नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शनिवार को नई दिल्ली में पार्टी महासचिवों और प्रभारियों के साथ बैठक की. इस अवसर पर खड़गे ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने नेताओं के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई से नहीं घबराएगी. साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस वक्फ (संशोधन) अधिनियम पर भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ लड़ाई जीतेगी.
कांग्रेस मुख्यालय इंदिरा भवन में पार्टी महासचिवों और प्रभारियों को संबोधित करते हुए खड़गे ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों द्वारा अधिनियम पर उठाए गए बिंदुओं को महत्व दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने ऐसी संपत्तियों पर विवाद पैदा करने के लिए जानबूझकर वक्फ बाय यूजर (Waqf by user) मुद्दे को उठाया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने सरकार के वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ पूरे विपक्ष को एकजुट किया.

खड़गे ने कहा, "इस समय सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई चल रही है, हमें पूरा विश्वास है कि हम इस लड़ाई में भी जीतेंगे. मुझे खुशी है कि सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों द्वारा उठाए गए बिंदुओं को महत्व दिया है."
कांग्रेस अध्यक्ष ने भाजपा और केंद्र सरकार पर वक्फ के मुद्दे पर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया और कहा, "विशेष रूप से 'वक्फ बाय यूजर' का मुद्दा सरकार द्वारा जानबूझकर उठाया गया है, ताकि वक्फ संपत्तियों को विवाद में डाला जा सके."
#WATCH | Congress National President Mallikarjun Kharge chairs a meeting of all general secretaries, in-charges and heads of all frontal organisations at Indira Bhawan in Delhi.
— ANI (@ANI) April 19, 2025
(Source: AICC) pic.twitter.com/PPlqRZvN6z
उन्होंने कहा कि पूर्व पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी और राहुल गांधी का नाम ईडी के आरोपपत्र में शामिल किया गया और दिल्ली, लखनऊ और मुंबई में नेशनल हेराल्ड की संपत्तियों को 'प्रतिशोध की भावना' से जब्त कर लिया गया. खड़गे ने कहा, "आपने देखा होगा कि कैसे एक बड़ी साजिश के तहत कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी का नाम नेशनल हेराल्ड मामले में आरोपपत्र में शामिल किया गया है. लेकिन वे चाहे जिसका भी नाम शामिल कर लें, हम डरने वाले नहीं हैं."
ED की कार्रवाई बदले की भावना से...
उन्होंने कहा कि इससे ठीक दो या तीन दिन पहले दिल्ली, लखनऊ और मुंबई में नेशनल हेराल्ड की संपत्तियां जब्त की गई थीं. इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह सब बदले की भावना से किया जा रहा है. खड़गे ने कहा कि 'यंग इंडियन' एक 'गैर-लाभकारी' कंपनी है, इसका मतलब यह है कि कोई भी एजेएल के शेयर, संपत्ति या लाभ को न तो ले सकता है और न ही हस्तांतरित कर सकता है. उन्होंने कहा, "भाजपा के लोग झूठ बोलकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं. हमें जनता को सच बताना होगा."
ईडी ने नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य के खिलाफ दिल्ली की एक विशेष अदालत में आरोपपत्र दायर किया, जिसमें उन पर 988 करोड़ रुपये के धनशोधन का आरोप लगाया गया है. ईडी का आरोप है कि कांग्रेस नेताओं द्वारा उनकी सार्वजनिक कंपनी एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) की 2,000 करोड़ रुपये की संपत्ति 'हड़पने' के लिए 'आपराधिक साजिश' की गई थी, जिसमें 99 प्रतिशत शेयर केवल 50 लाख रुपये में अपनी निजी कंपनी यंग इंडियन को हस्तांतरित कर दिए गए थे, जिसमें सोनिया और राहुल गांधी बड़े शेयरधारक हैं.
खड़गे ने कहा, "यह महज संयोग नहीं हो सकता कि एक तरफ हमारा एआईसीसी अधिवेशन अहमदाबाद में हो रहा है और उसके तुरंत बाद ईडी की इतनी बड़ी कार्रवाई हो जाती है." उन्होंने कहा, "मैं आपको याद दिलाना चाहता हूं कि जब मेरे नेतृत्व में रायपुर में कांग्रेस का अधिवेशन हुआ था, तो मोदी जी ने इसे विफल बनाने के लिए ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल करके हमारे नेताओं पर छापे डलवाए थे. उनका इरादा अधिवेशन को होने से रोकना था. फिर भी अधिवेशन हुआ."
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