गया : आज के दौर में जहां समाज में नफरत घोलने की कोशिश होती है. इसी बीच मुस्लिम परिवार के लोग बिहार में गंगा-जमुनी तहजीब की बड़ी मिसाल पेश कर रहे हैं. यह मुस्लिम परिवार पुश्त दर पुश्त रामनवमी का झंडा बना रहा है.
मुस्लिम बना रहे महावीरी झंडा : गया के केपी रोड मोहल्ले में मुस्लिम लोगों के द्वारा लगातार कई पुश्तों से रामनवमी का झंडा तैयार किया जा रहा है. तीन फीट से लेकर 45 फीट और उससे भी बड़ा झंडा ऑर्डर पर बना रहे हैं. चैत्र नवमी और शोभा यात्रा को लेकर ये लोग लगातार महावीरी झंडा बनाने में जुटे हुए हैं.
'पहले परदादा-दादा बनाते थे, अब हमलोग बना रहे हैं' : मोहम्मद यूनुस मुस्लिम टोपी पहनकर, भगवान राम और हनुमान की प्रतिमा वाले झंडा बनाने में जुटे दिखे. ये बताते हैं कि उन्हें विरासत में रामनवमी के झंडा बनाने का काम मिला, उस परंपरा को आज भी बनाए हुए हैं.
''हमें अच्छा लगता है कि रामनवमी का झंडा बना रहे हैं, क्योंकि मुझे हर धर्म के साथ आस्था है. हिंदू भाइयों के लिए रामनवमी का झंडा सिलने में काफी सुकून महसूस होता है.''- मोहम्मद यूनुस, रामनवमी का झंडा बनाने वाले

झारखंड तक होती है सप्लाई : मोहम्मद युनुस बताते हैं कि हमारे यहां का बना झंडा गया या बिहार ही नहीं, बल्कि यहां से झारखंड के कई जिलों में जाता है. झारखंड के रांची, धनबाद में भी हमारे यहां का सिला हुआ झंडा बिकता है.
'55-60 सालों से बना रहे' : झंडा बनाने वाले मोहम्मद सलीम बताते हैं कि 3 फीट से लेकर 45 फीट तक के रामनवमी के झंडे की सबसे ज्यादा डिमांड है. इससे भी विशाल झंडा भी बना रहे हैं. बताते हैं कि हम बचपन से ही रामनवमी का झंडा सिल रहे हैं.
''पहले मेरे परदादा, दादा, पिता रामनवमी का झंडा बनाते थे. पहले अपने पिता के साथ दुकान में आया करते थे. पिछले 55-60 साल से हम लगातार रामनवमी का झंडा बना रहे हैं.''- मोहम्मद सलीम, रामनवमी का झंडा बनाने वाले

'विरासत में मिली परंपरा को निभा रहे' : रामनवमी के झंडे में भगवान राम, हनुमान जी की प्रतिमा वाला कपड़ा भी लगता है. एक से बढ़कर एक रामनवमी के झंडे तैयार किये जा रहे हैं. 100 रूपए से लेकर हजारों मूल्य का झंडा इस बार बाजारों में है. इधर, मुस्लिम परिवार के सिले रामनवमी का झंडा बेचने वाले शिवकुमार गुप्ता बताते हैं कि सालों से हम लोग आपसी तौर पर मिलजुल कर रहते हैं. यह लोग रामनवमी का झंडा बनाते हैं और हम लोग बेचते हैं. हम दोनों ही हम विरासत में मिली परंपरा को निभा रहे हैं.

कब है रामनवमी ? : बता दें कि आगामी 6 अप्रैल यानी रविवार को रामनवमी है. इस दिन हिन्दू धर्म के लोग अपने-अपने घरों पर महावीरी झंडा लगाते हैं. साथ ही इस मौके पर जूलूस का भी आयोजन किया जाता है. इसमें बड़े-बड़े झंडे का इस्तेमाल होता है.
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