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दिल्ली में मिला देश का पहला मंकीपॉक्स केस, विदेश से लौटा था, सरकार बोली- पैनिक ना हो... - India confirms first mpox case

दिल्ली में विदेश से लौटे मरीज में मंकीपॉक्स संक्रमण की पुष्टि हुई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश के पहले केस की पुष्टि करते हुए लोगों को पैनिक न होने की सलाह दी है. दिल्ली में 6 अस्पतालों में बेड मंकीपॉक्स मरीजों के लिए रिजर्व किया गया है.

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Sep 9, 2024, 7:36 PM IST

भारत में मंकीपॉक्स का पहला केस मिला.
भारत में मंकीपॉक्स का पहला केस मिला. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: विदेश यात्रा से दिल्ली लौटे संदिग्ध मरीज में मंकीपॉक्स की पुष्टि हो गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी सार्वजनिक की है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, हाल में विदेश से भारत लौटे दिल्ली के एक व्यक्ति में एमपॉक्स वायरस मिला है. ये मंकीपॉक्स का इस बार भारत में पहला मामला है. मंत्रालय इस केस पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं और लोगों को पैनिक न होने की सलाह दी गई है.

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इस मरीज को अस्पताल में आइसोलेशन और कड़ी निगरानी में रखा गया है. फिलहाल मरीज की हालत स्थिर है. मरीज के संपर्क में आए लोगों की ट्रेसिंग की जा रही है. कल यानी रविवार को ही इस संदिग्ध मरीज के लक्षणों को देखते हुए उसे अलग आरक्षित वार्ड में आइसोलेट करके रखा गया था. साथ ही जांच के लिए उसका सैंपल भेज दिया गया था. मरीज को दिल्ली के एक सरकारी अस्पताल में आइसोलेट किया गया था.

पिछले महीने एम्स में भर्ती हुए मरीज में नहीं हुई थी पुष्टिः इससे पहले पिछले महीने दिल्ली एम्स में भी मंकीपॉक्स के और संदिग्ध मरीज को भर्ती कराया गया था. वह मरीज भी विदेश यात्रा करके लौटा था. हालांकि, उसकी मंकीपॉक्स की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई थी. इससे पहले वर्ष 2022 में मंकीपॉक्स के कुछ मामले मिले थे तभी से एम्स में इसकी जांच की सुविधा शुरू हो गई थी. अभी अगस्त में ही डबल्यूएचओ ने अफ्रीकी देशों सहित दुनिया के कई देशों में फैल रही मंकीपॉक्स की बीमारी को लेकर अलर्ट जारी किया था. उसके तुरंत बाद ही दिल्ली में भी केंद्र और दिल्ली सरकार के छह अस्पतालों में मंकीपॉक्स के मरीजों के लिए अलग वार्ड में बेड आरक्षित किए गए थे.

दिल्ली के ये अस्पताल हैं मंकीपॉक्स के इलाज के लिए आरक्षितः केंद्र सरकार के एम्स, आरएमएल, सफदरजंग और दिल्ली सरकार के लोकनायक, बाबा साहब अम्बेडकर और जीटीबी अस्पताल में मंकीपॉक्स के मरीजों के लिए बेड आरक्षित किए गए थे. हालांकि, अभी राजधानी दिल्ली में एक मरीज में मंकीपॉक्स की पुष्टि हुई है. उल्लेखनीय है कि वर्ष 2022 में भारत में मंकीपाक्स के 23 मामले आए थे. तब दिल्ली में भी इसका मामला आया था. इसका संक्रमण होने पर बुखार, त्वचा पर लाल चकत्ते, फफोले बन जाते हें. फफोले के कारण शरीर में दर्द होता है और त्वचा पर खुजली होती है.

यह भी पढ़ेंः दिल्ली के लोकनायक अस्पताल में मंकीपॉक्स का एक और संदिग्ध मरीज भर्ती, डॉक्टरों की निगरानी में जांच जारी

यह भी पढ़ेंः मंकीपॉक्स से बंदरों का क्या है कनेक्शन, देश में आया पहला संदिग्ध मरीज

नई दिल्ली: विदेश यात्रा से दिल्ली लौटे संदिग्ध मरीज में मंकीपॉक्स की पुष्टि हो गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी सार्वजनिक की है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, हाल में विदेश से भारत लौटे दिल्ली के एक व्यक्ति में एमपॉक्स वायरस मिला है. ये मंकीपॉक्स का इस बार भारत में पहला मामला है. मंत्रालय इस केस पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं और लोगों को पैनिक न होने की सलाह दी गई है.

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इस मरीज को अस्पताल में आइसोलेशन और कड़ी निगरानी में रखा गया है. फिलहाल मरीज की हालत स्थिर है. मरीज के संपर्क में आए लोगों की ट्रेसिंग की जा रही है. कल यानी रविवार को ही इस संदिग्ध मरीज के लक्षणों को देखते हुए उसे अलग आरक्षित वार्ड में आइसोलेट करके रखा गया था. साथ ही जांच के लिए उसका सैंपल भेज दिया गया था. मरीज को दिल्ली के एक सरकारी अस्पताल में आइसोलेट किया गया था.

पिछले महीने एम्स में भर्ती हुए मरीज में नहीं हुई थी पुष्टिः इससे पहले पिछले महीने दिल्ली एम्स में भी मंकीपॉक्स के और संदिग्ध मरीज को भर्ती कराया गया था. वह मरीज भी विदेश यात्रा करके लौटा था. हालांकि, उसकी मंकीपॉक्स की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई थी. इससे पहले वर्ष 2022 में मंकीपॉक्स के कुछ मामले मिले थे तभी से एम्स में इसकी जांच की सुविधा शुरू हो गई थी. अभी अगस्त में ही डबल्यूएचओ ने अफ्रीकी देशों सहित दुनिया के कई देशों में फैल रही मंकीपॉक्स की बीमारी को लेकर अलर्ट जारी किया था. उसके तुरंत बाद ही दिल्ली में भी केंद्र और दिल्ली सरकार के छह अस्पतालों में मंकीपॉक्स के मरीजों के लिए अलग वार्ड में बेड आरक्षित किए गए थे.

दिल्ली के ये अस्पताल हैं मंकीपॉक्स के इलाज के लिए आरक्षितः केंद्र सरकार के एम्स, आरएमएल, सफदरजंग और दिल्ली सरकार के लोकनायक, बाबा साहब अम्बेडकर और जीटीबी अस्पताल में मंकीपॉक्स के मरीजों के लिए बेड आरक्षित किए गए थे. हालांकि, अभी राजधानी दिल्ली में एक मरीज में मंकीपॉक्स की पुष्टि हुई है. उल्लेखनीय है कि वर्ष 2022 में भारत में मंकीपाक्स के 23 मामले आए थे. तब दिल्ली में भी इसका मामला आया था. इसका संक्रमण होने पर बुखार, त्वचा पर लाल चकत्ते, फफोले बन जाते हें. फफोले के कारण शरीर में दर्द होता है और त्वचा पर खुजली होती है.

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