मुंबई: आपने अब तक दृष्टि बाधित लोगों को सहारा देने वाली छड़ी देखी होगी, लेकिन अब महाराष्ट्र नांदेड़ स्थित महात्मा फुले स्कूल के छात्रों ने दृष्टि बाधित लोगों को रास्ता दिखाने वाले 'स्मार्ट जूते' बनाए हैं. ये दृष्टि बाधित लोगों के लिए वरदान साबित होंगे.
जानकारी के मुताबिक इन जूतों में सेंसर लगे हैं, जिससे दृष्टि बाधित के सामने कोई बाधा आती है तो उन्हें बजर के जरिए पहले से ही पता चल जाएगा. इससे उन्हें सड़क पर चलने के दौरान आने वाली दिक्कतों को कम करने में मदद मिलेगी. महात्मा फुले स्कूल के छात्रों अथर्व और वेंकटेश द्वारा बनाए गए इन स्मार्ट जूतों की हर जगह चर्चा हो रही है.
स्मार्ट जूतों की क्या विशेषताएं हैं?
इन जूतों में लगे सेंसर सामने आने वाली वस्तु या बाधा को भांपकर बजर के माध्यम से दृष्टि बाधित व्यक्ति को सूचित कर देते हैं. इससे उनके लिए सड़क पर सुरक्षित चलना संभव हो जाता है और उन्हें ठोकर खाने का खतरा कम हो जाता है.
अगर जूते के सामने कोई बाधा आती है तो बजर कुछ देर के लिए बजना शुरू हो जाता है. फिलहाल अल्ट्रासोनिक सेंसर की सीमा 10 सेंटीमीटर तक रखी गई है. छात्रों ने बताया कि इस सीमा को आसानी से बढ़ाया जा सकता है.
आत्मविश्वास से चल सकेंगे दृष्टि बाधित
इन जूतों को 'अर्डुइनो यूनो' अल्ट्रासोनिक सेंसर और बजर का उपयोग करके बनाया गया है, जो एक मदर बोर्ड की तरह काम करता है. ये जूते दृष्टि बाधित के लिए बहुत उपयोगी होंगे और उन्हें स्वतंत्र रूप से चलने में मदद करेंगे. इन जूतों की मदद से दृष्टि बाधिक शख्स अधिक सुरक्षित और आत्मविश्वास से चल सकेंगे.