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आंध्र प्रदेश: पटाखा फैक्ट्री विस्फोट में मारे गए लोगों की पहचान हुई - ANDHRA FIRECRACKER FACTORY BLAST

आंध्र प्रदेश के अनकापल्ले जिले में पटाखा फैक्ट्री विस्फोट में मारे गए लोग अलग-अलग जगहों के रहने वाले थे.

ANDHRA FIRECRACKER FACTORY BLAST
आंध्र प्रदेश में पटाखा फैक्ट्री विस्फोट में मारे गए लोगों की पहचान हुई (प्रतीकात्मक फोटो) (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : April 14, 2025 at 2:18 PM IST

3 Min Read

विशाखापत्तनम: अनकापल्ले जिले के कोटावुराटला मंडल के कैलासपत्तनम गांव के पास पटाखा बनाने की फैक्टरी में विस्फोट में मारे गए लोगों की पहचान हो गई. रविवार दोपहर को हुई इस घटना में 8 लोगों की मौत हो गई जबकि कई घायल हो गए.

विस्फोट में पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और तीन अन्य ने अस्पताल के रास्ते में दम तोड़ दिया. इस हादसे में कई अन्य घायल हो गए, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है.

विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि मलबा, शवों के अंग और मुड़ी हुई धातु 300 मीटर दूर तक फैल गई. गेड्डा वागु के पास का शांत इलाका जो आमतौर पर हरे-भरे खेतों से घिरा रहता है, कई धमाकों की वजह से दहल उठा.

घटनास्थल पर हृदयविदारक दृश्य

घटना के बाद का दृश्य भयानक था. पटाखे बनाने वाले टिन शेड मलबे में तब्दील हो गए. जले हुए अवशेषों में श्रमिकों के शव क्षत-विक्षत पड़े थे. कुछ लोग पहचान से परे जल गए थे. कई शवों चिथड़े निकल गए थे. मलबे के बीच एक व्याकुल महिला को रोते हुए देखा गया क्योंकि वह अपने प्रियजनों की पहचान कर रही थी.

मृतकों की पहचान हुई:

अप्पिकोंडा ताताबाबू उर्फ ​​पल्लाय्या (50)- कैलासपट्टनम

संगरथी गोविंद (40)- कैलासपट्टनम

दादी रामालक्ष्मी (35) - राजुपेट

देवारा निर्मला (38)- समरलाकोटा

पुरम पापा (40) – कैलासपट्टनम

गुप्पीना वेणुबाबू (34) – कैलासपट्टनम

सेनापति बाबूराव (55) - चौदुवाड़ा

हेमंत (20) – भीमिली

छह अन्य घायल श्रमिकों को विशाखापत्तनम के किंग जॉर्ज अस्पताल (केजीएच) में भर्ती कराया गया. वहीं, तीन अन्य का इलाज नरसीपत्तनम में कराया गया. इनमें से घायल जल्लुरु नागराजू की हालत गंभीर बताई जा रही है.

बचाव और अग्निशमन प्रयासों में देरी

पास में काम कर रहे एक किसान ने सबसे पहले विस्फोट के बारे में पता चला. उसने ग्रामीणों को सूचना दी. स्थानीय लोग तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे. हालांकि वे आग की लपटों और रुक-रुक कर हो रहे विस्फोटों के कारण फंसे लोगों को बचाने में असमर्थ रहे. शुरुआती विस्फोट के 45 मिनट बाद अग्निशमन दल पहुंचे और आग पर काबू पाया.

विस्फोट के कारणों की जांच जारी

प्रारंभिक रिपोर्टों से पता चलता है कि आग उस समय लगी होगी जब कर्मचारी बारूद को हाथ से मिला रहे थे. आम तौर पर पीक प्रोडक्शन के समय 30 लोगों को काम पर रखने वाली फैक्ट्री में रविवार को 16 कर्मचारी काम पर थे. उगादी के बाद स्थानीय त्योहारों के कारण आतिशबाजी की मांग में वृद्धि हुई. कथित तौर पर पिछले एक महीने से पटाखा बनाने का काम चौबीसों घंटे चल रहा था.

आधिकारिक प्रतिक्रिया और मुआवजा

मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है. राज्य सरकार ने मृतकों के परिवारों को 15-15 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी पीड़ितों के परिवारों को 2-2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है.

ये भी पढ़ें- आंध्र प्रदेश: पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट, 8 लोगों की मौत, कुछ की हालत गंभीर

विशाखापत्तनम: अनकापल्ले जिले के कोटावुराटला मंडल के कैलासपत्तनम गांव के पास पटाखा बनाने की फैक्टरी में विस्फोट में मारे गए लोगों की पहचान हो गई. रविवार दोपहर को हुई इस घटना में 8 लोगों की मौत हो गई जबकि कई घायल हो गए.

विस्फोट में पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और तीन अन्य ने अस्पताल के रास्ते में दम तोड़ दिया. इस हादसे में कई अन्य घायल हो गए, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है.

विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि मलबा, शवों के अंग और मुड़ी हुई धातु 300 मीटर दूर तक फैल गई. गेड्डा वागु के पास का शांत इलाका जो आमतौर पर हरे-भरे खेतों से घिरा रहता है, कई धमाकों की वजह से दहल उठा.

घटनास्थल पर हृदयविदारक दृश्य

घटना के बाद का दृश्य भयानक था. पटाखे बनाने वाले टिन शेड मलबे में तब्दील हो गए. जले हुए अवशेषों में श्रमिकों के शव क्षत-विक्षत पड़े थे. कुछ लोग पहचान से परे जल गए थे. कई शवों चिथड़े निकल गए थे. मलबे के बीच एक व्याकुल महिला को रोते हुए देखा गया क्योंकि वह अपने प्रियजनों की पहचान कर रही थी.

मृतकों की पहचान हुई:

अप्पिकोंडा ताताबाबू उर्फ ​​पल्लाय्या (50)- कैलासपट्टनम

संगरथी गोविंद (40)- कैलासपट्टनम

दादी रामालक्ष्मी (35) - राजुपेट

देवारा निर्मला (38)- समरलाकोटा

पुरम पापा (40) – कैलासपट्टनम

गुप्पीना वेणुबाबू (34) – कैलासपट्टनम

सेनापति बाबूराव (55) - चौदुवाड़ा

हेमंत (20) – भीमिली

छह अन्य घायल श्रमिकों को विशाखापत्तनम के किंग जॉर्ज अस्पताल (केजीएच) में भर्ती कराया गया. वहीं, तीन अन्य का इलाज नरसीपत्तनम में कराया गया. इनमें से घायल जल्लुरु नागराजू की हालत गंभीर बताई जा रही है.

बचाव और अग्निशमन प्रयासों में देरी

पास में काम कर रहे एक किसान ने सबसे पहले विस्फोट के बारे में पता चला. उसने ग्रामीणों को सूचना दी. स्थानीय लोग तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे. हालांकि वे आग की लपटों और रुक-रुक कर हो रहे विस्फोटों के कारण फंसे लोगों को बचाने में असमर्थ रहे. शुरुआती विस्फोट के 45 मिनट बाद अग्निशमन दल पहुंचे और आग पर काबू पाया.

विस्फोट के कारणों की जांच जारी

प्रारंभिक रिपोर्टों से पता चलता है कि आग उस समय लगी होगी जब कर्मचारी बारूद को हाथ से मिला रहे थे. आम तौर पर पीक प्रोडक्शन के समय 30 लोगों को काम पर रखने वाली फैक्ट्री में रविवार को 16 कर्मचारी काम पर थे. उगादी के बाद स्थानीय त्योहारों के कारण आतिशबाजी की मांग में वृद्धि हुई. कथित तौर पर पिछले एक महीने से पटाखा बनाने का काम चौबीसों घंटे चल रहा था.

आधिकारिक प्रतिक्रिया और मुआवजा

मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है. राज्य सरकार ने मृतकों के परिवारों को 15-15 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी पीड़ितों के परिवारों को 2-2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है.

ये भी पढ़ें- आंध्र प्रदेश: पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट, 8 लोगों की मौत, कुछ की हालत गंभीर
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