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वक्फ कानून के खिलाफ दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में AIMPLB का बड़ा प्रदर्शन, ओवैसी समेत कई नेता शामिल - AIMPLB PROTEST AGAINST WAQF LAW

वक्फ कानून के खिलाफ दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का हल्ला बोल ,वक्फ कानून का जमकर विरोध.

कानून  संविधान के तहत धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार का उल्लंघन
कानून संविधान के तहत धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार का उल्लंघन (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : April 22, 2025 at 4:59 PM IST

3 Min Read

नई दिल्ली: केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लाए गए नए वक्फ कानून के खिलाफ ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने आज दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में प्रदर्शन कर रहा है. 'वक्फ बचाव अभियान' के तहत तालकटोरा स्टेडियम में 'तहफ्फुज-ए-औकाफ कारवां' (वक्फ की हिफाजत) नाम से इस कार्यक्रम का आयोजन हुआ है. AIMPLB का आरोप है कि यह कानून वक्फ संपत्तियों को खत्म करने और मुस्लिम समुदाय की धार्मिक स्वायत्तता को खत्म करने की साजिश है.

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का प्रदर्शन : इस कार्यक्रम में जमात-ए-इस्लामी हिंद समेत देशभर के मुस्लिम संगठनों के अध्यक्ष और प्रतिनिधि पहुंचे हैं. आयोजन में प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी, आरजेडी सांसद मनोज झा, कांग्रेस सांसद इमरान मसूद और सपा सांसद मोहिबुल्लाह नदवी भी शामिल हुए हैं. बैठक में वक्फ कानून के खिलाफ आगे की कानून लड़ाई लड़ने को लेकर चर्चा हुई. AIMPLB के 'वक्फ बचाव अभियान' का पहला फेज 11 अप्रैल से शुरू हुआ, जो 7 जुलाई यानी 87 दिन तक चलेगा. इसमें वक्फ कानून के विरोध में एक करोड़ हस्ताक्षर कराए जाएंगे, इन हस्ताक्षरों को एकत्रित कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंप जाएगा. ताकि इस कानून को वापस लिया जाए. इसके बाद अगले फेज की रणनीति तय की जाएगी.

वक्फ बोर्ड कानून के खिलाफ तालकटोरा स्टेडियम में जुटे मुस्लिम समुदाय के लोग, (ETV BHARAT)

वक्फ कानून के विरोध में जनजागरण की तैयारी : AIMPLB ने साफ किया कि अगर सरकार पीछे नहीं हटती, तो आंदोलन के अगले चरण में और बड़ा जनजागरण शुरू किया जाएगा. वहीं जमात-ए-इस्लामी हिंद ने सोमवार को एक बयान जारी करते हुए बताया कि मुस्लिम संगठन के प्रतिनिधियों की परिषद ने अपने अध्यक्ष सैयद सदातुल्लाह हुसैनी की अगुवाई में 12-15 अप्रैल के बीच संगठन के मुख्यालय में आयोजित सत्र में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा करते हुए महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी दी.

लोगों से इस विरोध प्रदर्शन का समर्थन करने की अपील : इस मौके पर जमात-ए-इस्लामी हिंद ने वक्फ कानून को तुरंत निरस्त करने की मांग की और लोगों से ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के नेतृत्व में चलाए जा रहे अभियान का समर्थन करने की अपील की. इसने लोकतांत्रिक संस्थाओं, नागरिक समाज और बुद्धिजीवियों से संशोधित वक्फ कानून के प्रभावों के प्रति जागरूकता फैलाने का अनुरोध किया. परिषद ने उन सांसदों और संगठनों की सराहना की, जिन्होंने इस मुद्दे पर अपने विचार व्यक्त किए हैं.

दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में सेव वक्फ कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि भाजपा के किसी व्यक्ति ने संसद में कहा कि इस विशेष मुस्लिम देश में वक्फ नहीं है.मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताना चाहता हूं कि सऊदी अरब की अपनी यात्रा के दौरान उन्हें क्राउन प्रिंस से पूछना चाहिए कि क्या मदीना वक्फ की जमीन पर बना है. वक्फ हर मुस्लिम देश में मौजूद है, चाहे वह लोकतंत्र हो या साम्राज्य.

ये भी पढ़ें :

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बोहरा समुदाय ने वक्फ संशोधन एक्ट को आकार देने में मदद की, पीएम मोदी ने बताया, सैयदना सैफुद्दीन से ली सलाह

नई दिल्ली: केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लाए गए नए वक्फ कानून के खिलाफ ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने आज दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में प्रदर्शन कर रहा है. 'वक्फ बचाव अभियान' के तहत तालकटोरा स्टेडियम में 'तहफ्फुज-ए-औकाफ कारवां' (वक्फ की हिफाजत) नाम से इस कार्यक्रम का आयोजन हुआ है. AIMPLB का आरोप है कि यह कानून वक्फ संपत्तियों को खत्म करने और मुस्लिम समुदाय की धार्मिक स्वायत्तता को खत्म करने की साजिश है.

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का प्रदर्शन : इस कार्यक्रम में जमात-ए-इस्लामी हिंद समेत देशभर के मुस्लिम संगठनों के अध्यक्ष और प्रतिनिधि पहुंचे हैं. आयोजन में प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी, आरजेडी सांसद मनोज झा, कांग्रेस सांसद इमरान मसूद और सपा सांसद मोहिबुल्लाह नदवी भी शामिल हुए हैं. बैठक में वक्फ कानून के खिलाफ आगे की कानून लड़ाई लड़ने को लेकर चर्चा हुई. AIMPLB के 'वक्फ बचाव अभियान' का पहला फेज 11 अप्रैल से शुरू हुआ, जो 7 जुलाई यानी 87 दिन तक चलेगा. इसमें वक्फ कानून के विरोध में एक करोड़ हस्ताक्षर कराए जाएंगे, इन हस्ताक्षरों को एकत्रित कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंप जाएगा. ताकि इस कानून को वापस लिया जाए. इसके बाद अगले फेज की रणनीति तय की जाएगी.

वक्फ बोर्ड कानून के खिलाफ तालकटोरा स्टेडियम में जुटे मुस्लिम समुदाय के लोग, (ETV BHARAT)

वक्फ कानून के विरोध में जनजागरण की तैयारी : AIMPLB ने साफ किया कि अगर सरकार पीछे नहीं हटती, तो आंदोलन के अगले चरण में और बड़ा जनजागरण शुरू किया जाएगा. वहीं जमात-ए-इस्लामी हिंद ने सोमवार को एक बयान जारी करते हुए बताया कि मुस्लिम संगठन के प्रतिनिधियों की परिषद ने अपने अध्यक्ष सैयद सदातुल्लाह हुसैनी की अगुवाई में 12-15 अप्रैल के बीच संगठन के मुख्यालय में आयोजित सत्र में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा करते हुए महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी दी.

लोगों से इस विरोध प्रदर्शन का समर्थन करने की अपील : इस मौके पर जमात-ए-इस्लामी हिंद ने वक्फ कानून को तुरंत निरस्त करने की मांग की और लोगों से ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के नेतृत्व में चलाए जा रहे अभियान का समर्थन करने की अपील की. इसने लोकतांत्रिक संस्थाओं, नागरिक समाज और बुद्धिजीवियों से संशोधित वक्फ कानून के प्रभावों के प्रति जागरूकता फैलाने का अनुरोध किया. परिषद ने उन सांसदों और संगठनों की सराहना की, जिन्होंने इस मुद्दे पर अपने विचार व्यक्त किए हैं.

दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में सेव वक्फ कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि भाजपा के किसी व्यक्ति ने संसद में कहा कि इस विशेष मुस्लिम देश में वक्फ नहीं है.मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताना चाहता हूं कि सऊदी अरब की अपनी यात्रा के दौरान उन्हें क्राउन प्रिंस से पूछना चाहिए कि क्या मदीना वक्फ की जमीन पर बना है. वक्फ हर मुस्लिम देश में मौजूद है, चाहे वह लोकतंत्र हो या साम्राज्य.

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