देहरादून: उत्तराखंड में फिलहाल चारधाम यात्रा पूरे चरम पर है. 9 जून शाम सात बजे तक 23 लाख से ज्यादा भक्तों ने चारधाम में दर्शन किए. एक तरफ जहां चारधाम में भक्तों की संख्या से सरकार और स्थानीय कारोबारी खुश है तो वहीं चारधाम में श्रद्धालुओं की मौत के आंकड़े से स्वास्थ्य विभाग परेशान भी है. चारधाम में अभी तक 101 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है.
30 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा शुरू हो गई थी. इसके बाद दो मई को केदारनाथ और चार मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुले थे. शुरुआत में तो चारधाम यात्रा में बहुत कम श्रद्धालु आए थे, लेकिन बाद में चारधाम यात्रा में रफ्तार पकड़ी. सरकारी आंकड़ों पर गौर करें तो 9 जून तक 23 लाख 67 हजार 11 भक्तों ने दर्शन किए. इसके अलावा 101 श्रद्धालुओं की मौत भी हुई.
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य खराब होने की वजह से 92 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है, जिसमें सबसे ज्यादा केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर 44 श्रद्धालुओं, बदरीनाथ धाम यात्रा मार्ग पर 23 श्रद्धालु, यमुनोत्री धाम यात्रा मार्ग पर 14 और गंगोत्री धाम यात्रा मार्ग पर 12 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है. स्वास्थ्य खराब होने के अलावा 6 श्रद्धालुओं की मौत हेलीकॉप्टर क्रैश और 3 श्रद्धालुओं की मौत अन्य कारणों से हुई है. यानी चारधाम यात्रा मार्गों पर कुल 101 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है.
इसके अलावा उत्तराखंड में अगले कुछ दिनों के भीतर मॉनसून दस्तक देने जा रहा है. उसका लेकर प्रशासन ने अपनी तैयारी पूरी कर रखी है. पिछले दिनों हुई बारिश की वजह से कई जगहों पर आपदा जैसे हालत बन गए थे. एक जून से लेकर अभी तक मौसम की वजह से दो लोगों की मौत हुई है. जबकि एक व्यक्ति घायल हुआ है.
इसके अलावा सड़क हादसों में होने वाले मौत का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है. एक जून से 9 जून के भीतर 12 लोगों की सड़क हादसे में मौत हो चुकी है. जबकि 48 लोगों के घायल होने के साथ ही एक व्यक्ति अभी भी लापता है. बता दें कि इस बार 9 जून तक केदारनाथ धाम के सबसे अधिक 917135, बदरीनाथ धाम के 706876, गंगोत्री धाम में 420115 और यमुनोत्री धाम के 418905 श्रद्धालु दर्शन कर चुके है.
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