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मुर्शिदाबाद हिंसा: समसेरगंज और धुलियान में अर्धसैनिक बलों ने किया रूट मार्च, स्थिति में सुधार - MURSHIDABAD VIOLENCE

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हिंसा प्रभावित इलाकों में अभी भी स्थिति तनावपूर्ण है. अर्धसैनिक बल विभिन्न इलाकों में रूट मार्च कर रहे हैं.

Murshidabad Violence Central Forces BSF route march in Samserganj and Dhuliyan
मुर्शिदाबाद हिंसा: समसेरगंज और धुलियान में अर्धसैनिक बलों ने किया रूट मार्च, स्थिति अभी भी तनावपूर्ण (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : April 13, 2025 at 3:58 PM IST

4 Min Read

कोलकाता: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ संशोधन अधिनियम वापस लेने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के बाद अभी भी स्थिति तनावपूर्ण है. अर्ध सैनिक बलों ने रविवार को हिंसा प्रभावित समसेरगंज, धुलियान समेत कई इलाकों में रूट मार्च किया. रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय बलों और पुलिस की भारी तैनाती के बाद भी रविवार को समसेरगंज में शांति नहीं लौटी है.

पिछले कुछ दिनों से इलाके में हिंसा की घटनाएं हो रही हैं. पूरा इलाका दहशत में है. शनिवार रात गोली लगने से एक और युवक घायल हो गया. उसे मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

हिंसा के कारण कई लोग बेघर हो गए हैं. उपद्रवियों की हिंसा और अराजकता की तस्वीरें हर जगह फैली हुई हैं. समसेरगंज में कब सामान्य स्थिति बहाल होगी? यह सवाल अब आम लोगों के मन में है.

हाईकोर्ट के आदेश पर शनिवार को समसेरगंज में अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई थी. बीती रात से केंद्रीय बल इलाके में गश्त कर रहे थे. रात में उपद्रवियों ने बीएसएफ बलों पर पथराव किया. कथित तौर पर बीएसएफ ने भी जवाबी फायरिंग की. गोलीबारी में धुलियान निवासी एक युवक घायल हो गया. उसका फिलहाल मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज चल रहा है.

राज्यपाल सीवी आनंद बोस का बयान

मुर्शिदाबाद में कानून व्यवस्था की स्थिति पर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा कि राजभवन मुर्शिदाबाद और अन्य हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति पर नजर रख रहा है. उनकी मुख्यमंत्री के साथ चर्चा हो रही है. गृह मंत्रालय पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए है. बीएसएफ और स्थानीय पुलिस सहित जांच अधिकारियों से रिपोर्ट एकत्र की जा रही है.

बोस ने कहा कि गृह मंत्रालय ने पर्याप्त संख्या में केंद्रीय बलों की तैनाती की है और किसी भी कार्रवाई के लिए और अधिक बल तैयार है. बीएसएफ की नौ कंपनियां वहां हैं. सीआरपीएफ और आरएएफ तैयार हैं. राज्य पुलिस और केंद्रीय बल सक्रिय हैं. उपद्रवियों को गिरफ्तार किया जा रहा है.

उन्होंने आगे कहा कि केंद्रीय बल संकट में फंसे लोगों को समय पर मदद पहुंचा रहे हैं. उपद्रवियों और उनके आकाओं को यह अहसास होना चाहिए कि किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी.

आज स्थिति में सुधार हुआ: बीएसएफ अधिकारी
मुर्शिदाबाद हिंसा पर बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के डीआईजी पीआरओ नीलोत्पल कुमार पांडे ने कहा कि शनिवार को स्थिति गंभीर थी. समसेरगंज क्षेत्र में कुछ ऐसे इलाके थे जहां हमारे जवानों पर पेट्रोल बम और पत्थरों से हमला किया गया.

उन्होंने कहा कि ये हमलावर वही लोग थे जो पूरे हालात को तनावपूर्ण बना रहे थे. आज स्थिति में सुधार हुआ है. हमले में हमारे बीएसएफ के किसी भी जवान को गंभीर चोट नहीं आई. हालांकि, जब पत्थरों की इतनी भारी बारिश होती है तो छोटे-मोटे कट और चोटें लगना लाजिमी है.

मुर्शिदाबाद में सुरक्षा व्यवस्था पर बीएसएफ अधिकारी पांडे ने कहा कि जब मुर्शिदाबाद के दो थाना क्षेत्रों- सुती और समसेरगंज में स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी, तो प्रशासन के अनुरोध पर हमने अपने जवानों को तैनात किया था. अगले दिन हमने और जवानों को तैनात किया. आज मुर्शिदाबाद के दो थाना क्षेत्रों में हमारी नौ कंपनियां तैनात हैं. हम सभी हॉटस्पॉट में मौजूद हैं. प्रशासन की तरफ से ही आदेश आया था. उस समय सिर्फ दो कंपनियां तैनात की गई थीं, क्योंकि हमें तुरंत जवाब देना था.

उन्होंने कहा कि हिंसा प्रभावित इलाकों में लोग डरे हुए हैं, यह सच है.

डीजीपी ने हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया
बेघर हुए लोगों को ढांढस बंधाने और उन्हें घर वापस पहुंचाने के लिए जनप्रतिनिधि भी सड़कों पर उतर आए हैं. पश्चिम बंगाल पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) शांति बहाल करने के लिए विभिन्न इलाकों का दौरा कर रहे हैं.

समसेरगंज में बीएनएस की धारा 163 लागू कर दी गई है. इलाके में किसी भी तरह की सभा, जुलूस या एक जगह पर 5 से ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर रोक है. सड़कों पर लोग ज्यादा नहीं दिख रहे हैं. सभी दुकानें बंद हैं.

यह भी पढ़ें- बंगाल: हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद में BSF की 5 और कंपनियां तैनात, गृह सचिव ने DGP से बातचीत की

कोलकाता: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ संशोधन अधिनियम वापस लेने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के बाद अभी भी स्थिति तनावपूर्ण है. अर्ध सैनिक बलों ने रविवार को हिंसा प्रभावित समसेरगंज, धुलियान समेत कई इलाकों में रूट मार्च किया. रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय बलों और पुलिस की भारी तैनाती के बाद भी रविवार को समसेरगंज में शांति नहीं लौटी है.

पिछले कुछ दिनों से इलाके में हिंसा की घटनाएं हो रही हैं. पूरा इलाका दहशत में है. शनिवार रात गोली लगने से एक और युवक घायल हो गया. उसे मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

हिंसा के कारण कई लोग बेघर हो गए हैं. उपद्रवियों की हिंसा और अराजकता की तस्वीरें हर जगह फैली हुई हैं. समसेरगंज में कब सामान्य स्थिति बहाल होगी? यह सवाल अब आम लोगों के मन में है.

हाईकोर्ट के आदेश पर शनिवार को समसेरगंज में अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई थी. बीती रात से केंद्रीय बल इलाके में गश्त कर रहे थे. रात में उपद्रवियों ने बीएसएफ बलों पर पथराव किया. कथित तौर पर बीएसएफ ने भी जवाबी फायरिंग की. गोलीबारी में धुलियान निवासी एक युवक घायल हो गया. उसका फिलहाल मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज चल रहा है.

राज्यपाल सीवी आनंद बोस का बयान

मुर्शिदाबाद में कानून व्यवस्था की स्थिति पर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा कि राजभवन मुर्शिदाबाद और अन्य हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति पर नजर रख रहा है. उनकी मुख्यमंत्री के साथ चर्चा हो रही है. गृह मंत्रालय पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए है. बीएसएफ और स्थानीय पुलिस सहित जांच अधिकारियों से रिपोर्ट एकत्र की जा रही है.

बोस ने कहा कि गृह मंत्रालय ने पर्याप्त संख्या में केंद्रीय बलों की तैनाती की है और किसी भी कार्रवाई के लिए और अधिक बल तैयार है. बीएसएफ की नौ कंपनियां वहां हैं. सीआरपीएफ और आरएएफ तैयार हैं. राज्य पुलिस और केंद्रीय बल सक्रिय हैं. उपद्रवियों को गिरफ्तार किया जा रहा है.

उन्होंने आगे कहा कि केंद्रीय बल संकट में फंसे लोगों को समय पर मदद पहुंचा रहे हैं. उपद्रवियों और उनके आकाओं को यह अहसास होना चाहिए कि किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी.

आज स्थिति में सुधार हुआ: बीएसएफ अधिकारी
मुर्शिदाबाद हिंसा पर बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के डीआईजी पीआरओ नीलोत्पल कुमार पांडे ने कहा कि शनिवार को स्थिति गंभीर थी. समसेरगंज क्षेत्र में कुछ ऐसे इलाके थे जहां हमारे जवानों पर पेट्रोल बम और पत्थरों से हमला किया गया.

उन्होंने कहा कि ये हमलावर वही लोग थे जो पूरे हालात को तनावपूर्ण बना रहे थे. आज स्थिति में सुधार हुआ है. हमले में हमारे बीएसएफ के किसी भी जवान को गंभीर चोट नहीं आई. हालांकि, जब पत्थरों की इतनी भारी बारिश होती है तो छोटे-मोटे कट और चोटें लगना लाजिमी है.

मुर्शिदाबाद में सुरक्षा व्यवस्था पर बीएसएफ अधिकारी पांडे ने कहा कि जब मुर्शिदाबाद के दो थाना क्षेत्रों- सुती और समसेरगंज में स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी, तो प्रशासन के अनुरोध पर हमने अपने जवानों को तैनात किया था. अगले दिन हमने और जवानों को तैनात किया. आज मुर्शिदाबाद के दो थाना क्षेत्रों में हमारी नौ कंपनियां तैनात हैं. हम सभी हॉटस्पॉट में मौजूद हैं. प्रशासन की तरफ से ही आदेश आया था. उस समय सिर्फ दो कंपनियां तैनात की गई थीं, क्योंकि हमें तुरंत जवाब देना था.

उन्होंने कहा कि हिंसा प्रभावित इलाकों में लोग डरे हुए हैं, यह सच है.

डीजीपी ने हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया
बेघर हुए लोगों को ढांढस बंधाने और उन्हें घर वापस पहुंचाने के लिए जनप्रतिनिधि भी सड़कों पर उतर आए हैं. पश्चिम बंगाल पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) शांति बहाल करने के लिए विभिन्न इलाकों का दौरा कर रहे हैं.

समसेरगंज में बीएनएस की धारा 163 लागू कर दी गई है. इलाके में किसी भी तरह की सभा, जुलूस या एक जगह पर 5 से ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर रोक है. सड़कों पर लोग ज्यादा नहीं दिख रहे हैं. सभी दुकानें बंद हैं.

यह भी पढ़ें- बंगाल: हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद में BSF की 5 और कंपनियां तैनात, गृह सचिव ने DGP से बातचीत की

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