हुबली: कर्नाटक के हुबली में बच्ची से रेप और हत्या के मामले में राज्य सरकार ने पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है. बता दें कि वारदात को अंजाम रविवार को दिया था. आरोपी भागने के दौरान मारा भी गया.
सरकार ने 10 लाख रुपये का मुआवजे का किया ऐलान
विधान परिषद के मुख्य सचेतक सलीम अहमद ने बताया कि कर्नाटक सरकार ने पीड़ित परिवार के लिए 10 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया है. इसके अलावा स्लम बोर्ड की ओर से पीड़ित परिवार को एक घर देने का फैसला किया है. स्लम बोर्ड के अध्यक्ष प्रसाद अब्बय्या ने इस संबंध में घोषणा की.
बता दें कि रविवार (13 अप्रैल) को बच्ची के साथ वारदात को अंजाम दिया गया था. आरोपी रितेश कुमार (35) मूल रूप से बिहार के पटना का रहने वाला था.
हुबली-धारवाड़ के पुलिस कमिश्नर एन शशिकुमार ने इस मामले में कहा, 'आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ के लिए उसके घर ले जाया गया. इस दौरान उसने पुलिस कर्मियों पर पत्थरों से हमला किया और भागने की कोशिश की. इसके बाद महिला पीएसआई अन्नपूर्णा ने उसे चेतावनी देने के लिए पहले हवा में तीन राउंड फायर की.
कमिश्नर ने बताया कि हालांकि, जब आरोपी ने भागने की कोशिश की तो उसके ऊपर गोली चलाई गई. उसके पैर और पीठ में गोली लग गई. वह गंभीर रूप से घायल हो गया. बाद में जब उसे इलाज के लिए केएमसीआरआई अस्पताल लाया गया तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
रविवार को सुबह करीब 11.40 बजे पटना निवासी आरोपी रितेश कुमार बच्ची के घर गया और उसे मिठाई देने का झांसा देकर अपने साथ ले गया. फिर उसे उठाकर सामने वाले घर के शेड में ले गया और उसके साथ गलत काम किया. फिर उसकी हत्या कर दी और फरार हो गया. बच्ची का शव देखकर स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी. बाद में उसे पकड़कर अशोकनगर थाने के हवाले कर दिया गया.
बच्ची की हत्या के विरोध में प्रदर्शन
विभिन्न संगठनों ने अशोकनगर थाने के सामने और विभिन्न स्थानों पर प्रदर्शन किया. इस दौरान लोगों ने मांग की कि बालिका की हत्या करने वाले आरोपी को उनके हवाले किया जाए तथा उसे गोली मार दी जाए.
प्रदर्शनकारियों ने शहर के रानी चेन्नम्मा सर्किल और केएमसीआरआई के मुख्य द्वार के पास हुबली-धारवाड़ मुख्य मार्ग को अवरुद्ध कर दिया और टायरों में आग लगाकर अपना गुस्सा जाहिर किया.
जैसे ही यह खबर फैली कि लड़की की हत्या के संदिग्ध की पुलिस मुठभेड़ में मौत हो गई है, केएमसीआरआई अस्पताल के सामने भीड़ जमा हो गई और पुलिस आयुक्त एन शशिकुमार का उत्साहवर्धन किया.
विधान परिषद के मुख्य सचेतक सलीम अहमद, विधायक प्रसाद अब्बय्याह और अन्य नेताओं ने केएमसीआरआई अस्पताल का दौरा किया और पुलिस आयुक्त से मुलाकात कर बातचीत की.