रायपुर: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के कोंटा में नक्सलियों के द्वारा लगाए गए आईईडी विस्फोट में कोंटा एएसपी आकाश राव गिरपुंजे शहीद हो गए. वहीं कोंटा एसडीओपी भानुप्रताप चंद्राकर और थाना प्रभारी सोनल ग्वाला घायल हुए हैं. यह पहला मौका नहीं है, जब नक्सलियों ने इस कायराना करतूत को अंजाम दिया. सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए नक्सली लगातार आईईडी विस्फोट करते रहे हैं. आइये जानते हैं भारत में आईईडी विस्फोट की प्रमुख घटनाएं.
8 मई 2025(तेलंगाना): मुलुगु जिले में संदिग्ध माओवादियों द्वारा किए गए आईईडी विस्फोट में तेलंगाना के कुलीन ग्रेहाउंड्स उग्रवाद विरोधी बल के 3 कमांडो शहीद गए और तीन अन्य घायल हो गए. यह घटना छत्तीसगढ़ की सीमा पर वेंकटपुरम के पास घने वाजेदु वन क्षेत्र में एक तलाशी अभियान के दौरान हुई.
3 जनवरी 2025(छत्तीसगढ़): बीजापुर में नक्सलियों द्वारा लगाए गए IED में विस्फोट, तीन जवान घायल.
21 अप्रैल 2025(छत्तीसगढ़): उग्रवाद प्रभावित बीजापुर जिले में एक सड़क निर्माण परियोजना के लिए सुरक्षा प्रदान करने के लिए तैनात छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (सीएएफ) का एक जवान एक घातक प्रेशर आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) विस्फोट में शहीद हो गया. यह विस्फोट मोरमेड वन क्षेत्र के भीतर फरसेगढ़ की दिशा में तोयनार से चार किलोमीटर दूर हुआ.
17 जनवरी 2025(छत्तीसगढ़): नारायणपुर जिले में माओवादियों द्वारा किए गए एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) विस्फोट में सीमा सुरक्षा बल के 2 जवान घायल हो गए.
24 नवंबर 2024(छत्तीसगढ़): सुकमा में नक्सलियों द्वारा लगाए गए IED में विस्फोट, डीआरजी आरक्षक घायल.
29 सितंबर 2024(छत्तीसगढ़): बीजापुर में आईईडी विस्फोट, एक अधिकारी सहित पांच सीआरपीएफ जवान घायल.
25 फरवरी 2024(छत्तीसगढ़): बीजापुर जिले में आईईडी विस्फोट, सीएएफ का एक हेड कांस्टेबल शहीद.
19 अक्टूबर 2024(छत्तीसगढ़): आईटीबीपी के 2 जवान शहीद हो गए और IED विस्फोट में दो पुलिसकर्मी घायल हो गए. नारायणपुर जिले में माओवादियों ने मोहंदी गांव के पास विस्फोट किया.
17 जुलाई 2024(छत्तीसगढ़): बीजापुर जिले के जंगलों में आईईडी विस्फोट हुआ, जिसमें 2 सुरक्षाकर्मियों की जान चली गई और चार घायल हो गए.
26 अप्रैल 2023(छत्तीसगढ़): दंतेवाड़ा में सुरक्षाकर्मियों की गाड़ी में विस्फोट, 10 जवान और एक सिविल ड्राइवर की मौत.
27 मार्च 2023(छत्तीसगढ़): बीजापुर में आईईडी विस्फोट, सीएएफ के एक सहायक प्लाटून कमांडर शहीद.
08 फरवरी 2022(छत्तीसगढ़): बीजापुर जिले में सीआरपीएफ के 4 जवान आईईडी विस्फोट में घायल हुए.
04 मार्च 2021(झारखंड): पश्चिमी सिंहभूम जिले के जंगलों में आईईडी विस्फोट में 3 सुरक्षाकर्मी मारे गए और दो घायल हुए.
01 मई 2019 (महाराष्ट्र): गढ़चिरौली में IED विस्फोट, 15 सुरक्षाकर्मी और एक नागरिक की मौत.
13 मार्च 2018(छत्तीसगढ़): सुकमा जिले में बारूदी सुरंग विस्फोट, 09 सीआरपीएफ जवान शहीद हुए और दो घायल हुए.
27 अक्टूबर 2018(छत्तीसगढ़): बीजापुर जिले में नक्सलियों ने बारूदी सुरंग से एमपीवी को उड़ा दिया. सीआरपीएफ के 4 जवान की मौत, दो घायल हुए.
11 मार्च 2017(छत्तीसगढ़): सुकमा में सिलसिलेवार आईईडी विस्फोट में 12 सीआरपीएफ जवान की मौत.
2 फरवरी 2017 (ओडिशा): ओडिशा पुलिस के 07 कर्मियों की मौत, कोरापुट जिले के सुनकी के पास बारूदी सुरंग विस्फोट में नक्सलियों ने पुलिस वाहन को उड़ा दिया. इस वाहन में ड्राइवर समेत 13 यात्री सवार थे.
19 जुलाई 2016(बिहार): सीआरपीएफ की कमांडो बटालियन के 10 कमांडो बिहार के जंगलों में नक्सलियों द्वारा किए गए IED विस्फोट में मारे गए.
26 अगस्त 2015(ओडिशा): बीएसएफ के 03 जवान शहीद और छह जवान घायल हो गए. ओडिशा के मल्कानगिरी जिले में चित्रकोंडा के आसपास माओवादियों द्वारा लगाए गए बारूदी सुरंग विस्फोट की वजह से यह घटना हुई.
25 फरवरी 2015 (बिहार): 2 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए और 10 घायल हो गए. बिहार के गया जिले में माओवादियों ने जवानों को ले जा रही एक मिनी बस को बारुदी सुरंग लगाकर उड़ा दिया था.
11 मई 2014(महाराष्ट्र): गढ़चिरौली जिले के चामोर्शी डिवीजन में माओवादियों ने एक पुलिस वाहन को उड़ा दिया, जिसमें 07 पुलिसकर्मी मारे गए और दो घायल हो गए.
18 अक्टूबर 2012(बिहार): माओवादियों द्वारा विस्फोट किये जाने से सीआरपीएफ के 05 जवान शहीद हो गये और 5 घायल हो गए. बिहार के गया जिले के बरहा गांव में माओवादियों ने आईईडी विस्फोट किया.
18 मई 2011(छत्तीसगढ़): सीआरपीएफ के 05 जवान मौके पर ही शहीद हो गए और दो जवान घायल हो गए, जब बोगुडा गांव के पास माओवादियों ने शक्तिशाली बारूदी सुरंग का उपयोग कर उनके वाहन को उड़ा दिया. छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दक्षिण बस्तर क्षेत्र में सुकमा से लगभग 7 किमी दूरी पर यह घटना हुई.
6 अप्रैल 2010(छत्तीसगढ़): माओवादियों ने पहले एसएफ के एक एंटी-लैंडमाइन वाहन को उड़ा दिया. फिर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें कम से कम 75 केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान और एक राज्य पुलिस का जवान मारा गया. छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में मुकराना के घने जंगलों के पास चिंतलनार के तारमेटला गांव में घात लगाकर यह हमला किया गया.
8 मई 2010(छत्तीसगढ़): बीजापुर जिले में नक्सलियों ने बुलेट फ्रूफ वाहन को आग लगा दिया, जिसमें सीआरपीएफ के 8 जवान शहीद हो गए.
13 जुलाई 2009(छत्तीसगढ़): राजनांदगांव में एक पुलिस अधीक्षक सहित 30 पुलिसकर्मी तीन अलग-अलग घटनाओं में माओवादियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले और बारूदी सुरंग हमलों में मारे गए.
छत्तीसगढ़ में अब तक हुए बड़े नक्सली हमले
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Naxal Attack : 13 साल, 200 जवान शहीद, प्रमुख नक्सली हमलों पर एक नजर