नवसारी: गुजरात के नवसारी जिले में हनुमान जयंती के अवसर पर आयोजित महाप्रसाद खाने के बाद 100 से अधिक लोग बीमार पड़ गये. प्रसाद खाने का सबसे ज्यादा असर बच्चों पर देखने को मिला. करीब 70 से 80 बच्चों ने दस्त और उल्टी की शिकायत की. स्वास्थ्य विभाग की एक टीम को प्राथमिक उपचार के लिए तुरंत घटनास्थल पर भेजा गया. इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया.
क्या है घटनाः नवसारी जिले के जलालपोर तालुका के मटवाड़ और सामापोर गांव की घटना है. अधिकारियों के अनुसार, दोनों गांवों में हनुमान जयंती के अवसर पर एक ही केटरर्स द्वारा लंगर का आयोजन किया गया था. लंगर में छाछ और आम का रस परोसा गया था. इसे ही खराब स्वास्थ्य का मुख्य कारण माना जा रहा है.

मौके पर पहुंची स्वास्थ्य टीमः घटना के बारे में पता चलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची. रात भर मटवाड़, सामापोर और आसपास के गांव के लोगों को आवश्यक उपचार मुहैया करायी गयी. किसी की भी हालत गंभीर नहीं बतायी गयी. सभी को जरूरी उपचार के बाद अस्पताल से घर भेज दिया गया. खाद्य एवं औषधि विभाग के अधिकारियों ने खाद्य पदार्थों के नमूने लेकर जांच शुरू कर दी है. फूड सैंपल का रिपोर्ट आने के बाद ही इसके कारणों का पता चल सकेगा.

"लगभग 5,000 लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया, जिनमें से कुछ को उल्टी होने लगा. 100 से अधिक लोग प्रभावित हुए. हमारी टीम ने देर रात तक काम किया. इस समय सभी लोग ठीक हैं. हम लोगों से अपील करते हैं कि वे बासी भोजन का सेवन करने से बचें और यदि ऐसी कोई घटना होती है तो तुरंत स्वास्थ्य विभाग को सूचित करें."- भावेश पटेल, स्वास्थ्य अधिकारी
क्या कहते हैं सरपंचः मटवाड़ गांव के सरपंच रमेश भाई हलपति ने बताया कि हनुमान जयंती के अवसर पर तैयार महाप्रसाद से फूड पॉइजनिंग की घटना घटी है. लगभग 100 लोग फूड पॉइजनिंग के शिकार हुए हैं. जिनमें अधिकांश बच्चे हैं. सभी लोगों को तत्काल उपचार दिया गया. रात में ही इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. फिलहाल स्थिति सामान्य है और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौके पर मौजूद हैं.

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