कोटा. जेईई एडवांस्ड 2025 के परिणाम के बाद आज से जॉइंट सीट एलोकेशन अथॉरिटी (JoSAA Counselling 2025) के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो जाएंगे. जिसके जरिए देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थानों में एडमिशन मिलेंगे. इस काउंसलिंग से 23 आईआईटी, 31 एनआईटी, 26 ट्रिपलआईटी, 47 गवर्नमेंट फंडेड टेक्निकल इंस्टिट्यूट्स (GFIT) व आईआईईएसटी शिबपुर की प्रवेश प्रक्रिया होगी. एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि देश के 128 इंजीनियरिंग संस्थानों की 62,853 बीटेक, इंटीग्रेटेड एमटेक व डुएल डिग्री कोर्स सीट पर प्रवेश मिलेगा. सबसे खास बात यह है कि इस बार आईआईटी में 400 सीटों की बढ़ोतरी हुई. बीते साल 2024 में जहां 23 आईआईटी में 17,760 सीट थी, साल 2025 में इनमें बढ़ोतरी होते हुए यह 18,160 हो गई है.
इसी तरह से साल 2025 में 31 एनआईटी में 24,525 सीट्स हैं, जबकि बीते साल 24,229 सीट थी. जिनमें 296 की बढ़ोतरी हुई है. इसी तरह से देश की 26 ट्रिपल आईटी में साल 2025 में 9,940 सीट है, जबकि साल 2024 में 8,546 सीट थी. इनमें 394 की बढ़ोतरी हुई है. भारत के 47 जीएफटीआई की बात करें तो उनमें 2025 में 10,228 सीटों पर एडमिशन मिलेगा. देश में 7 जीएफटीआई संस्थान भी बढ़ गए हैं और उनमें 826 सीटों की बढ़ोतरी भी हुई है. क्योंकि साल 2024 में 40 जीएफटीआई में 9,402 सीट थी.

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राजस्थान में महज तीन फीसदी सीट, केवल आईआईटी में बढ़ी 10 सीट : देव शर्मा ने बताया कि देश में 62,853 इंजीनियरिंग सीट राष्ट्रीय संस्थानों में है, लेकिन राजस्थान की इंजीनियरिंग सीट महज 3.05 फीसदी है. यानी केवल 1918 सीट्स राजस्थान में इंजीनियरिंग सेक्टर में है. आईआईटी जोधपुर में साल 2024 में 600 सीट थी, जिनमें 10 की बढ़ोतरी के साथ अब 2025 में 610 हो गई है. जबकि एमएनआईटी जयपुर में 888, ट्रिपल आईटी कोटा में 330 और सेंट्रल यूनिवर्सिटी किशनगंज अजमेर में 90 सीट है. इन तीनों संस्थानों में साल 2024 की सीटों के बाद कोई बढ़ोतरी नहीं हुई. देव शर्मा ने बताया कि राजस्थान देश का सबसे बड़ा राज्य है, काफी दूर-दूर तक फैला हुआ है. यहां लगातार इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा में छात्रों की संख्या बढ़ रही है. इस शैक्षणिक वातावरण को देखते हुए इंजीनियरिंग सीटों को बढ़ाए जाने की जरूरत है.