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केरल : झारखंड के मजदूर की बेटी को उठा ले गया तेंदुआ, घर के बाहर खेल रही थी बच्ची - LEOPARD SNATCHES GIRL IN KERALA

केरल के चाय बागान में झारखंड से काम करने आये मजदूर की बेटी को तेंदुआ उठाकर ले गया. वन विभाग तलाश कर रहा है.

Leopard Snatches Girl in kerala
सांकेतिक तस्वीर. (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : June 21, 2025 at 1:38 PM IST

Updated : June 21, 2025 at 5:10 PM IST

3 Min Read

त्रिशूर: केरल के वलपराई में चाय बागान में करने वाले झारखंड के मनोज कुंड की बेटी रूसना को तेंदुआ उठाकर ले गया. बच्ची की उम्र करीब साढ़े चार बतायी जा रही है. गहन तलाशी के बाद शनिवार को लड़की का आंशिक रूप से खाया हुआ शव मिला. इससे पहले अन्नामलाई टाइगर रिजर्व और पचमलाई एस्टेट में तलाश की जा रही थी, भारी बारिश के कारण शुक्रवार की रात सर्च ऑपरेशन रोक दिया गया था.

बच्ची कैसे हुई शिकारः मिली जानकारी के अनुसार छोटी बच्ची घर के बाहर खेल रही थी. तभी अचानक उसके चीखने की आवाज आयी. घर के लोग बाहर निकले तो देखा कि कोई जंगली जानवर बच्ची को उठाकर ले जा रहा है. इस घटना के बाद परिजनों के बीच कोहराम मच गया. तत्काल स्थानीय पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों को घटना की सूचना दी गयी.

कहां की है घटनाः यह घटना शुक्रवार शाम वलपराई शहर के पास पचमलाई एस्टेट के दक्षिण डिवीजन में हुई. मनोज कुंड और उनका परिवार पिछले रविवार को ही काम के लिए चाय बागान आए थे. बताया जाता है कि तेंदुआ पास के चाय बागान में छुपा था. वहीं से बाहर निकला और बच्ची को खींचकर ले गया. घटना को देखने के बाद अन्य श्रमिकों ने सभी को सूचित किया.

वन विभाग ने की पुष्टिः बच्ची को उठाकर ले गये जानवर के बारे में लोगों के बीच कई भ्रांतियां है. कुछ लोगों ने आशंका जतायी कि यह तेंदुआ नहीं बाघ हो सकता है. वन विभाग ने पुष्टि की है कि बच्ची को तेंदुआ उठा ले गया है. वन विभाग के अनुसार घटनास्थल के आस-पास तेंदुए के पंजे के निशान पाए गए थे, जिसके आधार पर उनका मानना है कि तेंदुआ ही बच्ची को उठाकर ले गया होगा.

परिजनों का रो-रोकर बुरा हालः इधर बच्ची के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. परिजनों ने कहा कि रोजी-रोटी की तलाश में झारखंड से आये हैं और उनकी बच्ची की जान पर संकट बन आया. बता दें कि इस घटना के कई घंटा बीत जाने के बाद भी बच्ची का कोई पता नहीं चला पा रहा था. जैसे-जैसे समय बीतता जा रहा है बच्ची के परिजनों की उम्मीद धुंधली हो रही थी.

केरल में जंगली जानवरों का आतंकः बता दें कि केरल में जंगली जानवारों का आतंक रहता है. अक्सर हाथी और बाघ आम आदमी पर हमला कर देते हैं. अप्रैल महीने में त्रिशूर जिले के अथिराप्पिल्ली फॉल्स के पास जंगली हाथी के हमले में दो लोगों की जान चली गई थी. केरल के कलिकावु में मई महीने में रबर एस्टेट में टैपिंग करने गए कर्मचारी को बाघ उठाकर ले गया. हादसे में उसकी मौत हो गयी थी.

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त्रिशूर: केरल के वलपराई में चाय बागान में करने वाले झारखंड के मनोज कुंड की बेटी रूसना को तेंदुआ उठाकर ले गया. बच्ची की उम्र करीब साढ़े चार बतायी जा रही है. गहन तलाशी के बाद शनिवार को लड़की का आंशिक रूप से खाया हुआ शव मिला. इससे पहले अन्नामलाई टाइगर रिजर्व और पचमलाई एस्टेट में तलाश की जा रही थी, भारी बारिश के कारण शुक्रवार की रात सर्च ऑपरेशन रोक दिया गया था.

बच्ची कैसे हुई शिकारः मिली जानकारी के अनुसार छोटी बच्ची घर के बाहर खेल रही थी. तभी अचानक उसके चीखने की आवाज आयी. घर के लोग बाहर निकले तो देखा कि कोई जंगली जानवर बच्ची को उठाकर ले जा रहा है. इस घटना के बाद परिजनों के बीच कोहराम मच गया. तत्काल स्थानीय पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों को घटना की सूचना दी गयी.

कहां की है घटनाः यह घटना शुक्रवार शाम वलपराई शहर के पास पचमलाई एस्टेट के दक्षिण डिवीजन में हुई. मनोज कुंड और उनका परिवार पिछले रविवार को ही काम के लिए चाय बागान आए थे. बताया जाता है कि तेंदुआ पास के चाय बागान में छुपा था. वहीं से बाहर निकला और बच्ची को खींचकर ले गया. घटना को देखने के बाद अन्य श्रमिकों ने सभी को सूचित किया.

वन विभाग ने की पुष्टिः बच्ची को उठाकर ले गये जानवर के बारे में लोगों के बीच कई भ्रांतियां है. कुछ लोगों ने आशंका जतायी कि यह तेंदुआ नहीं बाघ हो सकता है. वन विभाग ने पुष्टि की है कि बच्ची को तेंदुआ उठा ले गया है. वन विभाग के अनुसार घटनास्थल के आस-पास तेंदुए के पंजे के निशान पाए गए थे, जिसके आधार पर उनका मानना है कि तेंदुआ ही बच्ची को उठाकर ले गया होगा.

परिजनों का रो-रोकर बुरा हालः इधर बच्ची के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. परिजनों ने कहा कि रोजी-रोटी की तलाश में झारखंड से आये हैं और उनकी बच्ची की जान पर संकट बन आया. बता दें कि इस घटना के कई घंटा बीत जाने के बाद भी बच्ची का कोई पता नहीं चला पा रहा था. जैसे-जैसे समय बीतता जा रहा है बच्ची के परिजनों की उम्मीद धुंधली हो रही थी.

केरल में जंगली जानवरों का आतंकः बता दें कि केरल में जंगली जानवारों का आतंक रहता है. अक्सर हाथी और बाघ आम आदमी पर हमला कर देते हैं. अप्रैल महीने में त्रिशूर जिले के अथिराप्पिल्ली फॉल्स के पास जंगली हाथी के हमले में दो लोगों की जान चली गई थी. केरल के कलिकावु में मई महीने में रबर एस्टेट में टैपिंग करने गए कर्मचारी को बाघ उठाकर ले गया. हादसे में उसकी मौत हो गयी थी.

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Last Updated : June 21, 2025 at 5:10 PM IST
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