी नकारात्मक संदेशों का जवाब नहीं दे पाई. अभी भी बीजेडी के खिलाफ नकारात्मक संदेश फैलाए जा रहे हैं. हमें इसका मुकाबला करना होगा. यह काम खास तौर पर सोशल मीडिया पर करना होगा. हम सोशल मीडिया पर सक्रिय रूप से मौजूद रहेंगे और झूठे प्रचार का विरोध करेंगे. मुझे बीजद कार्यकर्ताओं, भाइयों और बहनों पर पूरा भरोसा है. वे ही झूठे प्रचार का मुंहतोड़ जवाब देंगे. हम ओडिशा के हर गांव और शहर में अपनी सेवाओं का संदेश पहुंचाएंगे."

इन नेताओं को नहीं मिला निमंत्रण
वक्फ संशोधन अधिनियम को लेकर पार्टी में उठे विवाद और उसके बाद की घटनाओं ने बीजेडी में काफी उथल-पुथल मचा दी. पिछले दिनों इस पर अपने विचार व्यक्त करने वाले कई नेता इस कार्यक्रम में शामिल हुए, जबकि कुछ अन्य को आमंत्रित नहीं किया गया.
बैठक में शामिल नहीं होने वाले या निमंत्रण नहीं मिलने वाले नेताओं में प्रफुल्ल मल्लिक, भूपिंदर सिंह और शशिभूषण बेहरा शामिल थे. इन नेताओं का कहना है कि उन्हें कार्य समिति में शामिल होने का निमंत्रण नहीं मिला. वरिष्ठ नेता अनंग उदय सिंहदेव और उनके पुत्र एवं विधायक कालीकेश नारायण सिंहदेव पारिवारिक समस्याओं के कारण बीजेडी की बैठक में शामिल नहीं हो सके.
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