कोटा. देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET UG 2025) का आयोजन 4 मई को किया जाना है. अब इस परीक्षा में सवा महीने का समय बचा हुआ है. इस बार यह परीक्षा बदले हुए पेपर पैटर्न से होगी. ऐसे में परफेक्ट स्कोर बनाने वाले कैंडिडेट्स को भी परेशानी होगी. यहां तक की टॉपर्स की संख्या भी कम रह सकती है. वहीं पिछली बार से स्कोर और कट ऑफ भी कम देखने को मिलेगी. क्योंकि इस बार कैंडिडेट्स को पेपर के प्रश्न सॉल्व करने के लिए ऑप्शन नहीं मिलने वाले हैं.
एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया है कि यही सबसे बड़ा कारण रहेगा कि इस बार पेपर में बी पार्ट नहीं होगा. पहले कोविड-19 के चलते बी पार्ट में कैंडिडेट्स को 15 प्रश्न दिए जाते थे जिनमें से 10 करने होते थे, इसका फायदा उन्हें मिलता था. अब यह ऑप्शन हटा लिया गया है, स्टूडेंट्स को दिए गए सभी प्रश्न करने होंगे. जिनमें गलती की संभावना भी रहेगी और जरूरी नहीं है कि कैंडिडेट को सभी प्रश्न आते हैं. ऐसे में या तो उसे प्रश्न छोड़ना पड़ेगा या फिर माइनस मार्किंग होने पर नंबर कट सकते हैं. हालांकि प्रतिभावान विद्यार्थी सभी प्रश्नों का सही उत्तर भी देंगे और परफेक्ट स्कोर भी उनका बनेगा, लेकिन कुछ कैंडिडेट्स को परेशानी भी होगी. जिसके चलते उनका स्कोर कम होगा. जबकि एग्जाम देने के लिए इस बार 20 मिनट का समय भी कम मिलेगा. बीते 5 साल से कैंडिडेट को 3 घंटे 20 मिनट का समय दिया जा रहा था. अब 20 मिनट का समय कम कर दिया है. ऐसे में प्रति प्रश्न 1 मिनट का समय मिलेगा. ऐसे में 180 मिनट यानी 3 घंटे में पेपर सॉल्व करना होगा.

यह था पुराना पैटर्न, पूछे जाते थे 200 प्रश्न : एनटीए के नीट यूजी के एग्जाम पेपर में साल 2020 से 2024 तक 200 प्रश्न आते थे. यह पेपर फिजिक्स केमिस्ट्री, बॉटनी और जूलॉजी 4 सेक्शन होते थे. सभी सेक्शन या सब्जेक्ट में दो पार्ट में प्रश्न पूछे जाते थे. जिनमें ए पार्ट में 35 प्रश्न होते थे, जबकि बी पार्ट में 15 प्रश्न होते थे. इनमें से 10 प्रश्न करने होते थे. विद्यार्थी 15 में से कोई से भी 10 चुनकर कर लेता था उसे यह ऑप्शन मिलता था. परीक्षा का समय भी 3 घंटे 20 मिनट होता था.

नए पैटर्न में 180 प्रश्न, ऑप्शन का प्रावधान भी नहीं : एनटीए ने अब प्रश्नपत्र में पार्ट ए व बी का प्रावधान हटा दिया है. बॉटनी व जूलॉजी के भी अब अलग-अलग विषय नहीं होंगे. बायोलॉजी के नाम से सिर्फ एक ही विषय होगा. नए पेपर पैटर्न के अनुसार फिजिक्स व केमिस्ट्री दोनों ही विषयों में 45 - 45 प्रश्न पूछे जाएंगे. बायोलॉजी में प्रश्नों की संख्या 90 होगी. पूरे प्रश्न पत्र में कुल 180 प्रश्न होंगे. कैंडिडेट्स को सभी प्रश्न करने होंगे, कोई ऑप्शन का प्रावधान नहीं है.

2024 में पहले 67 फिर 17 रह गए थे कैंडिडेट : देव शर्मा ने बताया कि साल 2024 में 2 जून को जारी हुए परिणामों में 67 कैंडिडेट्स के 720 में से 720 अंक थे. बाद में फिजिक्स के प्रश्न के उत्तर में संशोधन के कारण 44 कैंडिडेट्स परफेक्ट स्कोर से हट गए थे. वहीं ग्रेस हटाने पर भी 6 कैंडिडेट्स के अंकों में बदलाव हुए थे. एनटीए ने 26 जुलाई को जारी किए गए री-रिवाइज रिजल्ट में में परफेक्ट स्कोर वाले कैंडिडेट 17 रह गए थे. इन टॉपर्स में राजस्थान से चार, महाराष्ट्र से तीन, दिल्ली और उत्तर प्रदेश से दो-दो शामिल थे. जबकि बिहार, पंजाब, वेस्ट बंगाल, तमिलनाडु, केरल और चंडीगढ़ से एक-एक टॉपर रहे थे. छात्र और छात्रओं की बात की जाए तो 13 मेल और 4 फीमेल कैंडिडेट टॉपर थे.
बीते 5 साल में केवल 24 कैंडिडेट पहुंचे हैं परफेक्ट स्कोर पर : नीट यूजी के इतिहास में अब तक 24 कैंडिडेट परफेक्ट स्कोर बना चुके हैं. इनमें 17 कैंडिडेट साल 2024 में थे जबकि शेष 2020 से 2023 तक चार साल में बना चुके है. साल 2020 में परफेक्ट स्कोर 720 में से 720 अंक लाने का रिकॉर्ड बना था. कोटा से कोचिंग कर रहे उड़ीसा निवासी शोएब आफताब और दिल्ली में पढ़ी आकांक्षा सिंह ने यह रिकॉर्ड बनाया था. यह नीट यूजी परीक्षा के इतिहास में पहली बार हुआ था कि कोई कैंडिडेट पूरे में से पूरे अंक लाया था. ऐसे में दो कैंडिडेट एक समान अंक लेकर आए थे. इसलिए टाई ब्रेकिंग क्राइटेरिया लागू किया गया, जिसमें शोयब आफताब की उम्र ज्यादा होने के चलते ऑल इंडिया रैंक वन मिली थी. इसके अगले साल 2021 में भी तीन कैंडिडेट परफेक्ट स्कोर लेकर आएं थे. हालांकि टाई ब्रेकिंग क्राइटेरिया लागू नहीं होने के चलते तीनों को ऑल इंडिया रैंक वन मिली थी. साल 2022 में कोई भी कैंडिडेट परफेक्ट स्कोर नहीं कर पाया था. इसके बाद साल 2023 में भी दो कैंडिडेट परफेक्ट स्कोर लेकर आए थे.
