बेंगलुरु: कर्नाटक के लॉरी मालिकों ने राज्यव्यापी हड़ताल गुरुवार को वापस ले ली. फेडरेशन ऑफ कर्नाटक स्टेट लॉरी ओनर्स एंड एजेंट्स एसोसिएशन (FOKSLOAA) और राज्य सरकार के बीच वार्ता सफल रही, जिसके सोमवार आधी रात से शुरू हुई राज्यव्यापी लॉरी मालिकों की हड़ताल वापस ले ली गई.
129 लॉरी एसोसिएशनों और छह लाख से ज्यादा सदस्यों का प्रतिनिधित्व करने वाली शीर्ष संस्था FOKSLOAA ने डीजल की कीमतों में कमी और टोल संबंधी मुद्दों के समाधान की मांग को लेकर हड़ताल शुरू की थी. जिसकी वजह से राज्य भर में माल की आवाजाही प्रभावित हुई, जिससे आपूर्ति में बाधा आने और जरूरी चीजों की कीमतों में बढ़ोतरी की चिंता बढ़ गई थी. आम लोगों पर बोझ बढ़ गया था.

मंगलवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और परिवहन मंत्री रामलिंगा रेड्डी की ट्रक चालकों के साथ शुरुआती बातचीत में कोई ठोस नतीजा नहीं निकाला था. हालांकि, गुरुवार को FOKSLOAA के अध्यक्ष जीआर शानमुगप्पा ने परिवहन मंत्री के साथ एक और दौर की चर्चा के बाद हड़ताल खत्म करने की घोषणा की.
परिवहन मंत्री रामलिंगा रेड्डी ने कहा, "हमने उन्हें उनकी अन्य शिकायतों के समाधान का आश्वासन दिया है और वे भी अपनी हड़ताल समाप्त करने पर सहमत हो गए हैं."
डीजल की कीमत कम करने की मांग पर सरकार सहमत नहीं
उन्होंने स्पष्ट किया कि हालांकि सरकार डीजल की कीमतें कम करने या राज्य राजमार्गों पर टोल प्लाजा हटाने पर सहमत नहीं हुई है, लेकिन ट्रक मालिक संघ द्वारा उठाई गई अन्य चिंताओं पर विचार करने की प्रतिबद्धता जताई है.
रेड्डी ने यह भी कहा कि ट्रक मालिकों का संघ उनकी मांगों पर विचार करने और परिचालन पुनः शुरू करने की सरकार की इच्छा से संतुष्ट है.
ट्रक मालिकों का यह फैसला व्यापारियों, उद्योगों और उपभोक्ताओं के लिए राहत की बात है, जो परिवहन सेवाओं के ठप होने का असर महसूस करने लगे थे. हड़ताल वापस ले लिए जाने के बाद, कर्नाटक में परिवहन और रसद में सामान्य स्थिति शीघ्र ही बहाल होने की उम्मीद है.
यह भी पढ़ें- विवादित टिप्पणी मामला: मद्रास हाईकोर्ट ने मंत्री पोनमुडी के खिलाफ FIR दर्ज करने का निर्देश दिया