श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में 26 पर्यटकों की हत्या के पांच दिन बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने इस हत्याकांड की जांच अपने हाथ में ले ली. एनआईए ने एक बयान में कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) के निर्देश पर उसने पहलगाम आतंकी हमले के मामले को औपचारिक रूप से अपने हाथ में लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
एनआईए की टीमें बुधवार से आतंकी हमले की जगह पर डेरा डाले हुए है. जांच एजेंसी ने सबूतों की तलाश तेज कर दी है. आतंकवाद निरोधी एजेंसी के एक महानिरीक्षक, उप महानिरीक्षक और एक पुलिस अधीक्षक की देखरेख में गठित टीमें उन चश्मदीदों से पूछताछ कर रही हैं, जिन्होंने शांतिपूर्ण और मनोरम बैसरन घाटी में अपनी आंखों के सामने इस भयावह हमले को घटते देखा था.
एनआईए ने अपने बयान में कहा, 'कश्मीर में हुए सबसे भीषण आतंकवादी हमलों में से एक की वजह बनने वाले घटनाक्रमों की कड़ियों को जोड़ने के लिए प्रत्यक्षदर्शियों से बारीकी से पूछताछ की जा रही है.'
पर्यटकों पर हमले के बाद पर्यटकों के बीच लोकप्रिय पहलगाम अब सुनसान दिख रहा है. होटल और रेस्टोरेंट खाली हैं. सुरक्षा बल बैसरन के जंगलों में तलाशी अभियान तेज करने के साथ ही इस जगह के लोगों और उनके करीबियों की तलाशी ले रहे हैं.
एनआईए ने कहा, 'आतंकवादियों की कार्यप्रणाली का सुराग पाने के लिए एनआईए की टीमें प्रवेश और निकास बिंदुओं की बारीकी से जांच कर रही है. इसमें कहा गया है कि फोरेंसिक और अन्य विशेषज्ञों की सहायता से टीम पूरे क्षेत्र की गहन जांच कर रही हैं. ताकि उस आतंकी साजिश का पर्दाफाश किया जा सके, जिसके कारण यह भयावह हमला हुआ, जिसने देश को झकझोर कर रख दिया है.